और पढ़ें: पाचन के लिए ट्रिप्सिन एंजाइम क्यों जरूरी है? जानिए इसके कार्य
एसिड रिफ्लक्स में शहद : एसिड रिफ्लक्स से राहत में कैसे करें शहद का सेवन?
ब्रिटिश मेडिकल जर्नल में प्रकाशित एक रिपोर्ट की मानें, तो हनी का चिपचिपापन एसिड को खाने की नली या मुंह में आने से रोकने का काम करता है। यह हार्टबर्न के लक्षणों से भी राहत देता है। अगर आप रोजाना एक चम्मच शहद को गुनगुने दूध या योगर्ट में मिलाकर खाते हैं, तो आपको एसिड रिफ्लक्स के लक्षणों से राहत मिलती है। अगर आप शहद का सेवन बिना किसी चीज में मिलाएं करना चाहते हैं, तो ऐसा भी संभव है। अगर आपको शहद से किसी प्रकार की समस्या नहीं है, तो आप रोजाना एक चम्मच शहद खा सकते हैं।
वैसे तो रोजाना शहद का सेवन एक स्वस्थ व्यक्ति को किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचाता है। लेकिन अगर आप मधुमेह के रोगी हैं, तो यह परेशानी खड़ी कर सकता है। जो लोग लो ब्लड शुगर की दवाइयां ले रहे हैं, अगर वह लोग शहद का सेवन करते हैं, तो उन्हें परेशानी हो सकती है। अगर आप एसिड रिफ्लक्स के लक्षणों को कम करने के लिए शहद का सेवन करना चाहते हैं, तो आपको एक बार डॉक्टर से जानकारी जरूर लेनी चाहिए। अगर आप कोई दवाई ले रहे हैं या प्रेग्नेंट है या ब्रेस्टफीडिंग करा रही हैं, तो ऐसे में भी शहद का सेवन करने से पहले डॉक्टर से जानकारी लेनी चाहिए। छोटे बच्चों को यानी कि 12 महीने से उम्र से कम बच्चों को शहद नहीं देना चाहिए। वहीं जिन लोगों को शहद से एलर्जी की समस्या है, उन्हें भी शहद का सेवन नहीं करना चाहिए।
और पढ़ें:8 प्राकृतिक पाचक एंजाइम युक्त खाद्य पदार्थ जो पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में करेंगे मदद!
शहद के अलावा मेडिसिंस भी दिखाती हैं अपना असर!
एसिड रिफ्लक्स (Acid reflux) की समस्या से छुटकारा पाने के लिए आप शहद का इस्तेमाल कर सकते हैं लेकिन ये घरेलू उपाय के तहत किया जा सकता है। अगर आपको एसिड रिफ्लक्स की समस्या लंबे समय से है, तो ऐसे में आपको डॉक्टर से जानकारी लेनी चाहिए। डॉक्टर आपको H2 ब्लॉकर्स, जैसे कि सिमेटिडाइन (टैगामेट) और फैमोटिडाइन (पेप्सिड) देते हैं, जो पेट में पैदा होने वाले एसिड की मात्रा को कम करने का काम करता है। साथ ही में प्रोटॉन पंप इंहिबिटर्स जैसे ओमेप्राजोल आदि का सेवन करने से पेट का एसिड कम होता है। यह ईसोफेगस को बेहतर बनाने में मदद करता है। आप डॉक्टर को समस्या के बारे में जानकारी देंगे, तो डॉक्टर उसी हिसाब से आपको मेडिसिंस देंगे। आप डॉक्टर से खानपान के बारे में भी जानकारी लें, जो पेट में एसिड को बढ़ाने का काम करता है। बेहतर होगा कि ऐसे फूड्स से दूरी बना कर रहे।
और पढ़ें: गैस्ट्रोपैरीसिस : पाचन क्रिया से जुड़ी इस समस्या से हो सकती है टाइप 2 डायबिटीज की तकलीफ!
हो सकता है कि आपको इस बात की जानकारी ना हो, लेकिन प्रेग्नेंसी के दौरान अक्सर महिलाओं को एसिड रिफ्लक्स की समस्या का सामना करना पड़ता है। ऐसे में महिलाओं को खाने में स्पाइसी फूड,अधिक मसाले वाला फूड्स या ऑयली फूड्स ना खाने की सलाह दी जाती है। अगर आपको भी प्रेग्नेंसी के दौरान ऐसी समस्या हो रही है, तो शहद का सेवन करने के बजाय आपको डॉक्टर को यह जानकारी देनी चाहिए। डॉक्टर आपको कुछ मेडिसिंस या सिरप लेने की सलाह दे सकते हैं। प्रेग्नेंसी के दौरान शहद का सेवन करने से पहले डॉक्टर से जानकारी लेना बहुत जरूरी है।
इस आर्टिकल में हमने आपको एसिड रिफ्लक्स में शहद (Use of Honey to Treat Acid Reflux) के बारे में अहम जानकारी दी है। उम्मीद है आपको हैलो हेल्थ की ओर से दी हुई जानकारियां पसंद आई होंगी। अगर आपको पाचन के संबंध में अधिक जानकारी चाहिए, तो हैलो हेल्थ की वेबसाइट में आपको अधिक जानकारी मिल जाएगी।