हर किसी ने ऐसे दिनों का अनुभव किया हुआ है जब उन्हें बहुत ज्यादा नींद आ रही होती है। कुछ लोगों को तो ज्यादा नींद आने के कारण सुस्ती, रोजमर्रा के काम में रुकावट और छोटे-मोटे काम में भी दिक्कत आती है। इस स्तिथि को हायपरसोम्निया कहते हैं जिसमें काम के दौरान भी लोग सोने लगते हैं। ऐसे में नींद न मिल पाने के कारण लोग चिड़चिड़ापन महसूस करते हैं। दिन में नींद आने का सबसे बड़ा कारण अनियमित और भरपूर नींद न लेना है।
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हायपरसोम्निया या दिन में नींद दूर भगाने के उपाय
ऐसा कई लोगों के साथ होता है कि उन्हें दिन में काम के दौरान काफी नींद आती है। जिसके कारण उन्हें सुस्ती महसूस होती है और काम में मन भी नहीं लगता है। इस स्तिथि को हायपरसोम्निया कहते हैं, जिसमें दिन के समय काम के दौरान लोग सोने लगते हैं। नींद न पूरी होने के कारण लोग चिड़चिड़ापन महसूस करते हैं। इस समस्या का सबसे बड़ा कारण है रात में भरपूर नींद न लेना। इस समस्या से बचने के लिए आप इस तरह के उपाय अपना सकते हैं, जैसे कि
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1. रात में 8 से 9 घंटे की नींद ले
आज के समय में लोगों की जीवनशैली इतनी ज्यादा बिगड़ चुकी है कि रात को देर से सोना उनकी आदत बन गई है, जोकि नींद न पूरी होने का सबसे बड़ा कारण है। रात को आठ से नौ घंटे की नींद हमारे अच्छे स्वास्थ के लिए जरूरी है। हायपरसोम्निया से बचने के लिए आप रात में समय पर खाना खाएं और सोएं। नींद पूरी होने पर दिन में नींद की शिकायत नहीं होगी।
2. स्नैक्स खाएं
दिन के समय यदि आपको ज्यादा नींद आए तो फल, सैंडविच, पीनट, बटर-ब्रेड या फ्रूट चाट जैसे स्नैक्स खाएं। ऐसे में हल्का स्नैक्स खाने से शरीर में ऊर्जा आएगी और नींद भी भाग जाएगी। खून में शुगर का लेवल कम होने के कारण भी कई बार सुस्ती और नींद आती है। तो हायपरसोम्निया में कुछ खाने से नींद दूर होने लगती है।
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3. पानी पिएं
हायपरसोम्निया को दूर भगाने के लिए ठंडा पानी भी एक अच्छा विकल्प है। कई शोध के अनुसार, कई बार हल्के डिहाइड्रेशन के कारण भी नींद का एहसास होने लगता है। ठंडा पानी पीने से आप ताजगी महसूस कर सकते हैं।
4. बात-चीत करें
हायपरसोम्निया की नींद भगाने के लिए लागों से बात करना भी अच्छा उपाय है। ये भले ही पढ़ने में अजीब लगे, लेकिन असल में ऐसा होता है। बात करने से आपका ध्यान नींद से हटकर दूसरी तरफ केंद्रित होने लगता है। ऐसे में आप नींद को भी भूल जाएंगे।
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5. ज्यादा रौशनी में बैठें
कम या हल्की रौशनी में बैठने के कारण हमारा दिमाग सुस्त होने लगता है, जिसके कारण नींद आती है। इसलिए जब दिन के समय में आपको नींद महसूस हो या हायपरसोम्निया का एहसास हो तो उसे भगाने के लिए ज्यादा रौशनी वाली जगह पर बैठें। इससे आपके शरीर में फुर्ती भी आएगी।
6.पानी के छींटे मारें
आंखों पर ठंडे पानी के छींटे मारने से भी नींद की शिकायत दूर की जा सकती है। इससे आपकी नींद भी भागेगी और आंखों को आराम भी मिलेगा।
7. सोने और जागने का समय निर्धारित रखें
डॉक्टर्स कहते हैं कि हमारा शरीर बहुत सारी छोटी–छोटी बातों को याद रखता है। दैनिक रूप से हम जो भी करते हैं वो सब हमारी याददाश्त का एक महत्त्वपूर्ण भाग है। स्लीप साइकिल सही रखने पर आपकी दिनचर्या में कोई खलल नहीं आएगा और आप दिनभर ऊर्जावान महसूस करेंगे। रोज एक वक्त पर सोने और एक ही वक्त पर उठने से आपकी हायपरसोम्निया की समस्या धीरे-धीरे खत्म हो जाएगी और आपको दिन में नींद नहीं आएगी।
8. रात को ज्यादा भारी खाना खाने से बचें
रात को शरीर निष्क्रिय स्थिति में होता है इसलिए आपको ऊर्जा की आवश्यकता नहीं पड़ती है। इसलिए कोशिश करें कि सोने से कम से कम दो से चार घंटे पहले खाना खा लें। रात का खाना हल्का ही खाएं जिसमें कार्ब्स और फैट्स की मात्रा कम हो। इससे शरीर हल्का रहेगा और अच्छी नींद आएगी। साथ ही मोटापा बढ़ने की शिकायत भी नहीं होगी और हायपरसोम्निया की शिकायत भी दूर हो जाएगी।
9. व्यायाम करें
रोजाना व्यायाम करने से शरीर टोन होता है। इसकी वजह से आपके शरीर में एनर्जी बनी रहती है। एक्सरसाइज करने के कारण ये भी हो सकता है कि आपका शरीर थक जाएगा जिसकी वजह से आपको अच्छी नींद आएगी। अगर समय नहीं है तो रोजाना 20 मिनट की वर्जिश भी शरीर के लिए लाभदायक हो सकती है। अगर आपके पास वक्त की कमी है और आप एक्सरसाइज नहीं करना चाहते हैं तो मॉर्निंग वॉक पर जायें। मॉर्निंग वॉक या स्विमिंग जैसे एक्सरसाइज बॉडी को फिट और हेल्दी बनाये रखने में मददगार होते हैं। ऐसा नियमित रूप से करने पर हायपरसोम्निया की समस्या खत्म होती है और आपको सही समय पर अच्छी नींद आयेगी और आप दिन में नींद आने की समस्या से बचेंगे।
हायपरसोम्निया को दूर भगाने के लिए कितने घंटे की नींद लेना सही है?
वैसे तो नवजात शिशु से लेकर वयस्क तक के लिए नींद के घंटे निर्धारित किए गए हैं। बच्चों और वयस्कों के लिए नींद का तय समय निर्धारित किया गया है। तय समय तक नींद लेने से शरीर स्वस्थ्य रहता है, वहीं हायपरसोम्निया भी सामने आ सकता है।
- 0 – तीन साल के शिशु के लिए उपयुक्त नींद के घंटे : 15 -17 घंटे
- 4 – 11 महीने शिशु के लिए उपयुक्त नींद के घंटे : 12 – 15 घंटे
- 1 -2 साल के बच्चों के लिए उपयुक्त नींद के घंटे : 11 – 14 घंटे
- 3 – 5 साल के बच्चो के लिए उपयुक्त नींद के घंटे : 13 घंटे
- 6 – 13 साल के बच्चों के लिए उपयुक्त नींद के घंटे : 9-11 घंटे
- 14 -17 साल के बच्चों के लिए उपयुक्त नींद के घंटे : 7 – 9 घंटे
- 18 – 25 साल के एडल्ट के लिए उपयुक्त नींद के घंटे : 7 – 9 घंटे
- 26 – 64 साल के लोगों के लिए उपयुक्त नींद के घंटे : 7 – 9 घंटे
इन सभी बातों पर अमल कर के आप हायपरसोम्निया को भगा सकते हैं। इसके अलावा आप दिनभर एक्टिव भी महसूस करें। हैलो स्वास्थ्य किसी भी तरह की मेडिकल सलाह नहीं दे रहा है। अगर आपको किसी भी तरह की समस्या हो तो आप अपने डॉक्टर से जरूर पूछ लें।
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