प्रेग्नेंसी की गुड न्यूज के साथ मुंह मीठा करना तो बनता ही है। लेकिन कई ऐसी प्रेग्नेंट महिलाएं भी होती हैं, जिनका प्रेग्नेंसी की गुड न्यूज के साथ मीठा खाना बिल्कुल बंद हो जाता है। हम बात कर रहे हैं, जेस्टेशनल डायबिटीज (Gestational diabetes) की, जो कि प्रेग्नेंट महिलाओं को होती है। इस प्रकार की डायबिटीज के साथ प्रेग्नेंसी में कई तरह के कॉम्पिलकेशन बढ़ जाते हैं। तो आइए, इस ‘वर्ल्ड डायबिटीज डे’ पर हमारे साथ जुड़िए हमारी सिरीज ‘स्वाद से मीठा गया है, जिंदगी से नहीं’ से। यह सीरीज खास उनके लिए है, जो डायबिटिक हैं और ये सोचते हैं कि अब डायबिटीज हो जाने के बाद वो पहले जैसी जिंदगी नहीं जी सकते हैं। तो इसमें हम जुड़ेंगे कुछ ऐसे ही डायबिटीक पेशेंट्स से, जिन्होंने हमारे साथ अपना लाइफस्टाइल और अनुभव शेयर किया है। जिसमें हम जानेंगे कि वो किस तरह से डायबिटिक होने के बाद भी अपनी लाइफ को अच्छे से जीते हैं और खुद को फिट रखने की कोशिश करते हैं। हमारे इस छठे एपिसोड में हैं, लखनऊ की रहने वाली शिखा शर्मा, जो कि एक हाउस वाइफ हैं। इन्होंने हमें बताया कि प्रेग्नेंसी के दौरान डायबिटीक मरीज होने के बाद इनकी लाइफ में क्या-क्या बदलाव आए हैं और किस तरह से वाे अपनी बीमारी को मैनेज करते हुए अपनी प्रेग्नेंसी को यादगार बना रही हैं। आइए जानें, इनकी कहानी, इन्हीं की जुबानी –