प्रेग्नेंसी वीक 15 में गर्भस्थ शिशु का विकास
गर्भावस्था का 15वां सप्ताह: प्रेग्नेंसी वीक 15 में मेरे शिशु का विकास कैसा है?
प्रेग्नेंसी वीक 15 में प्रवेश करने के दौरान आपके शिशु की लंबाई करीब 10 सेंटीमीटर और वजन 75 ग्राम के आसपास पहुंच जाता है। प्रेग्नेंसी वीक 15 में आपका शिशु विकास करता रहता है, इस दौरान वो अपने हाथ-पैरों के जोड़ों को मोड़ने लगता है। प्रेग्नेंसी वीक 15 के बाद आप बहुत जल्द अपने शिशु की हलचल को अपने पेट में महसूस कर सकती हैं। प्रेग्नेंसी वीक 15 में आपका शिशु सांस लेने, निगलना और चूसना भी सीखने लगता है। उसके सिर पर बालों का पैटर्न बनना भी शुरू हो जाता है। आपका शिशु जन्म के बाद जीने के लिए जरूरी स्किल्स को सीखना जारी रखता है। प्रेग्नेंसी वीक 15 के दौरान आप अल्ट्रासाउंड की मदद से शिशु के लिंग की पहचान कर सकती हैं। लेकिन, इसके साथ ही आपको बता दें कि, भारत में जन्म से पहले शिशु के लिंग की जांच करना या करवाना गैर-कानूनी है, जिसके लिए भारतीय दंड संहिता के अंतर्गत सजा का प्रावधान है।
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प्रेग्नेंसी वीक 15 में शारीरिक और दैनिक जीवन में परिवर्तन
गर्भावस्था का 15वां सप्ताह: प्रेग्नेंसी वीक 15 के दौरान मेरे शरीर में क्या-क्या बदलाव आएंगे?
प्रेग्नेंसी वीक 15 में गर्भवती महिला के मसूड़े सेंसिटिव होने लगते हैं। गर्भावस्था के 15 हफ्ते (प्रेग्नेंसी वीक 15) के अंदर आपको मसूड़ों के लाल होने, सूजने और ब्रुश करने पर खून निकलने की समस्या हो सकती है। यह सभी समस्या गिंगिवाइटिस (gingivitis) डेंटल कंडीशन की वजह से होती है। यह समस्या आम है और प्रेग्नेंसी हॉर्मोन की वजह से होती है। प्रेग्नेंसी के दौरान पहले के मुकाबले ज्यादा दांतों की देखभाल करना जरूरी होता है। डॉक्टर द्वारा दिन में दो बार ब्रुश करने की सलाह दी जाती है। हालांकि, दिन में तीन बार यानि हर मील के बाद ब्रुश करना अच्छा रहता है। प्रेग्नेंसी वीक 15 के दौरान आपको दांतों के स्वास्थ्य को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। क्योंकि इससे हड्डियों और टिश्यू का गंभीर इंफेक्शन पेरियोडोंटाइटिस (periodontitis) की समस्या बढ़ सकती है। जिसका संबध प्री-मैच्योर लेबर (pre-mature labour) और प्री-एक्लेंपसिया (pre-eclampsia) से जोड़ा जाता है। स्वस्थ दांतों के लिए अच्छी डेंटल हाइजिन की जरूरत होती है।
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प्रेग्नेंसी वीक 15 में मुझे किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
प्रेग्नेंसी वीक 15 के दौरान आपको अपने इमोशनल चेंजेस के बारे में चिंता हो सकती है। इस सप्ताह में भी गर्भवती महिला के इमोशन बदलते रहते हैं। यहां कुछ इमोशन बताए जा रहे हैं, जो कि कोई भी गर्भवती महिला महसूस करती है।
- बेवजह रोना आना
- हंसते-हंसते प्रेग्नेंसी के बारे में सोचकर चिंतित होना
- ये जानकर खुश होना कि अब आपको वो कपड़े फिट नहीं आ रहे, जो कि पिछले हफ्ते आसानी से आ जाते थे
- ध्यान न लगाने पर चिड़चिड़ा महसूस करना
- वस्तुएं गिर जाने या भूल जाने की समस्या पर गुस्सा आना
यह इमोशन गंभीर हो सकते हैं, लेकिन कुछ ही दिन में आप इन्हें मैनेज करना सीख जाएंगी। आप इन इमोशन के बारे में किसी से बात करके, कोई प्रेग्नेंसी डायरी लिखकर या अपना मनपसंद म्यूजिक सुनकर थोड़ी राहत पा सकती हैं। बस ध्यान रखें कि, इन इमोशन के चेंज होने के पीछे की वजह आपके प्रेग्नेंसी हॉर्मोन हैं। इसलिए, कोई निर्णय लेने के लिए यह समय ठीक नहीं है और कोई भी निर्णय लेने से पहले दिमाग को शांत रखें।
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प्रेग्नेंसी वीक 15 में डॉक्टरी सलाह
प्रेग्नेंसी वीक 15 में मुझे डॉक्टर को क्या-क्या बताना चाहिए?
अगर आपको प्रेग्नेंसी से पहले कोई एलर्जी थी, तो आप महसूस करेंगी कि प्रेग्नेंसी वीक 15 में यह एलर्जी गंभीर हो रही हैं। गर्भावस्था से पहले एलर्जी का सामना करने वाली महिलाओं में यह स्थिति आम होती है। अगर आपकी एलर्जी ज्यादा गंभीर होती हैं या दैनिक कार्यों में बाधा बनती हैं, तो अपने डॉक्टर को बताएं। प्रेग्नेंसी के दौरान कुछ दवाएं आपके और आपके शिशु के लिए खतरनाक हो सकती हैं, इसलिए अपने डॉक्टर से बात करें ताकि एलर्जी से राहत दिलाने के लिए वो मदद कर सके।
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गर्भावस्था का 15वां सप्ताह: प्रेग्नेंसी वीक 15 में मुझे किन टेस्ट्स के बारे में पता होना चाहिए?
प्रेग्नेंसी वीक 15 या दूसरे तिमाही के दौरान आपका डॉक्टर महीने में कम से कम एक बार जरूर रूटीन चेकअप के लिए बुलाएगा। हर बार डॉक्टर ब्लड प्रेशर या यूरिन टेस्ट जैसे कुछ रूटीन टेस्ट करेगा।
प्रेग्नेंसी वीक 15 में ब्लड प्रेशर की जांच करना बहुत जरूरी है, ताकि प्री-एक्लेंपसिया के किसी भी लक्षण की जांच की जा सके, जो कि प्रेग्नेंसी के दौरान हाई ब्लड प्रेशर की मदद से जांचा जा सकता है। इससे आपको या आपके शिशु को नुकसान पहुंच सकता है। प्री-एक्लेंपसिया के अन्य लक्षणों में यूरीन में प्रोटीन का होना, किडनी या लिवर में बदलाव, लगातार सिरदर्द या नजर का कमजोर होना शामिल हैं। इन सभी बदलावों को यूरीन टेस्ट की मदद से जांचा जा सकता है।
प्रेग्नेंसी वीक 15 में स्वास्थ्य और सुरक्षा
प्रेग्नेंसी वीक 15 के दौरान मुझे स्वास्थ्य और सुरक्षा के बारे में किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
प्रेग्नेंसी वीक 15 के दौरान आपको चिंता हो सकती है कि इंफेक्शन से बचाव के लिए डेंटिस्ट के पास जाना सुरक्षित है या नहीं। आपको बता दें कि आपके गर्भवती होने पर डेंटिस्ट सुरक्षित तरीके से आपके दांतों की सफाई करता है और कैविटी को भरता है। चूंकि, आपका इम्यून सिस्टम कमजोर होता है, इसलिए डेंटिस्ट किसी संभावित इंफेक्शन से बचाव के लिए सभी सावधानी बरतता है। डेंटल एक्सरे के दौरान सुनिश्चित करें कि आपका पेट और गला रेडिएशन से बचाव के लिए धातु की प्लेट से पूरी तरह से ढका हुआ हो।
अगर आपको किसी दवाई से एलर्जी है तो डेंटल चेकअप के दौरान अपने डेंटिस्ट को जरूर बताएं। इसकी मदद से डेंटिस्ट आपके लिए सुरक्षित दवाओं के सेवन की ही सलाह देगा। इंफेक्शन से बचने के लिए आपको एंटीबायोटिक्स की जरूरत हो सकती है। अगर आपको दर्द निवारक दवाई की जरूरत होगी, तो आपका डेंटिस्ट आपके लिए सबसे सुरक्षित दर्द निवारक दवा का ही प्रयोग करेगा। अगले आर्टिकल में हम प्रेग्नेंसी वीक 16 के बारे में बात करेंगे।
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