पीलिया का उपचार में इसके अंडरलायिंग कारण शामिल हैं। इससे पीड़ित लोगों को टेस्ट्स और उपचार के लिए डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
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एनीमिया (Anemia)
ऐसा माना जाता है कि येलो स्किन या येलो फीट (Yellow feet) आयरन डेफिसिएन्सी के कारण होने वाले रोग एनीमिया के कारण हो सकते हैं। एनीमिया के अन्य लक्षण इस प्रकार हैं:
एनीमिया से पीड़ित लोगों को पर्याप्त मात्रा में आयरन सप्लीमेंट्स लेने की सलाह दी जाती है। इसके साथ ही एनीमिया के रोगी को खानपान का भी ध्यान रखना चाहिए।
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रेनॉड’स डिजीज (Raynaud’s disease)
अगर पूरे पैर की जगह आपके केवल पैरों की उंगलिया पीली नजर आएं, तो इसका कारण रेनॉड’स डिजीज हो सकती है जिसे रेनॉड’स फेनोमेनन (Raynaud’s Phenomenon) भी कहा जाता है। इस समस्या से पीड़ित लोगों को पैरों की उंगलियों में लो टेम्प्रेचर या इमोशनल स्ट्रेस के रिस्पांस में सुन्नपन और कोल्ड महसूस हो सकता है। इसके साथ ही उन्हें प्रिकलिंग या टिंगलिंग जैसी सेंसेशन भी महसूस हो सकता है। इसका ट्रीटमेंट इसके लक्षणों की गंभीरता और अन्य मेडिकल कंडिशंस की प्रजेंस पर निर्भर करता है। जिन लोगों में इसके माइल्ड सिम्पटम्स नजर आते हैं, उन्हें थिक ग्लव्स और सॉक्स पहन कर मैनेज किया जा सकता है। इसके साथ ही स्ट्रेस को कम करके भी येलो फीट (Yellow feet) में आपको लाभ हो सकता है।

हल्दी की अधिक डोज (High doses of turmeric)
हल्दी को इसके एंटीऑक्सीडेंट और एंटी इंफ्लेमेटरी प्रॉपर्टीज के कारण एक औषधि के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। इसका सबसे एक्टिव कंपाउंड है करक्यूमिन (curcumin), जो एक ब्राइट येलो पिग्मेंट है। ऐसा माना जाता है कि हल्दी की अधिक डोज को लेने से पैरों के तलवे पीले रंग के हो सकते हैं।