के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya
एडिटर ब्रेन स्टेम इंप्लांट (Auditory Brainstem Implant) के जरिए सुनाई न देने की समस्या का इलाज किया जाता है। यह एक सर्जरी होती है, जो तब की जाती है जब आवाज सुनने में मददगार उपकरणों या कॉक्लियर इम्प्लांट की प्रक्रिया असफल होती है। अधिकांश मामलों में इसकी जरूरत तब होती है जब श्रवण तंत्रिका (hearing nerve) बहुत छोटी होती है या यह नहीं होती है या यह कान के अंदरूनी हिस्से (कोक्लीअ) में होता है। एडिटन ब्रेनस्टेम इम्प्लांट की मदद से सुनाई देने वाले रास्ते (श्रवण मार्ग) को कान के अंदरूनी हिस्से और श्रवण तंत्रिका को साइड करते हुए सीधे मस्तिष्क मार्ग में उत्तेजित किया जाता है।
सर्जरी की यह प्रक्रिया मूल रूप से न्यूरोफाइब्रोमैटोसिस टाइप 2 के निदान वाले वयस्कों के लिए विकसित किया गया है। यह
स्थिति एक दुर्लभ आनुवंशिक स्थिति हो सकती है जो ट्यूमर के नसों पर बढ़ने का कारण होती है।
और पढ़ेंः Abdominoplasty : एब्डोमिनोप्लास्टी सर्जरी क्या है?
एडिटर ब्रेनस्टेम इंप्लांट सर्जरी का लक्ष्य सुनने में मदद करना होता है। एडिटर ब्रेनस्टेम प्रत्यारोपण एक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण होता है, जो कान के अंदर के क्षतिग्रस्त या गैर-कार्यशील भागों को बायपास करता है और सीधे श्रवण तंत्रिका को उत्तेजित करता है। कॉक्लीअर इंप्लांट आमतौर पर बेहतर गुणवत्ता वाला साउंड प्रदान करता है, लेकिन सभी स्थितियों में इसका उपयोग नहीं किया जा सकता है।
निम्नलिखित स्वास्थ्य स्थितियों में एडिटर ब्रेनस्टेम इंप्लांट के उपचार की आवश्यकता हो सकती हैः
एडिटर ब्रेनस्टेम इंप्लांट की प्रक्रिया हर किसी के लिए पूरी तरह से सुरक्षित नहीं हो सकती है। निम्न स्थितियों के होने पर अपने डॉक्टर या सर्जन से परामर्श करेंः
और पढ़ेंः Aortic Valve Replacement : एरोटिक वाल्व रिप्लेसमेंट क्या है?
यह एक दुर्लभ स्थिति होती है। हालांकि, एडिटर ब्रेनस्टेम इंप्लांट के बाद इसके कुछ साइड इफेक्ट्स देखें जा सकते हैं। जिसमें संक्रमण (मेनिनजाइटिस), फ्लूइड लीक्स (cerebrospinal fluid leaks), चेहरे की तंत्रिका में कमजोरी, दर्द और चक्कर आ सकते हैं। कुछ मामलों में, लगाया गया डिवाइस प्लेसमेंट के बावजूद, भी रोगियों को कम या नहीं सुनाई देता है।
एडिटर ब्रेनस्टेम इंप्लांट की प्रक्रिया से गुजरने से पहले इससे जुड़े सभी जोखिमों और लाभों के बारे में अपने डॉक्टर से बात करें।
[mc4wp_form id=’183492″]
सर्जरी से पहले, सर्जन आपके चिकित्सा इतिहास की पूरी जानकारी इकट्ठा करेंगे। कोक्लीअ, श्रवण तंत्रिका और आसपास की संरचनाओं की स्थिति की जांच करने के लिए इमेजिंग टेस्ट करेंगे। इसके लिए सीटी स्कैन और एमआरआई टेस्ट भी कर सकते हैं। MRI टेस्ट कान के नरम ऊतकों की संरचना की जानकारी प्राप्त करने में मददगार होते हैं। इसके अलावा रोगी की सुनने की क्षमता कैसी है, इसे निर्धारित करने के लिए रोगी का व्यवहार परीक्षण भी किया जा सकता है। साथ ही, श्रवण हानि और उसके स्थान की सीमा का मूल्यांकन करने के लिए इलेक्ट्रो फिजियोलॉजिकल टेस्ट भी किया जा सकता है। वहीं, न्यूरोसाइकोलॉजिकल मूल्यांकन से व्यक्ति के मस्तिष्क समारोह (बुद्धि, सीखने और स्मृति, भाषा विकास, योजना कौशल, एकाग्रता) के स्तर की जांच की जाती है।
और पढ़ेंः Lumbar Discectomy Surgery: लम्बर डिस्केक्टॉमी सर्जरी क्या है?
एडिटर ब्रेनस्टेम इंप्लांट के तीन मुख्य भाग हैंः
अगर आपको न्यूरोफाइब्रोमैटोसिस टाइप 2 है, तो सुनाई देने वाले नसों से ट्यूमर हाटने के दौरान ही सर्जरी की जाती है।
इंप्लांट होने के बाद दो से चार दिनों तक आपको अस्पताल में ही रहना होगा। हालांकि, अगर आप न्यूरोफाइब्रोमैटोसिस टाइप 2 रोगी थे, तो आपको और भी अधिक समय तक अस्पताल में रहना पड़ सकता है। इंप्लांट प्लेसमेंट के दौरान ऑपरेटिंग कमरे में डिवाइस प्रोग्रामिंग शुरू होती है। सर्जरी के बाद एडिटर ब्रेनस्टेम इंप्लांट डिवाइस आमतौर पर चार से छह सप्ताह में पूरी तरह से सक्रिय होता है।
अगर इससे जुड़ा आपका कोई सवाल है तो आपके डॉक्टर या सर्जन से इस बारे में बात करें।
और पढ़ेंः Achilles Tendon Rupture: अकिलिस टेंडन सर्जरी क्या है?
हैलो स्वास्थ्य किसी भी तरह की कोई भी मेडिकल सलाह नहीं दे रहा है। अगर इससे जुड़ा आपका कोई सवाल है, तो अधिक जानकारी के लिए आप अपने डॉक्टर या सर्जन से संपर्क कर सकते हैं।
संबंधित लेख-
Rhinoplasty: नाक की सर्जरी क्या है?
Parathyroidectomy surgery: पैराथायरायडक्टमी सर्जरी क्या है?
Umbilical Hernia Surgery: अम्बिलिकल हर्निया सर्जरी क्या है?
laparoscopy scarless surgery: लैप्रोस्कोपी स्कारलेस सर्जरी क्या है?
डिस्क्लेमर
हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।