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Pregnancy 31st Week : प्रेग्नेंसी वीक 31, जानिए लक्षण, शारीरिक बदलाव और सावधानियां!

Pregnancy 31st Week : प्रेग्नेंसी वीक 31, जानिए लक्षण, शारीरिक बदलाव और सावधानियां!

प्रेग्नेंसी वीक 31 में गर्भस्थ शिशु का विकास

प्रेग्नेंसी वीक 31 (Pregnancy week 31) में आपके शिशु का विकास कैसा है?

प्रेग्नेंसी वीक 31 (Pregnancy week 31) या गर्भावस्था का 31वां सप्ताह  के दौरान आपके शिशु की लंबाई 41 सेंटीमीटर और वजन 1.5 किलोग्राम के आसपास हो जाता है। 31 हफ्ते का भ्रूण लगभग विकसित हो चुका होता है। प्रेग्नेंसी वीक 31 (Pregnancy week 31) में आपके शिशु का वजन बहुत जल्दी बढ़ता है। प्रेग्नेंसी वीक 31 में शिशु डिलीवरी के लिए जरूरी पोजीशन में जाने लगता है और अपना सिर गर्भाशय के निचले हिस्से में ले जाता है। यूट्रस के निचला हिस्से में शिशु के सिर के लिए आरामदायक जगह होती है।

प्रेग्नेंसी वीक 31 (Pregnancy week 31) या गर्भावस्था का 31वां सप्ताह  तक आपका शिशु प्रतिदिन लगभग 250 एमएल यूरिन को एम्नियोटिक फ्लूड में छोड़ देता है। इसके अलावा, बच्चा एम्नियोटिक फ्लूड को निगलता भी है। एम्नियोटिक सैक में अत्यधिक फ्लूड होने का कारण शिशु द्वारा एम्नियोटिक फ्लूड का न निगलना या गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ऑब्स्ट्रक्शन हो सकता है। इसके दूसरी तरफ, अगर आपके एम्नियोटिक सैक में अपर्याप्त फ्लूड होने का मतलब है कि आपका शिशु सही तरह से यूरिन नहीं निकाल रहा। जो कि, शिशु की किडनी या यूरिनरी ट्रैक्ट की समस्या की तरफ भी इशारा करता है। डॉक्टर रूटीन अल्ट्रासाउंड की मदद से एम्नियोटिक फ्लूड का स्तर जांच सकता है।

गर्भावस्था के इस महीने शिशु के शरीर में एंटी-बॉडी का उत्पादन होने लगता है, जो कि एम्नियोटिक फ्लूड से होते हुए प्लासेंटा के जरिए आपकी ब्लडस्ट्रीम में अवशोषित हो जाती है। यह एंटी-बॉडी जन्म के बाद भी शिशु को पैसिव इम्यूनिटी देती है। पैसिव इम्यूनिटी छह महीने तक रहती है और स्तनपान के जरिए आपके शिशु तक द्वारा पहुंचती है।

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प्रेग्नेंसी वीक 31 में शारीरिक और दैनिक जीवन में परिवर्तन

प्रेग्नेंसी वीक 31 (Pregnancy week 31) में मेरे शरीर में क्या-क्या बदलाव आते हैं?

गर्भावस्था की छमाही में आपको यूट्रस में संकुचन महसूस हो सकता है, जिसे ब्रेक्सटन हिक्स कॉन्ट्रैक्शन भी कहते हैं। हालांकि, यह संकुचन अनियमित होता है और आमतौर पर सिर्फ 30 सेकेंड ही रहता है। लेकिन इस समय यह संकुचन दर्दरहित होता है। दूसरी तरफ, प्रेग्नेंसी वीक 31 (Pregnancy week 31)  में बार-बार दर्दरहित या दर्दनाक संकुचन प्री-टर्म लेबर की तरफ इशारा कर सकते हं। अगर आपको एक घंटे में चार से ज्यादा बार संकुचन या प्री-टर्म लेबर के अन्य लक्षण दिखते हैं, तो आपको तुरंत डॉक्टर की मदद लेनी चाहिए। वजाइनल डिस्चार्ज में बढ़ोतरी होना या डिस्चार्ज के प्रकार में बदलाव होना भी प्री-टर्म लेबर का लक्षण हो सकता है। इसके अलावा प्रेग्नेंसी वीक 31 (Pregnancy week 31) या गर्भावस्था का 31वां सप्ताह   में पेल्विक एरिया में प्रेशर का बढ़ना या लोवर बैक में दर्द भी प्री-टर्म के लेबर में शामिल होते हैं।

प्रेग्नेंसी वीक 31 (Pregnancy week 31) में आपके स्तनों में मिल्क ग्लैंड कोलोस्ट्रम का उत्पादन शुरू कर देती हैं। कोलोस्ट्रम प्री-मिल्क होता है, जो स्तनों में दूध का उत्पादन शुरू होने से पहले शिशु को शुरुआती दिनों में कैलोरी और पोषण प्रदान करता है। कुछ महिलाओं में यह पतला और पानी जैसा हो सकता है और कुछ महिलाओं में यह मोटा और पीले रंग का हो सकता है। अगर आपको प्रेग्नेंसी वीक 31 (Pregnancy week 31) या गर्भावस्था का 31वां सप्ताह   के दौरान अपने स्तनों में से कोलोस्ट्रम लीकेज महसूस होती है, तो आप अपने कपड़ों को सही रखने के लिए डिस्पोजेबल या वॉशेबल ब्रेस्ट पैड खरीद सकती हैं।

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प्रेग्नेंसी वीक 31 (Pregnancy week 31) में मुझे किन बातों के बारे में चिंतित होना चाहिए?

गर्भावस्था में आपके शरीर को ज्यादा ब्लड की जरूरत होती है, जिस वजह से आपका दिल तेज-तेज ब्लड पंप करता है। हालांकि, आपके शिशु के विकास के लिए जरूरी शारीरिक बदलावों की वजह से आपको कुछ साइड इफेक्ट्स या असुविधा हो सकती है। जब आपकी वेन खून की ज्यादा मात्रा को फ्लो करने के लिए बड़ी हो जाती हैं, तो खासतौर पर, आपके टखनों और पैरों की त्वचा के बाहर से ही दिखनी शुरू हो जाती हैं।

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प्रेग्नेंसी वीक 31 में डॉक्टरी सलाह

प्रेग्नेंसी वीक 31 (Pregnancy week 31) के दौरान मुझे अपने डॉक्टर को क्या-क्या बताना चाहिए?

गर्भावस्था की तीसरी तिमाही में आपको ब्लैडर से संबंधित एक और समस्या हो सकती है। जिसमें पेट पर प्रेशर पड़ने की वजह से यूरिन लीकेज हो सकती है। क्योंकि, प्रेशर बढ़ने से आपका ब्लैडर यूरिन को कंट्रोल नहीं कर पाता और खांसने, छींकने, हंसने या वजन उठाने के दौरान यूरिन लीकेज हो जाता है। लेकिन, अगर आपको शंका है कि यह यूरिन है या एम्नियोटिक फ्लूड तो आप उसे सूंघकर पता लगा सकती हैं।

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प्रेग्नेंसी वीक 31 (Pregnancy week 31) के दौरान मुझे किन टेस्ट्स के बारे में पता होना चाहिए ?

प्रेग्नेंसी वीक 31 (Pregnancy week 31) के बाद आपको नियमित डॉक्टर के पास जाना चाहिए। इस महीने की शुरुआती से आपको हर दो हफ्ते में डॉक्टर के पास जाना चाहिए और उसके बाद डिलीवरी तक हर हफ्ते चेकअप के लिए जाना चाहिए। पिछले हफ्तों की तरह, प्रेग्नेंसी वीक 31 (Pregnancy week 31)  में आपके ब्लड प्रेशर और वजन की जांच होगी। इसके अलावा, डॉक्टर आपसे प्रेग्नेंसी के किसी असामान्य लक्षण के बारे में पूछ सकता है, जिससे आपको परेशानी हो रही हो या आपके दैनिक कार्यों में बाधा आ रही हो। इसके अलावा, आपका डॉक्टर आपसे शिशु के हलचल के बारे में रोजाना का शेड्यूल पूछ सकता है, कि किस समय आपका शिशु ज्यादा हलचल करता है या किस समय वो शांत रहता है। प्रेग्नेंसी वीक 31 (Pregnancy week 31) में डॉक्टर आपके यूट्रस के आकार जांच भी करेगा।

इसके अलावा आप डॉक्टर के पास जाने से पहले अपने सभी सवालों और चिंता की एक सूची बना सकती हैं। जिससे, आपको अपने डॉक्टर से बातचीत करने में आसानी होगी और आपके मन में कोई शंका बाकी नहीं रह जाएगी।

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प्रेग्नेंसी वीक 31 में स्वास्थ्य और सुरक्षा

प्रेग्नेंसी वीक 31 (Pregnancy week 31) में मुझे मेरे स्वास्थ्य और सुरक्षा से जुड़ी किन बातों के बारे में पता होना चाहिए?

प्रेग्नेंसी वीक 31 (Pregnancy week 31) या गर्भावस्था में चलना या टहलना सुरक्षित होता है। लेकिन, जैसे-जैसे आप डिलीवरी डेट के आसपास जाती हैं और आपका वजन बढ़ने लगता है तो आपको चलने में थोड़ी दिकक्त होने लगती है। हालांकि, इससे आपके शिशु को कोई नुकसान नहीं होता। प्रेग्नेंसी वीक 31 (Pregnancy week 31) में भी आपको अपनी शारीरिक क्षमता के हिसाब से एक फिटनेस रूटीन अपनाने की जरूरत होती है। जैसे- अगर आपको प्लासेंटा प्रीविया है तो जॉगिंग करना आपके लिए सुरक्षित नहीं हो सकता। इस स्थिति में प्लासेंटा आपके सर्विक्स को ढक लेता है और जॉगिंग करने से आपको ब्लीडिंग हो सकती है। जॉगिंग करना प्रेग्नेंसी के दौरान होने वाले हाई ब्लडप्रेशर और प्री-टर्म डिलीवरी की स्थिति में भी सुरक्षित नहीं है। अगले आर्टिकल में हम प्रेग्नेंसी वीक 32 के बारे में बात करेंगे।

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डिस्क्लेमर

हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।

Stages of pregnancy – https://www.womenshealth.gov/pregnancy/youre-pregnant-now-what/stages-pregnancy – Accessed on 27/12/2019

What happens in the eight month of pregnancy? –https://nhm.gov.in/images/pdf/programmes/maternal-health/guidelines/my_safe_motherhood_booklet_english.pdf – Accessed on 27/12/2019

pregnancy –https://www.cdc.gov/bloodpressure/pregnancy.htm – Accessed on 27/12/2019

Pregnancy – week by week – https://www.betterhealth.vic.gov.au/health/healthyliving/pregnancy-week-by-week – Accessed on 27/12/2019

Fetal development – https://medlineplus.gov/ency/article/002398.htm – Accessed on 27/12/2019

Current Version

21/02/2022

Nikhil deore द्वारा लिखित

और द्वारा फैक्ट चेक्ड Nikhil deore

Updated by: Nikhil deore


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Nikhil deore द्वारा लिखित · अपडेटेड 21/02/2022

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