वजायनल बर्थ पोजीशन (Vaginal Birth Positions) की साइड लेइंग पुजिशन में शिशु को बाहर निकालने के लिए महिला के एक पैर को ऊपर की तरफ फैला लिया जाता है। इस दौरान डिलिवरी कराने वाले डॉक्टर या नर्स का सहायक महिला के उठे हुए पैर को संभालता है। महिला इसमें अपने घुटने और पीठ को पकड़ सकती है। जोर लगाने के बाद वह अपनी बाजू और पैरों को आराम भी दे सकती है। इस पुजिशन में डिलिवरी कराने वाला बेड के एक तरफ होता है। जिसमें वह पेरेनियम को बेहतर तरीके से देख सकता है साथ ही मसाज भी दे सकता है। डिलिवरी कराने वाला यह सुनिश्चित भी कर सकता है कि बच्चे का सिर जितना हो सके उतना बिना किसी समस्या के आसानी से बाहर आ जाए। इस पोजिशन के लिए किसी विशेष बेड या इक्विपमेंट की जरूरत नहीं पड़ती है। वजायनल बर्थ पोजीशन की साइड लेइंग पोजीशन में बिना कुछ एक्सट्रा अरेंजमेंट के डिलीवरी आसानी से की जा सकती है।
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नुकसान
इस पुजिशन में आपको ग्रेविटी का फायदा नहीं मिलता है। इसकी वजह से कई बार परेशानी हो सकती है।
रिक्लाइनिंग बर्थ पुजिशन
वजायनल बर्थ पोजीशन (Vaginal Birth Positions) की रिक्लाइनिंग बर्थ पुजिशन उनके लिए हैं जिनकी डिलिवरी में ज्यादा समय लगता है। डिलिवरी की प्रक्रिया कई बार लंबी चलती है। ऐसी स्थिति में गर्भवती महिला को बीच-बीच में आराम की जरूरत पड़ती है। ऐसे में रिक्लाइनिंग बर्थ पुजिशन काफी बेहतर साबित होती है। इस पुजिशन को करने के अनेकों तरीके हैं। आप बेड पर लेट सकती हैं। दीवार, कुर्सी या किसी अन्य व्यक्ति की पीठ का सहारा ले सकती हैं। यहां तक कि आप अपने पति को डिलिवरी के वक्त एक सहारे को तौर पर अपने साथ रहने दे सकती हैं। इस पोजीशन की सबसे बड़ी खासियत है कि इससे दबाव कम महसूस होता है और मांसपेशियों को आराम मिलता है। यह पुजिशन उस वक्त भी बेहतर साबित हो सकती है जब महिला पूरी तरह से थक चुकी हो। वजायनल बर्थ पोजीशन में रिक्लाइनिंग बर्थ पुजिशन का डिलिवरी में सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है।