सीनियर सिटीजन्स के साथ क्राइम दिनपर दिन बढ़ता ही जा रहा है। क्यूोंकि, क्रिमिनल्स के लिए इन्हे अपना शिकार बनाना बहुत ही आसान होता है। यह हादसे अधिकतर चोरी या लूटपाट के होते हैं। ऐसे हादसों का शिकार ज्यादातर वे बुजुर्ग बनते हैं जो अकेले घर में रहते हैं। आज सीनियर सिटीजन प्रोटेक्शन और सीनियर सिटीजन्स सेल्फ डिफेंस का मुद्दा काफी गंभीर हो गया है।