backup og meta

एब्डोमिनल स्वेलिंग और वेट गेन साथ में होने की ये हैं वजह

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya


Manjari Khare द्वारा लिखित · अपडेटेड 15/03/2022

    एब्डोमिनल स्वेलिंग और वेट गेन साथ में होने की ये हैं वजह

    पेट के आसपास ब्लोटिंग या स्वेलिंग होने के कई कारण हो सकते हैं। जिसमें डायजेस्टिव कंडिशन्स, हॉर्मोनल चेंजेस और कुछ दवाएं शामिल हैं। एब्डोमिनल ब्लोटिंग और स्वेलिंग के साथ आप यह भी नोटिस कर सकते हैं कि बिना किसी डायट या एक्सरसाइज रूटीन के आपका वजन भी बढ़ गया है। एब्डोमिनल स्वेलिंग और वेट गेन (Abdominal swelling and weight gain) के एक साथ होने के क्या कारण हो सकते हैं इस आर्टिकल में विस्तार से बताया जा रहा है।

    एब्डोमिनल स्वेलिंग और वेट गेन (Abdominal swelling and weight gain)

    एब्डोमिनल स्वेलिंग और वेट गेन (Abdominal swelling and weight gain) महिला और पुरुष दोनों में हो सकता है। इनमें से कुछ कारण लाइफस्टाइल फैक्टर्स से संबंधित हो सकते हैं वहीं कुछ गंभीर मेडिकल कंडिशन के लक्षण भी। चलिए इनके बारे में जान लेते हैं।

    और पढ़ें: इजी डायजेस्टिव फूड के बारे में जाने यहां और अपने पाचन को दे आराम…

    तनाव (Stress)

    हाय लेवल स्ट्रेस एब्डोमिनल स्वेलिंग और वेट गेन (Abdominal swelling and weight gain) का कारण बन सकता है। बहुत अधिक स्ट्रेस का बॉडी पर निगेटिव प्रभाव पड़ता है जिसमें डायजेस्टिव सिम्प्टम्स शामिल हैं। जब आप तनाव में होते हैं तो आप गेस्ट्रोइंटेस्टिनल सिम्प्टम्स जैसे कि ब्लोटिंग, एब्डोमिनल डिस्कंफर्ट और डायरिया महसूस करते हैं। एनसीबीआई की स्टडी के अनुसार स्ट्रेस एब्डोमिनल ब्लोटिंग में योगदान दे सकता है। स्ट्रेस की वजह से कई बार लोग अधिक खाते हैं। इसके साथ ही ऐसा भी संभव है कि स्ट्रेस में फिजिकल एक्टिविटी का लेवल कम हो जाता है। ये सभी मिलकर वेट गेन की वजह बन सकते हैं।

    अपने तनाव के स्तर को कम करने में मदद के लिए आप कुछ कदम उठा सकते हैं। उदाहरण के लिए आप कोशिश कर सकते हैं:

    • नियमित व्यायाम करना
    • नींद को प्राथमिकता देना और हर रात कम से कम 7-8 घंटे की नींद लेना
    • ध्यान, योग, या सांस लेने के व्यायाम जैसी विश्राम तकनीकें अपनाना
    • संगीत सुनना या अपने विचार लिखना
    • पसंदीदा शौक में शामिल होना जैसे कि पेंटिंग, गार्डनिंग।

    शराब का सेवन (Alcohol consumption)

    एब्डोमिनल स्वेलिंग और वेट गेन (Abdominal swelling and weight gain) का कारण शराब का सेवन भी बन सकता है। शराब एक इंफ्लामेटरी सब्सटेंस है जो बॉडी के कई हिस्सों को प्रभावित कर सकता है जिसमें आपका डायजेस्टिव सिस्टम भी शामिल है। शराब का सेवन कई पेट से संबंधित लक्षणों का कारण बन सकता है। एल्कोहॉल में सिर्फ कैलोरीज हैं। पर ग्राम में कार्ब्स और प्रोटीन की तुलना में दो गुना से अधिक कैलोरीज होती हैं और कोई पोषक तत्व नहीं होते हैं। कैलोरी की मात्रा की वजह से एल्कोहॉल का अधिक सेवन वेट गेन का कारण बन सकता है। एल्कोहॉल से संबंधित ब्लोटिंग और वेट गेन को कम करने के लिए शराब का सेवन कम मात्रा में करना चाहिए।

    और पढ़ें: पेट से आवाज आने के कारण जानिए, आवाज आने पर नहीं होगे परेशान

    दवाएं (Medication)

    एब्डोमिनल स्वेलिंग और वेट गेन

    कुछ दवाओं का सेवन भी एब्डोमिनल स्वेलिंग और वेट गेन (Abdominal swelling and weight gain) का कारण बन सकता है। जिसमें कार्टिकोस्टेरॉइडस, ओरल कॉन्ट्रासेप्ट्रिव्स, एंटीबायोटिक्स शामिल हैं। कार्टिकोस्टेरॉइडस का उपयोग इंफ्लामेशन कम करने के लिए किया जाता है।

    असाइटीस (Ascites)

    असाइटीस एक ऐसी स्थिति है जो आपके एब्डोमिन में फ्लूइड बिल्डअप का कारण बनती है। यह सिरोसिस की सबसे आम जटिलता है, यह एक ऐसी स्थिति है जो आपके लिवर पर घाव या क्षति के कारण होती है। सिरोसिस के अलावा, असाइटिस के अतिरिक्त कारणों में शामिल हो सकते हैं:

    • कुछ प्रकार के कैंसर, जैसे डिम्बग्रंथि, यकृत, कोलोरेक्टल, या अग्नाशयी कैंसर
    • दिल की धड़कन रुकना
    • किडनी खराब
    • अग्नाशय रोग

    असाइटिस तब होता है जब लिवर की वेन्स में हाय ब्लड प्रेशर की वजह से लिवर के कार्य में कमी आ जाती है। जिसकी वजह से एब्डोमिन में फ्लूइड इकठ्ठा हो जाता है।

    और पढ़ें: जानिए पेट में खाना कब तक रहता है और कैसे होता है इसका पाचन

    कुशिंग सिंड्रोम (Cushing’s syndrome)

    कुशिंग सिंड्रोम एक ऐसी स्थिति है जिसमें बॉडी अधिक मात्रा में कॉर्टिसोल (Cortisol) प्रोड्यूस करती है। कॉर्टिसोल एक स्ट्रेस हॉर्मोन है। यह शरीर के सभी भागों को प्रभावित करता है। यह स्ट्रेस के के लिए प्रतिक्रया देने, ब्लड प्रेशर को मेंटेन करने, इंफ्लामेशन को कम करने और पोषक तत्वों को रेगुलेट करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। ज्यादातर समय, कुशिंग सिंड्रोम कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स के लंबे समय तक उपयोग के कारण विकसित होता है, जिसका उपयोग अस्थमा और अर्थराइटिस जैसी स्थितियों के इलाज के लिए किया जाता है।

    विशिष्ट प्रकार के ट्यूमर भी इस स्थिति का कारण बन सकते हैं। पूरे शरीर में कोर्टिसोल की व्यापक क्रिया के कारण, कुशिंग सिंड्रोम में कई तरह के लक्षण होते हैं। उनमें से दो हैं वजन बढ़ना और पेट के आसपास चर्बी का जमा होना। यानी यह सिंड्रोम भी एब्डोमिनल स्वेलिंग और वेट गेन (Abdominal swelling and weight gain) का कारण बन सकता है।

    हायपोथायरॉयडिज्म (Hypothyroidism)

    हायपोथायरॉयडिज्म तब होता है जब थायरॉइड ग्लैंड पर्याप्त थायरॉइड हॉर्मोन का उत्पादन नहीं करती है। थायरॉइड हॉर्मोन आपके शरीर को ऊर्जा का उपयोग करने में मदद करता है। जब इसकी पर्याप्त मात्रा नहीं होती है, तो शरीर की प्रक्रियाएं धीमी हो सकती हैं। इसमें चयापचय जैसी प्रक्रियाएं शामिल हैं। वास्तव में, हाइपोथायरॉयडिज्म के लक्षणों में से एक वजन बढ़ना है। आपका पाचन तंत्र भी प्रभावित हो सकता है, जिससे आपकी आंतों की गति (गतिशीलता) धीमी हो जाती है।

    यह घटी हुई गतिशीलता छोटी आंतों के जीवाणु अतिवृद्धि (SIBO) नामक स्थिति के जोखिम को बढ़ा सकती है। SIBO अक्सर सूजन, गैस और पेट की परेशानी का कारण बनता है। कुछ शोधों ने इसे हाइपोथायरॉइडिज्म से जोड़ा है। इसलिए यह भी एब्डोमिनल स्वेलिंग और वेट गेन (Abdominal swelling and weight gain) की वजह बन सकता है।

    इसमें मेटाबॉलिज्म जैसी प्रक्रियाएं शामिल हैं। वास्तव में, हायपोथायराॅयडिज्म के लक्षणों में से एक वजन बढ़ना है। पाचन तंत्र भी इससे प्रभावित हो सकता है, जिससे आंतों की गति (गतिशीलता) धीमी हो जाती है।

    यह घटी हुई गतिशीलता छोटी आंतों के जीवाणु अतिवृद्धि (SIBO) नामक स्थिति के जोखिम को बढ़ा सकती है। SIBO अक्सर सूजन, गैस और पेट की परेशानी का कारण बनता है। कुछ शोधों ने इसे हायपोथायराॅयडिज्म से जोड़ा है।

    प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम (पीएमएस)

    पीएमएस लक्षणों का एक समूह है जो पीरियड से पहले के दिनों में होता है। पीएमएस के लक्षण भावनात्मक और शारीरिक दोनों हो सकते हैं। वे मासिक धर्म के दौरान होने वाले हॉर्मोन के स्तर में बदलाव के कारण होते हैं। पीएमएस के दो शारीरिक लक्षण हैं एब्डोमिन स्वेलिंग और वेट गेन। वाटर रिटेंशन के कारण सूजन होती है, जो कई अन्य पीएमएस लक्षणों की तरह, हाॅर्मोनल परिवर्तनों के कारण होती है। वजन बढ़ना अन्य पीएमएस लक्षणों से जुड़ा हो सकता है, जैसे:

    • वाटर रिटेंशन, जो आपके वजन को थोड़ा बढ़ा सकता है।
    • भोजन की लालसा जिसके कारण आप अधिक भोजन कर सकते हैं या अस्वास्थ्यकर खाद्य पदार्थ खा सकते हैं।
    • थकान और पेट में ऐंठन, जिससे शारीरिक गतिविधि में कमी आ सकती है।

    और पढ़ें: Stomach Ache After Eating: खाने के बाद पेट दर्द की समस्या हो ना करें इग्नोर!

    पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (पीसीओएस)

    पीसीओएस तब होता है जब एण्ड्रोजन (पुरुष सेक्स हॉर्मोन) का स्तर सामान्य से अधिक होता है। यह आपके शरीर पर कई तरह के प्रभाव डाल सकता है, जैसे कि आपके मासिक धर्म में बाधा डालना और बालों के अधिक बढ़ने का कारण। एक और संभावित दुष्प्रभाव वजन बढ़ना है। पीसीओएस के कारण वजन अक्सर पेट के आसपास होता है, जिससे आपका पेट फूला हुआ दिखाई दे सकता है। पीसीओएस के अन्य लक्षणों में शामिल हो सकते हैं:

  • आपके अंडाशय पर बनने वाले सिस्ट
  • अनियमित अवधि, जिसमें शामिल हो सकते हैं:
  • बहुत भारी अवधि
  • बार-बार मिस्ड पीरियड्स
  • अनुपस्थित अवधि
  • बांझपन
  • बालों का झड़ना
  • मुंहासा
  • त्वचा के काले धब्बे, विशेष रूप से आपकी गर्दन पर और आपके स्तनों के नीचे
  • स्किन टेग्स
  • उम्मीद करते हैं कि आपको एब्डोमिनल स्वेलिंग और वेट गेन (Abdominal swelling and weight gain) से संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।

    डिस्क्लेमर

    हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।

    के द्वारा मेडिकली रिव्यूड

    डॉ. प्रणाली पाटील

    फार्मेसी · Hello Swasthya


    Manjari Khare द्वारा लिखित · अपडेटेड 15/03/2022

    advertisement iconadvertisement

    Was this article helpful?

    advertisement iconadvertisement
    advertisement iconadvertisement