डायबिटीज के पेशेंट की देखभाल करने वाले की मेंटल हेल्थ पर प्रभाव इसलिए भी पड़ता है क्योंकि उनके अंदर आत्मविश्वास की कमी होती है क्योंकि इस बीमारी के मरीज की देखभाल करने के लिए कई चीजों का ध्यान रखना पड़ता है। इसके लिए थोड़ी तैयारी करें और ब्लड शुगर लेवल, इंसुलिन थेरिपी आदि के बारे में थोड़ी जानकारी प्राप्त करें। इससे आपको कॉन्फिडेंस आएगा कि आप पेशेंट को आसानी से मैनेज कर सकते हैं।
2. अपने लिए समय निकालें
यह सही है कि डायबिटीज के पेशेंट की देखभाल करने के लिए आपको अपना बहुत सारा समय और एनर्जी देनी पड़ती है। फिर चाहे आप किसी अपने की देखभाल कर रहे हों या प्रोफेशनल केयरगिवर हों, लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि लगातार बिना ब्रेक लिए अगर आप लगातार देखभाल में लगे रहेंगे तो इसका असर आपकी मेंटल और फिजिकल हेल्थ पर भी होगा। अगर आप खुद ही फिट नहीं रहेंगे तो दूसरे का ध्यान कैसे रखेंगे?
बड़े कामों को छोटे-छोटे कामों में डिवाइड करें और फिर उन्हें पूरा करें। एक लिस्ट बनाएं और प्राथमिकता के आधार पर काम करें। इससे आपको खुद के लिए भी थोड़ा समय मिलेगा। अपने पसंदीदा काम जरूर करें। जैसे अपनी हॉबी को पूरा करना, मंदिर जाना या ऐसा कोई भी काम जिसमें आपको इंटरेस्ट हो। इनके के लिए थोड़ा सा समय जरूर निकालें। केयरगिविंग को अपनी लाइफ को टेकओवर न करने दें।
3. अपने लिए भी पर्सनल हेल्थ गोल सेट करें
डायबिटीज के मरीजों की देखभाल कर रहे हैं कई केयरगिवर की शिकायत होती है कि वे अच्छी नींद नहीं ले पाते। लंबे समय तक अच्छी नींद न लेना कई हेल्थ से जुड़ी परेशानियों का कारण बन सकता है। अगर आपको लगातार नींद नहीं आ रही है तो डॉक्टर से संपर्क करें। साथ ही अपने लिए भी हेल्थ गोल सेट करें। अपने लिए एक रूटीन सेट करें और उसे फॉलो करें। थोड़ा टाइम फिजिकल एक्टिविटीज के लिए भी निकालें। हेल्दी फूड पेशेंट को खिलाने के साथ ही खुद भी हेल्दी खाएं और पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं।
4. मदद मांगने में झिझकें नहीं
चाहे आप प्रोफेशनल केयरगिवर हो या पर्सनल, दूसरों से मदद मांगने से झिझकें नहीं। आप हर काम नहीं कर सकते हैं। अगर आप परिवार के किसी व्यक्ति की देखभाल कर रहे हैं तो परिवार के दूसरे सदस्यों से कभी-कभी पेशेंट को वॉक पर ले जाने या किसी दूसरे काम के लिए कह सकते हैं। वहीं अगर आप प्रोफेशनल केयरगिवर हैं तो घर के सदस्यों से भी छोटे-छोटे कामों में थोड़ी मदद ले सकते हैं। इस बारे में गिल्टी फील न करें। कभी-कभी ऐसा फील होना सामान्य है, लेकिन इस बात को समझें कि कोई भी परफेक्ट केयरगिवर नहीं हो सकता है। खुद को इस बात का विश्वास दिलाएं कि आप अपना बेस्ट दे रहे हैं।
5. डॉक्टर की मदद लें
जरूरी वैक्सीनेशन और स्क्रीनिंग टेस्ट जरूर कराएं। डॉक्टर के पास जाते वक्त उन्हें हमेशा ये जरूर बताएं कि आप एक केयर गिवर हैं। ताकि वे उस हिसाब से आपकी जांच कर सकें। साथ ही अगर आपको किसी बीमारी के लक्षण हैं या आप इस बारे में चिंतिंत हैं तो डॉक्टर से जरूर कंसल्ट करें।
अब तो आप समझ ही गए होंगे कि अगर आप केयरगिवर हैं तो दूसरे की केयर करने के साथ-साथ अपनी केयर कैसे करनी है?
उम्मीद करते हैं कि आपको यह आर्टिकल पसंद आया होगा और डायबिटिक पेशेंट की देखभाल करने वाले की मेंटल हेल्थ से संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में डायबिटिक पेशेंट की देखभाल करने वाले की मेंटल हेल्थ के बारे में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।