रिसर्च के अनुसार करेला में केमिकल होता है, जो इन्सुलिन (Insulin) की तरह काम करता है। इसके सेवन से शरीर में शुगर लेवल भी बैलेंस्ड रहता है। करेले में प्रचुर मात्रा में विटामिन-ए (Vitamin A), विटामिन-बी (Vitamin B) एवं विटामिन-सी (Vitamin C) के साथ-साथ जिंक, पोटैशियम, कैरोटीन, बीटाकैरोटीन, आयरन, लूटीन, मैग्नीशियम और मैगनीज जैसे फ्लावोन्वाइड मौजूद होते हैं। ये सभी पोषक तत्व शरीर के लिए लाभकारी होते है। करेले में मौजूद फास्फोरस कफ और कब्ज जैसी परेशानियों से दूर रखने में सहायक होता है। इसमें सूजन कम करने वाले, एंटीफंगल, एंटी-बायोटिक (Antibiotic) , एंटी-एलर्जिक, एंटीवायरल और एंटीपारासिटिक गुण पाए जाते हैं। यूएसडीए (यूनाइटेड स्टेट्स डिपार्टमेंट ऑफ एग्रीकल्चर) के अनुसार, 100 ग्राम करेले में 13 मिलीग्राम सोडियम, 602 ग्राम पोटैशियम, सात ग्राम कुल कार्बोहाइड्रेट और 3.6 ग्राम प्रोटीन के साथ लगभग 34 कैलोरी होती है।
इस आर्टिकल में करेले के जूस के फायदे क्या हैं? करेले के जूस के फायदे (Benefits of Bitter Melon juice) कौन-कौन सी बीमारियों को दूर रखने में सहायक है, यह समझने की कोशिश करेंगे।
और पढ़ें : तामसिक छोड़ अपनाएं सात्विक आहार, जानें पितृ पक्ष डायट में क्या खाएं और क्या नहीं
करेले के जूस के फायदे क्या हैं? (Benefits of Bitter Melon juice)
करेले के जूस के फायदे निम्नलिखित शारीरिक परेशानियों को दूर करने में सहायक होता है। जैसे:
करेले के जूस के फायदे 1: ब्लड शुगर लेवल करे संतुलित
करेले में एक इंसुलिन जैसा कंपाउंड होता है, जिसे पॉलीपेप्टाइड-पी या पी-इंसुलिन (P-Insulin) कहा जाता है। यह डायबिटीज (Diabetes) को नियंत्रित करने के लिए यूज किया जाता है। एस एथनोफार्माकोली में प्रकाशित 2011 के एक अध्ययन के अनुसार, चार सप्ताह तक किए गए क्लिनिकल ट्रायल में जब टाइप -2 मधुमेह (Type 2 Diabetes) से पीड़ित रोगियों को नियमित रूप से 2,000 मिलीग्राम करेला दिया गया। ऐसा करने से इनका ब्लड शुगर का लेवल काफी कम हो गया। अध्ययनों से पता चला है कि करेले के पौधे में यह इंसुलिन टाइप -1 डायबिटीज के रोगियों को भी मदद करता है। लेकिन, करेले के रस का सेवन शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
करेले के जूस के फायदे 2: खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करता है
करेले का जूस खराब कोलेस्ट्रॉल के लेवल को कम करने में भी मदद कर सकता है। इससे यह दिल के दौरे और स्ट्रोक के खतरे को काफी कम कर देता है। पोटैशियम होने के कारण यह ब्लड प्रेशर को भी बनाए रखता है, जो शरीर में अत्यधिक सोडियम को एब्जॉर्ब करता है। इसके अलावा, यह आयरन (Iron) और फोलिक एसिड (Folic acid) से भरपूर है, जो स्ट्रोक (Strok) के खतरे को कम करने और दिल को स्वस्थ रखने के लिए जाना जाता है।