परिचय
फोड़ा (Boils) क्या है?
फोड़ा त्वचा पर पस से भरी हुई एक गांठ होती है, जो बेहद ही दर्दनाक होती है। त्वचा की सतह में बालों के रोम या जड़ों में इंफेक्शन से इसकी शुरुआत होती है। इससे त्वचा का यह हिस्सा लाल और ढीला होना शुरू हो जाता है। समय के हिसाब से त्वचा का यह हिस्सा सख्त होता है और ढीला होता जाता है। फोड़ा का केंद्र मुलायम और इंफेक्शन से लड़ने वाली श्वेत रक्त कोशिकाओं से भर जाता है। यह श्वेत रक्त कोशिकाएं ब्लड स्ट्रीम से इंफेक्शन खत्म करने के लिए आती हैं।
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श्वेत रक्त कोशिकाओं, बैक्टीरिया और प्रोटीन का इक्कट्ठा होना पस या मवाद कहलाता है। अंतिम रूप में यह पस एक मुंह तैयार करता है। फोड़ा के इस मुंह को सर्जरी के माध्यम से खोला जाता है या यह अचानक ही खुल जाता है और त्वचा की सतह से पस बाहर आ जाता है। यह पस एब्सेस (Abscess) नामक ऊत्तकों के भीतर होता है। इसे स्किन एब्सेस भी कहा जाता है। हालांकि, फोड़ा बॉडी में कहीं भी हो सकता है। यह बटक, ट्रंक, ग्रोइन, बगलों या अन्य हिस्सों में हो सकता है। आपको संख्या में एक ही बार में एक से अधिक फोड़ा हो सकता है। हालांकि, यह एक गंभीर स्थिति नहीं होती है और आसानी से इसका उपचार किया जा सकता है।
फोड़ा कितना सामान्य है?
फोड़ा एक सामान्य समस्या है। फोड़ा महिला और पुरुष दोनों को हो सकता है। आमतौर पर फोड़ा किसी अन्य समस्या से संबंधित होता है। जिसका मतलब यह हुआ की किसी अन्य स्वास्थ्य समस्या की वजह से आपको फोड़ा हो सकता है। इसकी विस्तृत जानकारी के लिए आप अपने डॉक्टर से परामर्श ले सकते हैं।
लक्षण
फोड़ा के लक्षण क्या हैं?
- आमतौर पर फोड़ा एक दर्दनाक गांठ के रूप में सामने आता है। फोड़ा 1.5 से 5 सेंटीमीटर के डायमीटर के भीतर होता है। फोड़ा आपकी गर्दन, चेहरे, कमर के हिस्से, ग्रोइन, बगलों और बटक्स पर हो सकता है।
- फोड़ा सूजकर एक बड़े दर्दनाक छाले के रूप में बदल सकता है।
- कई फोड़े त्वचा की गहराई में हो सकते हैं और बाहर आने के बाद इनसे खून का डिस्चार्ज और सफेद पस निकलता है।
- फोड़ा में पस पड़ने के बाद दर्द और सूजन कम हो जाती है, लेकिन यह कई दिनों या हफ्तों तक रह सकता है। शायद ठीक होने के बाद यह एक दाग छोड़ सकता है।
- फोड़ा का तत्काल इलाज न होने पर यह ब्लड में प्रवेश कर सकता है और आसपास के अंगों में इंफेक्शन फैला सकता है।
- फोड़े के आसपास की त्वचा संक्रमित हो जाती है। फोड़ा में त्वचा का रंग लाल पड़ जाता है। साथ ही इसमें दर्द, गर्माहट और सूजन आ जाती है।
- असल फोड़ा के आसपास एक से अधिक फोड़े हो सकते हैं।
- फोड़ा होने पर आपको बुखार आ सकता है।
- लिम्फ नोड्स में सूजन आ सकती है।
उपरोक्त लक्षणों के अलावा भी फोड़ा के कुछ अन्य लक्षण हो सकते हैं, जिन्हें ऊपर सूचीबद्ध नहीं किया गया है। यदि आप इसके लक्षणों को लेकर चिंतित हैं तो फोड़ा की अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से सलाह लें।
मुझे डॉक्टर को कब दिखाना चाहिए?
निम्नलिखित स्थितियों में डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए:
- एक ही समय में फोड़ा की संख्या एक से अधिक होना
- जब फोड़ा चेहरे को प्रभावित करे और परेशानी का सबब बन जाए
- आपके लक्षण बदतर हो जाएं या यह बेहद ही दर्दनाक हो जाए
- यदि आपको बुखार आ जाए
- यदि आपका फोड़ा पांच सेंटीमीटर से ज्यादा बड़ा हो
- दो हफ्तों के भीतर फोड़ा ठीक न हो
- फोड़ा बार-बार होने पर
कारण
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फोड़ा का क्या कारण है?
त्वचा में पाए जाने वाले बैक्टीरिया के बालों की जड़ों या रोम को संक्रमित करने पर फोड़ा होता है। फोड़े का सबसे सामान्य बैक्टीरिया स्टेफायलोकोकुस एउरेउस (Staphylococus aureus) जो आमतौर पर त्वचा और नाक में पाया जाता है।
आमतौर पर फोड़ा बालों के रोम में बनता है और धीरे-धीरे त्वचा की गहरी परत को संक्रमित करने लगता है। यदि फोड़े के संक्रमित पस या मवाद के संपर्क में कोई अन्य व्यक्ति आता है तो फोड़ा अन्य लोगों को भी फैल सकता है। कुछ मामलों में त्वचा की चोट या घाव में फोड़ा बन सकता है, जिससे खरोंच या कीट के काटने पर बैक्टीरिया आसानी से त्वचा में प्रवेश कर जाता है।
फोड़े के अन्य लक्षण:
- घाव का संक्रमण
- खराब हाइजीन
- टाइट कपड़े पहनना
- रगड़ या खरोंच
- बार-बार कैमिकल्स या कॉस्मेटिक्स के संपर्क में आना
एल्कोहॉल की लत या डायबिटीज जैसी बीमारियां फोड़ा का खतरा बढ़ाती हैं, चूंकि ऐसी बीमारियों में हमारा इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है।
फोड़ा बदतर हो सकता है और रक्त में प्रवेश करके बैक्टीरियल इंफेक्शन का कारण बन सकता है। इससे गंभीर इंफेक्शन होने की संभावना होती है।
जोखिम
किन कारकों से मुझे फोड़ा का खतरा बढ़ जाता है?
फोड़ा किसी भी व्यक्ति को हो सकता है, इसमें एक हेल्दी व्यक्ति भी शामिल है। हालांकि, निम्नलिखित कारकों की वजह से फोड़ा का खतरा बढ़ता है:
- फोड़ा से पीढ़ित किसी व्यक्ति की त्वचा के करीब या संपर्क में आना।
- डायबिटीज: डायबिटीज से आपका इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है, जिसकी वजह से बॉडी का बैक्टीरिया के खिलाफ लड़ना मुश्किल हो जाता है।
- त्वचा की समस्याएं: त्वचा की अन्य समस्याएं जैसे मुंहासे और एग्जेमा फोड़ा के खतरो को बढ़ाती हैं। चूंकि, यह त्वचा की रक्षात्मक परत को नष्ट कर देते हैं, जिससे फोड़े का खतरा बढ़ा जाता है।
- कमजोर इम्यून सिस्टम: एचआईवी जैसी कई समस्याए होती हैं, जो आपके इम्यून सिस्टम को कमजोर कर देती हैं। इनसे फोड़ा होने का खतरा बढ़ जाता है।
उपचार
यहां प्रदान की गई जानकारी को किसी भी मेडिकल सलाह के रूप ना समझें। अधिक जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से परामर्श करें।
फोड़ा का निदान कैसे किया जाता है?
डॉक्टर त्वचा के संक्रमण की जांच करके फोड़ा का पता लगाता है। इसके लिए डॉक्टर मवाद का एक सैंपल टेस्ट के लिए ले सकता है। इसके अलावा कुछ अन्य तरीकों जैसे फिजिकल जांच से फोड़ा का पता लगाया जाता है।
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फोड़ा का इलाज कैसे किया जाता है?
फोड़ा खुजली और हल्के दर्द की एक छोटी अवधि के बाद खुद ही ठीक हो सकता है। फोड़े के ज्यादा गंभीर मामलों में निम्नलिखित तरीकों से फोड़ा का इलाज किया जा सकता है:
- फोड़ा का मुंह खोलना और उसमें से मवाद या पस निकाल देना। आमतौर पर यह प्रक्रिया फोड़ा होने के दो हफ्तों के भीतर की जाती है। कम गंभीर मामलों में कुछ लोग इसे घर पर भी कर सकते हैं।
- आपको निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए:
- गर्माहट, नमी लगाएं और दिन में कई बार फोड़े को दबाएं, इससे पस निकलने की रफ्तार बढ़ जाएगी और आपको राहत भी जल्दी मिलेगी।
- घर पर कभी भी फोड़ा को सिकोड़ने या खोलने के लिए काटने का प्रयास न करें। इससे इंफेक्शन फैल सकता है।
- फोड़ा को खोलने के बाद गर्माहट, नमी और कंप्रेस करना जारी रखें।
- ज्यादा गंभीर मामलों और बड़े फोड़े को ठीक करने के लिए सर्जरी की जरूरत पड़ सकती है।
गंभीर रूप से संक्रमित व्यक्ति के मामलों में डॉक्टर एंटीबायोटिक दवाओं की सलाह दे सकता है। हर परिस्थिति अलग हो सकती है। आपके लिए कौन सा इलाज बेहतर है, इसकी जानकारी के लिए डॉक्टर से सलाह लेना उचित होगा।
घरेलू उपचार
जीवन शैली में होने वाले बदलाव क्या हैं, जो मुझे फोड़ा को ठीक करने में मदद कर सकते हैं?
निम्नलिखित घरेलू उपाय आपको फोड़ा में राहत प्रदान करने में मदद करेंगे:
- डॉक्टर की सलाह पर एंटीबायोटिक दवाओं का इस्तेमाल करना।
- जब तक इंफेक्शन पूरी तरह से ठीक न हो जाए तब तक फिजिकल एक्टिविटी कम करना। पसीने से बचें और फोड़े के दौरान किसी भी प्रकार का स्पोर्ट्स खेलने से बचें।
- त्वचा को साफ रखें।
- गर्माहट कंप्रेस का इस्तेमाल करें। इससे फोड़ा के अंदर से पस को निकालने में मदद मिलेगी।
- कभी भी अपने फोड़े को दबाएं नहीं। इससे इंफेक्शन फैल सकता है।
- प्रतिदिन कपड़े और बेडशीट बदलें और गर्म पानी से नहाएं।
- यदि आपको बुखार या अन्य लक्षणों का अनुभव होता है, जो इलाज के तीन से चार दिनों के बाद भी ठीक नहीं हुए हैं तो डॉक्टर से संपर्क करें।
इस संबंध में आप अपने डॉक्टर से संपर्क करें। क्योंकि आपके स्वास्थ्य की स्थिति देख कर ही डॉक्टर आपको उपचार बता सकते हैं।
हैलो स्वास्थ्य किसी भी तरह की मेडिकल सलाह नहीं दे रहा है। अगर आपको किसी भी तरह की समस्या हो तो आप अपने डॉक्टर से जरूर पूछ लें।
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