ऐसी स्थिति में डॉक्टर से बात करके जन्म नियंत्रण की स्थिति पर सलाह लेनी चाहिए, क्योंकि स्तनपान (Breastfeeding) के दौरान गर्भनिरोधक गोलियां मां और बच्चे दोनों के लिए नुकसानदेह साबित हो सकता है। गर्भनिरोधक गोलियों (Birth control pills) में एस्ट्रोजन (Estrogen) की मात्रा अधिक होती है, जो दूध का उत्पादन ठीक से होने नहीं देता। इसलिए डॉक्टर की सलाह से आप दूसरा तरीका अपना सकते हैं।
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क्या डिलीवरी के बाद पहले पीरियड, आम पीरियड (Period) की तरह होते हैं?
जिस तरह प्रेग्नेंसी के बाद महिला के शरीर में काफी कुछ बदल जाता है, उसी तरह डिलीवरी के बाद पहले पीरियड (First period after pregnancy) में थोड़ा परिवर्तन हो सकता है। कई महिलाओं में किसी भी तरह का परिवर्तन नहीं देखा जाता। इसका असर अलग-अलग महिला में अलग-अलग तरह से दिखाई देता है। कई बार डिलीवरी के बाद पहले पीरियड (Period) ज्यादा लंबे या ज्यादा छोटे भी हो सकते हैं। वहीं ब्लीडिंग (Bleeding) कम या अधिक दोनों तरह से हो सकती है। कई बार महिलाओं को पीरियड्स में होने वाले दर्द और ऐंठन में बढ़ोतरी भी देखी गई है।
प्रेग्नेंसी के दौरान आपका गर्भाशय बड़ा हो चुका होता है, हालांकि प्रसव के बाद वह धीरे-धीरे सिकुड़ने लगता है, फिर भी आमतौर पर इसे बड़ा ही माना जाता है। एंडोमेट्रियल लाइनिंग (Endometrial lining) जो पीरियड के दौरान रक्त के रूप में बाहर निकलती है, शरीर को इसे दोबारा तैयार करना पड़ता है। गर्भावस्था के दौरान इसमें काफी परिवर्तन हो चुके होते हैं, इसलिए डिलीवरी के बाद पहले पीरियड (First period after pregnancy) में आपको अलग अनुभव हो सकते हैं। वहीं यदि महिला प्रेग्नेंसी से पहले गर्भनिरोधक गोलियों का उपयोग करती है, तो डिलीवरी के बाद पहले पीरियड के दौरान उन्हें अक्सर ज्यादा ब्लीडिंग Bleeding) की समस्या हो सकती है। यही कारण है डिलीवरी के बाद पहले पीरियड, आम पीरियड (Period) से अलग हो सकते हैं।
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