अधिकांश महिलाएं पीरियड के हर साइकल में 10-15 पैड इस्तेमाल करती हैं, यानी हर साल करीब इस पर 10000 रुपए खर्च होते हैं। जबकि कप के इस्तेमाल से हर 5 साल में सिर्फ 2500 रुपए खर्च होते हैं। इस्तेमाल के आधार पर कप आमतौर पर 5-6 साल चलता है। कप के इस्तेमाल से जो आपके पैसे बचते हैं, उसे दान कर दीजिए या घूमने पर खर्च करें। पैसे बचाने के साथ ही यह पर्यावरण के लिए भी फायदेमंद है। जब मुझे पता चला कि पैड कचरे में 500 से 800 सालों तक रहता है और हर साल करीब 45 बिल्यन पैड और टैम्पून फेंके जाते हैं, तो मुझे लगा कि मेन्स्ट्रुअल हाइजीन के लिए दूसरे विकल्प तलाशने होंगे। मेन्स्ट्रुअल कप 5-6 साल चलते हैं और आपको बस एक ही कप की ज़रूरत पड़ती है, इससे आप अंदाज़ा लगा सकते हैं कि धरती पर कचरा कितना कम होता है।
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मेन्स्ट्रुअल कप का इस्तेमाल कैसे करना चाहिए?
मेन्स्ट्रुअल कप के साथ इसके प्रयोग का तरीका भी लिखा होता है। आपको टेंशन न लेते हुए कप के ऊपरी हिस्से को फोल्ड करना है फिर इसे वजायना से अंदर की ओर पुश करना है।
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फिलहाल में उन 91% महिलाओं में शामिल हूं जिन्होंने मेन्स्ट्रुअल कप का इस्तेमाल किया है और दूसरों को भी इसके इस्तेमाल की सलाह देती हैं। मेन्स्ट्रुअल कप का मतलब है आज़ादी और सुकून। इसका मतलब है कि अब आप ज़िंदगी की पूरा आनंद ले सकती हैं, बिना पीरियड्स की चिंता किए।
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