पहली बार पिता बनना – बिल्कुल भी घबराएं नहीं
डिलिवरी के दौरान आपकी पार्टनर को ब्लीडिंग हो सकती है। कई बार यह बहुत ज्यादा होती है। अस्पताल के स्टाफ के लिए यह कोई अनोखी बात नहीं होगी लेकिन, आपको भी इसे देखकर घबराना नहीं है। शिशु को जन्म देते वक्त आपके पार्टनर को निश्चित तौर पर ब्लीडिंग होगी। इसके लिए आप पहले से ही तैयार रहें।
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पहली बार पिता बनना – अपनी सीमा का रखें ध्यान
डिलिवरी रूम में ऐसी कई चीजें होंगी, जिनके बारे में शायद आप ना जानते हों। साथ ही कुछ ऐसी चीजें होंगी जिन्हें प्रोफेशनल्स पर छोड़ना बेहतर रहेगा। कई बार मिडवाइफ आपसे शिशु के जन्म लेने पर उसे हांथों में लेने के लिए कह सकती है। ऐसे में यदि आपकी आपको लगता कि आप उसे संभाल नहीं पाएंगे तो मना कर दें। गर्भनाल काटने का कार्य भी प्रोफेशनल्स पर ही छोड़ दें।
पहली बार पिता बनना एक जिम्मेदारी वाला काम होता है। इसमें न सिर्फ आपको खुद को तैयार करना होता है बल्कि प्रेग्नेंट पत्नी की देखभाल भी करनी होती है। इस दौरान आपको अपनी इन जिम्मेदारियों का भी खास ख्याल रखने की जरूरत होती है, जैसे –
- जब आपकी पत्नी गर्भवती हो उसी दौरान या प्रसव से पहले उनसे बात कर लें कि वह लेबर के दौरान क्या करना चाहती है (नॉर्मल या सिजेरियन डिलिवरी को चुनना)? पत्नी के साथ सिर्फ आप ही हैं जिसे हर चीज की जिम्मेदारी लेने की जरूरत है। दाई को भी आप उनकी परेशानियों और दर्द के बारे में सब कुछ बता सकते हैं। यदि अपने बर्थ-प्लान की योजना बना रखी है तो उन्हें सही समय पर अस्पताल ले जाएं।
- लेबर के दौरान पार्टनर खुद के लिए बोलने में सक्षम नहीं होती। इसलिए उसकी ओर से बोलने के लिए तैयार रहें। इस दौरान आपकी पत्नी प्रसव के दौरान क्या महसूस कर रही है? इस बारे में डॉक्टर को बताएं। पहली बार पिता बनने वालों के लिए सलाह है पार्टनर की पीड़ा देखकर भी वे दृढ़ रहें। यहां तक कि एक आपातकालीन सी-सेक्शन के दौरान पत्नी के इंटरफेयर करने पर भी आप उसे रोक सकते हैं।