बॉडी का हर ऑर्गन महत्वपूर्ण होता है और सबका अपना-अपना काम है। हमने आपसे डायजेस्टिव सिस्टम से जुड़ी कई महत्वपूर्ण बातें शेयर की हैं और आज डायजेस्टिव सिस्टम के फैक्ट्स (Digestive system facts) के बारे में आपके साथ जानकारी शेयर करेंगे।
नैशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन (National Center for Biotechnology Information) में पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार ब्लोटिंग की समस्या गैस या दूसरी डायजेस्टिव प्रॉब्लम की वजह से हो सकती है। हालांकि अगर ब्लोटिंग की समस्या को इग्नोर ना किया जाए, तो इस तकलीफ से जल्द राहत भी मिल सकती है, क्योंकि यह कोई गंभीर बीमारी नहीं है। अगर आप प्रायः डायजेस्टिव सिस्टम से जुड़ी की परेशानी महसूस करते हैं, तो ऐसी स्थिति में इसे इग्नोर करना समझदारी का काम नहीं होता है। पाचन तंत्र से जुड़ी समस्याओं के बारे में हमने आपसे जानकारी शेयर की है और आज डायजेस्टिव सिस्टम के फैक्ट्स (Digestive system facts) के बारे में शेयर करने जा रहें हैं।
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डायजेस्टिव सिस्टम के फैक्ट्स (Digestive system facts)
डायजेस्टिव सिस्टम के फैक्ट्स एक नहीं, बल्कि कई हैं जिनकी जानकारी यहां👇 हम आपके साथ शेयर कर रहें हैं-
- एक स्वस्थ्य व्यक्ति प्रतिदिन 2 सोडा कैन के बराबर स्लाइवा (Saliva) प्रोड्यूस करता है।
- एसोफेगस (Esophagus) में मौजूद मसल्स जाइंट वेभ की तरह काम करते हैं, जो खाने-पीने की चीजों को नीचे की ओर पेट में पहुंचाने में मददगार होते है। इस प्रक्रिया को पेरिस्टैल्सिस (Peristalsis) कहते हैं।
- स्मॉल इंटेस्टाइन का दूसरा हिस्सा जेजुनम (Jejunum) कहलाता है।
- जिन खाद्य पदार्थों का हम सेवन करते हैं, तो डायजेस्टिव सिस्टम में मौजूद इन्जाइम्स (Enzymes) उन्हें तोड़कर उससे बॉडी को न्यूट्रिशन की पूर्ति करता है।
- डायजेस्टिव सिस्टम और ब्रेन में बहुत क्लॉस बॉन्डिंग होती है। इसलिए कई बार टेंशन या एंग्जाइटी के कारण डायजेस्टिव सिस्टम पर बुरा असर पड़ता है।
- जब आप सिर के बल खड़े होते हैं तब भी आपका शरीर पाचन तंत्र के माध्यम से आपके भोजन को स्थानांतरित कर सकता है। यह गुरुत्वाकर्षण से जुड़ा नहीं है क्योंकि यह मांसपेशियों के साथ काम करता है।
- डायजेस्टिव सिस्टम के फैक्ट्स यह भी हैं कि स्मॉल इंटेस्टाइन (Small intestine) की लंबाई 22 से 23 फीट होती है, लेकिन लार्ज इंटेस्टाइन (Large intestine) सिर्फ 5 फीट होती है।
- क्या आपने कभी सोचा है कि गैस पास होने पर गंदी स्मेल क्यों आती है? दरअसल यह भी पाचनतंत्र के फैक्ट्स में शामिल है। अब इसे आसान शब्दों में समझें तो जब गैस पास होता है, तो यह फर्मेन्टेड बैक्टीरिया (Fermented Bacteria) के कारण होता है और जब यह फर्मेन्टेड बैक्टीरिया हवा में मिल जाते हैं तो इसका स्मेल बैड स्मेल में परिवर्तित हो जाता है।
- प्लैटिपस (Platypuses) एक जानवर है, जिसमें पेट नहीं होता है।
- पेट के गुर्राने को बोरबोरिग्मिक (Borborygmic) कहा जाता है और यह हर समय होता है, लेकिन जब आपका पेट खाली होता है तो यह तेज हो जाता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि पेट में खाना नहीं होने की वजह से यह अपना काम नहीं कर पाता है।
- पेट में एक बार में तक़रीबन 2 किलो तक के भोजन को ग्रहण करे की क्षमता होती है।
- पाचन तंत्र को ठीक रखने के लिए एरोबिक व्यायाम (Aerobic exercise) सबसे अच्छा व्यायाम माना जाता है।
- डायजेस्टिव सिस्टम के फैक्ट्स (Digestive system facts) में यह भी जानकारी शेयर की गई है की जन्म होने के समय शिशु के डायजेस्टिव सिस्टम में एक भी हेल्थी बैक्टीरिया (Healthy bacteria) नहीं होता है, जो खाने को डायजेस्ट करने में मदद करे।
- डायजेस्टिव सिस्टम के फैक्ट्स यह भी कम लोगों को ही पता है कि गैस्ट्रो मैक्नीकल डिस्ट्रेस (Gastro mechanical distress) के लक्षण 1 कप या इससे थोड़ा ज्यादा कार्बोनेटेड ड्रिंक्स (Carbonated beverage) के सेवन से महसूस किये जा सकते हैं।
- जब आप बर्प करते हैं, तो इसका अर्थ यह है कि अपने हवा को स्वालो कर लिया है। ऐसा तेजी से खाने eat fast की वजह से, कार्बोनेटेड ड्रिंक्स (Carbonated drinks) के सेवन से या फिर स्मोकिंग (Smoking) की वजह से भी होता है।
- डायजेस्टिव सिस्टम के फैक्ट्स यह भी है कि अगर अचानक से तापमान में बदलाव आ जाये तो हिचकी (Hiccups) की समस्या शुरू हो सकती है।
- डायजेस्टिव सिस्टम के फैक्ट्स के अनुसार लगातार हिचकी आने का सबसे लंबा अटैक 68 साल तक चला।
- डायजेशन का समय (Time Required To Digest Food) 24 से 72 घंटे का होता है। हालांकि खाना डायजेशन का समय इस बात पर भी निर्भर करता है कि आपने क्या खाया है। इसके साथ किसी भी भोजन को पचने में व्यक्ति के मेटाबॉलिज्म और डायजेस्टिव हेल्थ पर भी निर्भर करता है। अगर किसी व्यक्ति को पाचन से जुड़ी समस्या होगी, तो उनके लिए खाना पचने में और ज्यादा वक्त लग सकता है।
ये हैं डायजेस्टिव सिस्टम के फैक्ट्स जो थोड़े फनी भी हैं। चलिए अब पाचन तंत्र (Digestive system) के बारे में और भी बहुत कुछ समझें की कोशिश करते हैं, जिससे पाचन तंत्र को हेल्दी बनाये रखने में मदद मिल सके।
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डायजेस्टिव सिस्टम के फैक्ट्स: डायजेस्टिव सिस्टम को हेल्दी बनाये रखने के लिए क्या करें?
पाचन तंत्र को हेल्दी बनाने के लिए निम्नलिखित टिप्स फॉलो करें। जैसे:
- अपने लंच या डिनर को छोटे-छोटे मील में डिवाइड करें या एक बार में ज्यादा खाने की आदत फोलो ना करें।
- समय पर सोने की आदत डालें। बेहतर होगा समय पर सोने और जल्दी जागने की आदत डालें।
- रोजाना एक्सरसाइज, योगासन या टहलने को अपने रूटीन में शामिल करें।
- बॉडी को फिजिकली एक्टिव रखें। इसलिए फिजिकली एक्टिव रहें।
- खाने को अच्छी तरह से चबा कर खाएं और तेजी से नहीं खाएं।
- खाने के तुरंत बाद पानी का सेवन ना करें।
- सोने के दो से ढ़ाई घंटे पहले डिनर करें।
- खाने के तुरंत बाद ना सोएं।
- ढ़ीले कपड़े पहनें।
- पानी (Water) एवं तरल पदार्थों का सेवन करें।
- जरूरत से ज्यादा ना खाएं।
- हमेशा ताजा खाना खाएं।
- डिनर के वक्त थोड़ा कम खाएं।
- अपने डेली डायट में हेल्दी फैट (Healthy fat), दूध (Milk), दही (Curd) को शामिल करें।
- चीनी की जगह गुड़ या किशमिश का सेवन करें।
नोट: अच्छे डायजेशन के लिए जंक फूड (Junk food) एवं तैलीय चीजों (Oily food) से दूरी बनायें।
ये 15 बातें आपके डायजेशन को बेहतर बनाने में आपके लिए सहायक हो सकती हैं।
अगर आप डायजेस्टिव सिस्टम के फैक्ट्स (Digestive system facts) या डायजेस्टिव सिस्टम ((Digestive system) से जुड़े किसी तरह के कोई सवाल का जवाब जानना चाहते हैं, तो हमें कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं। हमारे हेल्थ एक्सपर्ट आपके सवालों का जवाब जल्द से जल्द देने की कोशिश करेंगे। अगर आप डायजेस्टिव सिस्टम ((Digestive system) की समस्या से पीड़ित हैं, तो विशेषज्ञों से समझना बेहतर होगा।
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