हमारा स्वास्थ्य कैसा होगा, यह काफी हद तक हमारे पाचन तंत्र पर निर्भर करता है। हम जो भी खाना खाते हैं, वह पाचन तंत्र के माध्यम से शरीर में एनर्जी यानी कि ऊर्जा पैदा करने का काम करता है। हमारे शरीर में इंटेस्टाइन या आंत अहम भूमिका निभाती है। यहां पर फूड का डायजेशन होता है। पाचन तंत्र में बैक्टीरिया भी अहम भूमिका निभाने का काम करते हैं। शरीर में अच्छे और बुरे दोनों प्रकार के बैक्टीरिया होते हैं। कुछ लक्षण जैसे कि खाना ना पचने की समस्या, पेट में दर्द, स्किन संबंधी समस्या होना, यह सभी चीजें गट इंबैलेंस की ओर इशारा करते हैं। ऐसे में माइक्रोबायोम टेस्टिंग बहुत जरूरी हो जाती है। अब आपके मन में यह सवाल आ रहा होगा कि आखिरकार माइक्रोबायोम टेस्टिंग क्या होती है? माइक्रोबायोम टेस्टिंग के माध्यम से गट में वायरस या बैक्टीरिया के बारे में जानकारी मिलती है। आइए जानते हैं होम माइक्रोबायोम टेस्टिंग (Microbiome Testing at Home) क्या सही रिजल्ट देती है और इसे कैसे किया जा सकता है।