अगर आपको इनमें से किसी भी प्रकार के लक्षण दिखाई दें तो तुरंत डॉक्टर या आपातकालीन कक्ष से संपर्क करें।
मुझे डॉक्टर को कब दिखाना चाहिए?
यदि आपको निम्न में से कोई भी परेशानी है, तो आपको डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए:
- लगातार उल्टी होना
- स्टूल और उल्टी में ब्लड आना
- तीन दिन से अधिक समय तक दस्त
- पेट में अत्यधिक दर्द और ऐंठन
- 101.5 F (38.6 C) से अधिक ओरल टेम्प्रेचर होना
- बहुत ज्यादा प्यास लगना, मुंह सूखना, कम यूरिनेशन, कमजोरी और चक्कर आना
- धुंधली नजर, मांसपेशियों में कमजोरी और हाथ में झुनझुनी
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फूड पॉइजनिंग के कारण? Causes of food poisoning
यदि आप दूषित भोजन खाते हैं या दूषित पानी पीते हैं तो आपको फूड पॉइजनिंग हो सकती है। खाना प्रारंभिक अवस्था से लेकर पकने तक कभी भी दूषित हो सकता है।
जैसे कि उसे काटना , रखरखाव, शिपिंग और कुकिंग। जब आप कुछ ऐसा खाते हैं जो ठीक से पका नहीं होता है तो उसमें पाए जाने वाले हानिकारक वैक्टीरिया नष्ट नहीं होते और खाना टॉक्सिक हो सकता है।
फूड पॉइजनिंग के लिए कई बैक्टीरियल, वायरल या परजीवी एजेंट भी जिम्मेदार हैं। वायरस से ज्यादा बैक्टीरिया इसका कारण बनते हैं।
बैक्टीरिया (bectria)
बैक्टीरिया फूड पॉइजनिंग होने का सबसे प्रचलित कारण है। जब कभी किसी खतरनाक बैक्टीरिया की बात होती है तो सबसे पहले ई. कोली, लिस्टेरिया और साल्मोनेला नाम दिमाग में आते हैं।
साल्मोनेला फूड पॉइजनिंग होने का सबसे सामान्य बैक्टीरिया माना जाता है। इसके बाद कैम्पिलोबैक्टर और सी. बोटुलिनम ऐसे दो बैक्टीरिया हैं जो कम सामन्य होते हैं लेकिन अत्यधिक घातक होते हैं।
पैरासाइट
बैक्टीरिया के कारण होने वाली फूड पोइजनिंग के मुकाबले पैरासाइट के कारण होने वाली फूड पोइजनिंग कम सामान्य होती है। लेकिन यह खाने के जरिए फिर भी फैल सकती है और अधिक खतरनाक होती है।
टोक्सोप्लासमाइस एक ऐसा पैरसाइट है जिसके कारण सबसे अधिक फूड पोइजनिंग के मामले सामने आते हैं। यह सबसे अधिक बिल्लियों के खाने में पाए जाते हैं। पैरासाइट आपकी पाचन प्रणाली में कई सालों तक बिना किसी लक्षण के जीवित रह सकते हैं।
हालांकि, गर्भवती महिलाओं और कमजोर इम्यून सिस्टम वाले लोगों में पैरसाइट के अधिक गंभीर दुष्प्रभावों का सामना करना पड़ सकता है क्योंकि इन परिस्थितियों में पैरसाइट आंतों के अंदर अपना घर बना लेते हैं।
वायरस (Virus)
फूड पॉइजनिंग (food poisoning) वायरस के कारण भी हो सकती है। नोरावायरस को नॉरवॉक वायरस के नाम से भी जाना जाता है और इसके कारण फूड पॉइजनिंग के दुनिया भर में 1 करोड़ 90 लाख से भी अधिक मामले सामने आ चुके हैं। बेहद दुर्लभ मामलों में यह जानलेवा साबित हो सकता है।
सैपोवायरस, रोटावायरस और एस्ट्रोवायरस के लक्षण बेहद सामने होते हैं लेकिन इसके ज्यादा मामलें सामने नहीं देखे गए हैं। हेपेटाइटिस ए वायरस एक गंभीर स्थिति होती है जो खाने के जरिए संचारित हो सकती है।
टॉक्सिन भी इसका कारण बनते हैं यह या तो बैक्टीरिया या भोजन, पौधों जानवरों, मछली या अन्य जीवों द्वारा उत्पादित हो सकते हैं। इसके अलावा कुछ रसायन भी टॉक्सिक हो सकते हैं जिनसे फूड पॉइजनिंग होती है।
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बैक्टीरिया, वायरस और पैरासाइट के प्रकार, लक्षण और संचारित आहार