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Postpartum Hernia: पोस्टपार्टम हर्निया क्या है? जानिए इससे जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां!

Postpartum Hernia: पोस्टपार्टम हर्निया क्या है? जानिए इससे जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां!

प्रेग्नेंसी के दौरान और प्रेग्नेंसी के बाद शरीर में अलग-अलग तरह के बदलाव देखे जाते हैं। वहीं कुछ बदलाव ऐसे भी हो सकते हैं, जिससे शारीरिक परेशानी बढ़ सकती है। ऐसी ही एक समस्या है हर्निया की। प्रेग्नेंसी के बाद हर्निया यानी पोस्टपार्टम हर्निया (Postpartum Hernia) की समस्या। आज इस आर्टिकल में पोस्टपार्टम हर्निया (Postpartum Hernia) के बारे में समझेंगे। 

  • पोस्टपार्टम हर्निया की समस्या क्या है?
  • पोस्टपार्टम हर्निया के प्रकार कितने हैं?
  • ​​क्या पोस्टपार्टम हर्निया की समस्या सामान्य है?  
  • पोस्टपार्टम हर्निया के लक्षण क्या हैं?
  •  प्रेग्नेंसी के बाद हर्निया के कारण क्या हो सकते हैं?
  • प्रेग्नेंसी के बाद हर्निया से बचाव कैसे करें?
  • पोस्टपार्टम हर्निया के कारण भविष्य में क्या परेशानी हो सकती है?
  • डॉक्टर से कंसल्ट कब करना जरूरी है?

चलिए पोस्टपार्टम हर्निया से जुड़े इन सवालों का जवाब जानेंगे।  

पोस्टपार्टम हर्निया (Postpartum Hernia) की समस्या क्या है?

पोस्टपार्टम हर्निया (Postpartum Hernia)

प्रेग्नेंसी के बाद अगर बेली बटन के ठीक ऊपर उभाड़ महसूस हो, तो हर्निया की समस्या हो सकती है। प्रेग्नेंसी के बाद हर्निया की समस्या को मेडिकल टर्म में पोस्टपार्टम हर्निया (Postpartum Hernia) कहते हैं। वैसे पोस्टपार्टम हर्निया होने पर परेशान ना हों, क्योंकि गर्भावस्था के बाद हर्निया की समस्या ज्यादा गंभीर नहीं होती है और यह कई कारणों से होती है। गर्भावस्था के बाद हर्निया के कारण को समझने से पहले इसके प्रकार को समझेंगे।

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पोस्टपार्टम हर्निया के प्रकार कितने हैं? (Types of Postpartum Hernia)

गर्भावस्था के बाद हर्निया की समस्या तीन अलग-अलग तरह की होती है। जैसे:

  1.  वेंट्रल हर्निया (Ventral hernias)- वेंट्रल हर्निया की समस्या पेट के बीच में और बेली बटन के ठीक ऊपर होती है, जिसे वेंट्रल हर्निया कहते हैं। 
  2.  इंग्वाइनल हर्निया (Inguinal hernia)- प्रेग्नेंसी के दौरान पेट पर प्रेशर पड़ने की वजह से ग्रोइन के पास होने वाले हर्निया की समस्या को इंग्वाइनल हर्निया कहते हैं। 
  3. अम्बिलिकल हर्निया (Umbilical hernia)- प्रेग्नेंसी या प्रेग्नेंसी के बाद बेली बटन के पास हर्निया की समस्या हो सकती है और यह सबसे कॉमन हर्निया है, जिसे अम्बिलिकल हर्निया कहते हैं। 

ये हैं प्रेग्नेंसी के बाद हर्निया के अलग-अलग प्रकार। 

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​​क्या पोस्टपार्टम हर्निया की समस्या सामान्य है? (Is Postpartum Hernia common)

पोस्टपार्टम हर्निया की समस्या सामान्य नहीं है और यह परेशानी किसी-किसी महिलाओं में देखी जा सकती है। पोस्टपार्टम हर्निया की समस्या होने पर घबराना नहीं चाहिए, क्योंकि इसका इलाज आसानी से किया जा सकता है। इसलिए अगर प्रेग्नेंसी के बाद पेट के आस पास उभार महसूस होने लगे तो इसे इग्नोर ना करें। पोस्टपार्टम हर्निया के लक्षण (Postpartum Hernia symptoms) को समझें और डॉक्टर से कंसल्ट करें। 

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पोस्टपार्टम हर्निया के लक्षण क्या हैं? (Symptoms of Postpartum Hernia)

पोस्टपार्टम हर्निया (Postpartum Hernia)

पोस्टपार्टम हर्निया के लक्षण इस प्रकार हैं। जैसे: 

  • बेली बटन के ऊपर एक लाइन खीच जाना या उभार नजर आना। 
  • नाभि (Belly button) पर उभार नजर आना। 
  • सी-सेक्शन स्कार (C-section scar) के साथ-साथ उभार नजर आना। 
  • पेट या बेली बटन के आसपास टेंडरनेस या दर्द (Tenderness or pain) महसूस होना। 

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ये हैं गर्भावस्था के बाद पोस्टपार्टम हर्निया के लक्षण। वहीं कुछ ऐसी स्थिति भी हो सकती है, जिसकी वजह से पोस्टपार्टम हर्निया की समस्या (Postpartum Hernia) गंभीर हो सकती है। जैसे:

  • खांसना (Cough) या छींकने (Sneeze) पर परेशानी महसूस होना। 
  • तेजी से हंसने (Laugh hard) पर दर्द महसूस होना। 
  • किसी भी चीज को लिफ्ट (Lift something) करने में परेशानी महसूस होना। 
  • तेजी से खड़े (Stand up suddenly) होने पर तकलीफ होना। 
  • एक्सरसाइज (Exercise) करने पर परेशानी महसूस होना। 
  • सीढ़ी चढ़ने (Climb stairs) पर पेट में दर्द मासूस होना। 

अगर ऐसी स्थिति महसूस हो रही है, तो डॉक्टर से कंसल्ट करें।  

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 प्रेग्नेंसी के बाद हर्निया के कारण क्या हो सकते हैं? (Cause of Postpartum Hernia)

प्रेग्नेंसी के बाद हर्निया की समस्या फैट (Fat), टिशू (Tissue) या इंटेस्टाइन (Intestine) के अंदुरुनी हिस्से में कमजोर पड़ने की वजह से या मसल्स के कमजोर होने की वजह से हो सकती है। इसके अलावा हर्निया के निम्नलिखित कारण हो सकते हैं। जैसे:

चलिए अब समझने की कोशिश करते हैं की इस परेशानी से कैसे बचें।

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प्रेग्नेंसी के बाद हर्निया से बचाव कैसे करें? (Tips to prevent Postpartum Hernia)

प्रेग्नेंसी के बाद हर्निया की समस्या बचना थोड़ा कठिन होता है, लेकिन कुछ बातों को ध्यान में अगर रखा जाए तो इससे बचना संभव हो सकता है। जैसे:

  • शिशु के अलावा किसी भी अन्य वस्तुओं को ना उठायें। 
  • इंटेंस एक्सरसाइज (Intense exercise) करने से बचें। 
  • ज्यादा देर तक खड़े ना (Avoid standing) रहें। 
  • बार-बार सीढ़ियों (Stairs) पर ना चढ़ें। 
  • लूज कपड़े (Loose cloth) पहनें। 
  • खांसने (Cough), हंसने (Laugh) या छींकने (Sneeze) के दौरान पेट को होल्ड करें। 

इन टिप्स को फॉलो करें और हर्निया से बचें। 

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पोस्टपार्टम हर्निया के कारण भविष्य में क्या परेशानी हो सकती है? (Risk factor of Postpartum Hernia)

पोस्टपार्टम हर्निया के कारण अगले प्रेग्नेंसी के दौरान हर्निया की स्थिति गंभीर हो सकती है। इसलिए अगर पोस्टपार्टम हर्निया (Postpartum Hernia) की समस्या होती है, तो डॉक्टर से कंसल्ट करें।

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डॉक्टर से कंसल्ट कब करना जरूरी है? (Consult Doctor if-) 

निम्नलिखित स्थितियों में डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी है। जैसे: 

  • बहुत तेज दर्द (Extreme pain) होना।   
  • अचानक दर्द (Sudden pain) होना। 
  • जी मिचलाने (Severe nausea) की समस्या ज्यादा होना। 
  • उल्टी (Vomiting) होना। 
  • त्वचा पर उभार (Bulge) बढ़ जाना। 
  • हर्निया के आसपास की स्किन का रंग बदलना (Discoloration of skin)। 

ऐसी स्थितियों में डॉक्टर से जल्द से जल्द कंसल्ट करना चाहिए।

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हर्निया का इलाज अगर सर्जरी के माध्यम से किया जाए, तो इससे सर्जरी के दिन या उसके एक से दो दिनों के बाद ही अस्पताल से छुट्टी मिल सकती है। अस्पताल से डिस्चार्ज के दौरान पेशेंट के हेल्थ कंडिशन को ध्यान में रखकर ही छुट्टी दी जाती है। डॉक्टर इस दौरान पेशेंट को मेडिकेशन एवं अन्य टिप्स फॉलो करने की सलाह देते हैं। इसलिए जो भी सलाह डॉक्टर द्वारा दिया जाए उसे फॉलो करें।

अगर आप प्रेग्नेंसी (Pregnancy) या प्रेग्नेंसी के बाद हर्निया (Postpartum Hernia) से जुड़े किसी तरह के सवाल का जवाब जानना चाहते हैं, तो आप हमें फेसबुक पेज पर कमेंट बॉक्स में लिखकर पूछ सकते हैं। हमारे हेल्थ एक्सपर्ट आपके सवालों का जवाब जल्द से जल्द देने की पूरी कोशिश करेंगे।

प्रेग्नेंसी के दौरान गर्भवती महिला अपना ख्याल तो रखती हैं, लेकिन प्रेग्नेंसी के बाद भी गर्भवती महिला को अपने विशेष ख्याल रखना चाहिए। इसलिए नीचे दिए इस वीडियो लिंक पर क्लिक करें और एक्पर्ट से जानें न्यू मदर के लिए खास टिप्स यहां।

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डिस्क्लेमर

हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।

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Current Version

10/05/2022

Nidhi Sinha द्वारा लिखित

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील

Updated by: Nidhi Sinha


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के द्वारा मेडिकली रिव्यूड

डॉ. प्रणाली पाटील

फार्मेसी · Hello Swasthya


Nidhi Sinha द्वारा लिखित · अपडेटेड 10/05/2022

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