प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं के शरीर में कई तरह के बदलाव आते हैं। इस दौरान उन्हें कई तरह की शारीरिक परेशानियों का भी सामना करना पड़ता है। इनमें से कुछ पर तो महिलाएं फौरन ध्यान देती हैं और उसका इलाज शुरू कर देती हैं, लेकिन कुछ समस्याएं ऐसी होती हैं जिन्हें वह समझ नहीं पातीं और आगे जाकर उन्हें ज्यादा दिक्कत होती है। इन्हीं में से एक समस्या है प्रेग्नेंसी में मुंह के छाले। प्रेग्नेंसी में मुंह के छाले की परेशानी को माउथ अल्सर के नाम से भी जाना जाता है। आइए विस्तार से जानते हैं कि क्या है प्रेग्नेंसी में मुंह के छाले की परेशानी, क्या है प्रेग्नेंसी में मुंह के छाले होने की वजह और इससे बचने के लिए क्या करना चाहिए?
क्या है माउथ अल्सर या प्रेग्नेंसी में मुंह के छाले?
प्रेग्नेंसी में मुंह के छाले यानी माउथ अल्सर की समस्या आम है। माउथ अल्सर को कैंकर सोर्स (Canker Sores) के नाम से भी जाना जाता है। यह छोटे सफेद या पीले धब्बे होते हैं, जो मुंह के चारों ओर बन जाते हैं। शुरुआती गर्भावस्था में मुंह के छाले विटामिन बी-12, जिंक व आयरन जैसे खनिजों की कमी से हो सकते हैं । अधिकतर केस में मुंह के छाले बहुत ही दर्दनाक होते हैं। माउथ अल्सर तीन प्रकार के होते हैं। इसमें पहला है माइनर माउथ अल्सर, जो प्रेग्नेंसी के दौरान आम है। ये अल्सर घाव की तरह दिखते हैं, जिसमें करीब 2.9 मिमी का एक छोटा सा व्यास होता है। ये मुंह, मसूड़ों व जीभ पर होते हैं। अल्सर का दूसरा प्रकार है मेजर माउथ अल्सर। यह छोटे अल्सर की तुलना में थोड़ा कम होते हैं। इनका व्यास करीब 10 मिमी का होता है और इन्हें ठीक होने में 1 हफ्ते से लेकर 1 महीने तक का समय लग सकता है। प्रेग्नेंसी में मुंह के छाले का तीसरा प्रकार होता है हेरपेटिफॉर्म अल्सर। इसका साइज बहुत छोटा होता है। यह 10 से 100 घावों के समूह के रूप में पैदा होता है और मुंह के किसी भी भाग में हो सकता है। इसे ठीक होने में 10 दिन लग जाते हैं।
प्रेग्नेंसी में मुंह के छाले के क्या कारण हैं?
प्रेग्नेंसी में मुंह के छाले को बीमारी नहीं कहा जा सकता। हालांकि इसमें काफी सावधानी बरतने व समय रहते इलाज शुरू करने की जरूरत होती है। गर्भावस्था में मुंह के छाले के कई कारण होते हैं। आइए जानते हैं, इसके कुछ प्रमुख कारणों को।
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कमजोर इम्यून सिस्टम (प्रतिरक्षा प्रणाली)
डॉक्टरों के अनुसार, कमजोर इम्यून सिस्टम से भी प्रेग्नेंसी में मुंह के छाले की समस्या हो सकती है।
हार्मोनल परिवर्तन
प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं के हॉर्मोन में तेजी से बदलाव आता है। इससे शरीर की रासायनिक सरंचना बदलती है और यह माउथ अल्सर यानी मुंह में छाले का कारण बनता है।
तनाव
गर्भावस्था में मुंह के छाले का एक कारण तनाव भी होता है। जो गर्भवती ज्यादा तनाव लेती हैं, उनमें माउथ अल्सर का खतरा ज्यादा रहता है।
आहार
अगर कोई महिला प्रेग्नेंसी के दौरान असंतुलित आहार का सेवन करती है, तो उसे भी माउथ अल्सर होने का खतरा अधिक रहता है। आहार में विटामिन और खनिजों की पर्याप्त मात्रा रहनी चाहिए।
विटामिन व जिंक की कमी से
गर्भवती के शरीर में अगर विटामिन-बी- 12 व जिंक की कमी हो जाए तो इससे भी माउथ अल्सर हो सकता है। इसलिए विटामिन-बी 12 का पर्याप्त मात्रा में सेवन करें।
कम नींद
कम नींद भी प्रेग्नेंसी में मुंह के छालों की एक वजह है। दरअसल नींद की कमी से शरीर में हॉर्मोनल और रासायनिक असंतुलन बनता है और इससे मुंह में छाले आ सकते हैं।
कुछ अन्य कारण
माउथ अल्सर कब्ज होने व अधिक स्मोकिंग करने की स्थिति में हो सकता है।
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प्रेग्नेंसी में माउथ अल्सर हो जाए तो किन बातों का ख्याल रखें?
प्रेग्नेंसी में मुंह के छाले होने पर आपको कुछ बातों पर विशेष ध्यान देना चाहिए। हम आपको बता रहे हैं कुछ ऐसे ही उपाय जो आपको सबसे पहले करने चाहिए।
- सुनिश्चित करें कि आप मुंह की सफाई अच्छे तरीके से कर रहे हैं।
- आप ये भी देखें कि आप अपने दांतों को दिन में कम से कम दो बार चिकित्सीय रूप से प्रमाणित किए गए टूथपेस्ट से ही साफ करें।
- इसके अलावा आप माउथ वॉश का भी इस्तेमाल करें।
- अगर टूथब्रश से मसूड़ों व अल्सर में दर्द हो रहा है, तो नरम ब्रिसल्स वाले ब्रश से धीरे-धीरे दांत साफ करें।
- दर्द से राहत पाने के लिए अल्सर पर डालने के लिए डॉक्टर से सलाह लेकर क्रीम या पेस्ट का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
- ऐसा कोई आहार न खाएं, जिससे छाले के बढ़ने की आशंका हो।
- अगर अल्सर 2 हफ्ते में ठीक न हो तो फौरन डॉक्टर को दिखाएं।
- ठंडा पानी स्ट्रॉ की मदद से ही पिएं।
- नरम, स्वस्थ व संतुलित आहार ही लें।
ये बातें न करें
- अधिक मसालेदार, नमकीन या एसिडिक भोजन न खाएं।
- टोस्ट या चिप्स जैसे ठोस चीजें खाने से भी बचें।
- च्युइंगम भी खाने से बचें। इससे समस्या बढ़ सकती है।
- सोडियम लॉरिल सल्फेट युक्त टूथपेस्ट का इस्तेमाल न करें।
- अनानास, अंगूर, संतरा व नींबू जैसे खट्टे फल का भी सेवन न करें।
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प्रेग्नेंसी में मुंह के छालों का क्या उपाय है?
अगर प्रेग्नेंसी में मुंह के छालों की समस्या ज्यादा दिन से हैं, तो डॉक्टर को दिखाना जरूरी हो जाता है। लेकिन शुरुआती चरण में आप कुछ घरेलू उपाय से भी इसे दूर कर सकते हैं। आइए जानते हैं प्रेग्नेंसी में मुंह के छालों के लिए कुछ ऐसे उपाय करें।
- खारे पानी और बेकिंग सोडा युक्त पानी से कुल्ला करें।
- ठंडे पानी से कुल्ला करने व छाले पर आराम-आराम से बर्फ रगड़ने से भी फायदा मिलेगा।
- छाले पर हल्दी व शहद का पेस्ट लगाने से भी राहत मिलेगी।
- जहां छाले हैं वहां पर बेकिंग सोडा का पेस्ट लगाएं।
- अल्सर पर नारियल का तेल लगाने से भी राहत मिलती है।
- छाले पर एलोवेरा का जेल लगाने से भी काफी आराम मिलता है।
- तनवा कम करने के लिए गर्भवती योग भी कर सकती हैं, इससे भी छाले से राहत मिलेगी।
- पर्याप्त नींद लेना भी आपके लिए बहुत जरूरी है। इसलिए 7 से 9 घंटे की पूरी नींद लें।
गर्भावस्था में मुंह के छाले आम बात है। शुरुआती चरण में यह बड़ी समस्या नहीं है लेकिन, इस पर ध्यान न दिया जाए तो इससे काफी दिक्कतें हो सकती हैं। कुछ सावधानी बरतकर मुंह में छाले यानी माउथ अल्सर से बचा जा सकता है। अगर आप प्रेग्नेंसी में मुंह के छाले से जुड़े किसी तरह के कोई सवाल का जवाब जानना चाहते हैं तो विशेषज्ञों से समझना बेहतर होगा। हैलो हेल्थ ग्रुप किसी भी तरह की मेडिकल एडवाइस, इलाज और जांच की सलाह नहीं देता है।
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