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शुगर फ्री नहीं! अपनाएं टेंशन फ्री आहार; आयुर्वेद देगा इसका सही जवाब

शुगर फ्री नहीं! अपनाएं टेंशन फ्री आहार; आयुर्वेद देगा इसका सही जवाब

इस डायबिटीज डे पर हम आपको बताने जा रहे हैं एक ऐसा इलाज, जो डायबिटीज (Diabetes) की तकलीफ को रिवर्स कर सकता है। वो कहते हैं न – जहां चाह, वहां राह। तो डायबिटीज के लिए भी बस आपके मन में इसे ठीक करने की चाह होनी चाहिए। फिर देखिए, कैसे ये तकलीफ आपकी जिंदगी से नौ, दो, ग्यारह होती है! लेकिन इन सभी बातों से पहले आप हमें बताएं, क्या आप डायबिटीज या डायबिटीज डायट (Diabetes diet) को अब तक पूरी तरह समझ पाए हैं? अगर नहीं, तो हम इसमें आपकी मदद कर देते हैं.. 

डायबिटीज – एक ऐसी तकलीफ है, जो एक बार हो जाए, तो आसानी से आपका पीछा नहीं छोड़ती। यहां तक कि ये आपको दवाइयों की बैसाखी लेकर चलने पर मजबूर कर देती है। ऐसे में न तो आप अपनी इच्छा के मुताबिक जिंदगी जी पाते हैं और ना ही आपको सेहत से जुड़ी चिंता से छुटकारा मिलता है। इंटरनेशनल डायबिटीज फाउंडेशन की रिपोर्ट की मानें, तो चाइना के बाद भारत दूसरा ऐसा देश है, जहां डायबिटीज के पेशेंट्स सबसे ज्यादा हैं। इसके मुताबिक 6 में से 1 भारतीय को मधुमेह (Diabetes) की प्रॉब्लम है। साल 2019 में किये गए सर्वे के अनुसार भारत में 20 से 79 वर्ष के 77 मिलियन लोग शुगर पेशेंट हैं और यह आंकड़ें लगातार बढ़ते जा रहें हैं। लाइफस्टाइल डिजीज में शामिल डायबिटीज को राजरोग कहा जाता है, जिसका अर्थ है कि अगर एक बार डायबिटीज की समस्या हो गई, तो इससे पीछा छुड़ाना मुश्किल है। 

क्या डायबिटीज (Diabetes) की शुरुआत का मतलब है मनपसंद खाने का ‘दि एंड’? 

डायबिटीज आपको तकलीफ देता है, ये तो आपको पता ही है, लेकिन क्या आप ये जानते हैं कि ये आखिर आपको तकलीफ पहुंचाता कैसे है? दरअसल, जब पैंक्रियाज इन्सुलिन बनाने में फेल होने लगती है, तो शरीर में  ब्लड ग्लूकोज का लेवल बढ़ जाता है। शरीर में हो रही इसी तकलीफ को मधुमेह (Diabetes) का नाम दिया गया है। इन्सुलिन एक हॉर्मोन होता है, जो डायजेस्टिव ग्लैंड में बनता है। लेकिन जब इन्सुलिन का फॉर्मेशन ही ठीक तरह से न हो पाए, तो डायबिटीज आपकी जिंदगी में बिन बुलाए मेहमान की तरह चला आता है। 

लेकिन ये बिन बुलाया मेहमान आता ही क्यों है, ये सवाल आपके मन में उठना जायज है। चिंता मत करिए! क्योंकि इसका जवाब भी हमारे पास है..

डायबिटीज डायट-Diabetes diet

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तो कैसे होता है डायबिटीज (Diabetes) यानि मधुमेह?

अच्छा अब एक बात बताइए–जब घर में कोई त्यौहार या खुशियों का मौका होता है, तो क्या आप खुद को मिठाइयों से दूर रख पाते हैं? शायद नहीं.. तो अब जाहिर सी बात है, जब बॉडी में शुगर लेवल बढ़ जाएगा, तो इसे बीमारी बनते देर नहीं लगेगी। लेकिन आपको बता दें कि और भी कई वजहें हैं, जो आपको डायबिटीज के नजदीक ले जाती हैं, जैसे – 

  • अनहेल्दी डायट फॉलो करना
  • हार्ट रिलेटेड प्रॉब्लम होना 
  • मेंटल स्ट्रेस की प्रॉब्लम होना 
  • वजन जरूरत से ज्यादा बढ़ना
  • नींद न आना
  • पानी कम पीना 
  • जरूरत से ज्यादा मीठा खाना

इन हेल्थ प्रॉब्लम्स के अलावा डॉक्टर्स का कहना है कि मधुमेह (Diabetes) जेनेटिकल वजहों से भी हो सकता है। लेकिन सबसे अच्छी बात ये है कि आपको इससे डरने की जरूरत नहीं है। क्योंकि डायबिटीज को आप रिवर्स कर सकते हैं। और जानते हैं इसका इलाज आपको मिलेगा आयुर्वेद में! क्योंकि ये बात साबित हो चुकी है कि आयुर्वेद से डायबिटीज को रिवर्स किया जा सकता है। वैसे आप सोच रहें होंगे कि डायबिटीज से छुटकारा कैसे संभव है? टेंशन फ्री रहिए, क्योंकि आपको सिर्फ छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखना है। जैसे अपनी डेली रूटीन को ठीक करें और अपनी खाने-पीने की हैबिट्स को सुधारें। क्योंकि अनहेल्दी ईटिंग पैटर्न के साथ-साथ मेंटल स्ट्रेस, मोटापा और फिजिकल एक्टिविटी की कमी आपको डायबिटीज की गिरफ्त डाल देती हैं। इससे होता ये है कि इन्सुलिन लेवल भी डिस्बैलेंस हो जाता है और साथ ही साथ जब बॉडी के मसल्स, फैट और लिवर ठीक तरह से रिस्पॉन्ड नहीं करते, तो इन्सुलिन रेसिस्टेंस हो जाता है। 

लेकिन आपको एक बात और बता दें – जब ब्लड में ग्लूकोज लेवल जरूरत से ज्यादा या जरूरत से कम हो जाए, तो दोनों ही सूरतों में आपको परेशानी उठानी पड़ सकती है। ऐसे में आपको हमेशा डॉक्टर से कंसल्ट करना चाहिए। हालांकि कोरोना के दौरान डॉक्टर के पास जाकर रूटीन चेकअप करवाना आपके लिए मुश्किल भरा काम हो गया है, तो आपको ऑनलाइन कंसल्टेशन (E-consultation) की मदद लेनी चाहिए। इस ऑनलाइन कंसल्टेशन में आप अपने डॉक्टर से बातचीत कर हेल्थ से जुड़ी सभी जरूरी बातें शेयर कर सकते हैं और उनसे जरूरी सलाह भी ले सकते हैं। साथ ही यदि आप डायबिटीज रिवर्सल के पांच सिक्रेट्स जानना चाहते हैं, तो आपको जल्द ही होनेवाले वेबिनार में फ़्री रजिस्टर करना चाहिए।  

चलिए, अब बात करते हैं डायबिटीज डायट की, जो डायबिटीज को हराने में आपके लिए पहली सीढ़ी का काम करेगा। डायबिटीज डायट जानना बेहद जरूरी है।

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पढ़ लें डायबिटीज डायट (Diabetes diet) की ABCD 

मीठा कम खाओ, रात को ब्रेड मत लेना खाने में… और न जाने क्या क्या! हम ये सब तब सुनते हैं, जब हमें डायबिटिक होने का टैग मिल जाता है। जाहिर है ये बातें सुनना किसी को अच्छा नहीं लगता। लेकिन निराश होने से कैसे काम चलेगा! हमें कुछ ऐसा करना होगा कि खाने-पीने से जुड़ी इस तकलीफ को जड़ से ही खत्म कर दें! तो चलिए जान लेते हैं ये कैसे करना है –   

अब सबसे पहले तो ये जान लीजिए कि डायबिटज डायबिटीज डायट (Diabetes diet) पर इतना ध्यान रखना जरूरी क्यों है? दरअसल, हर डायबिटिक व्यक्ति की उम्र, वजन, लिंग, हाइट, दिनचर्या, व्यवसाय के मुताबिक उसकी डायट और कैलोरीज को परखा जाता है। ऐसे में आपकी डायट को ऐसे डिजाइन किया जाता है कि उसमें आपको सभी पौष्टिक चीजें खाने का मौका मिले। 

अगर बात करें आपके डायट की, तो इसमें फाइबर रिच फूड, जैसे छिलके सहित गेहूं की रोटी, जौ, बीन्स, नट्स, सेब आदि। सब्जियों में करेला, मेथी, सहजन (ड्रमस्टिक), पालक, तुरई, शलजम, बैंगन, परवल, लौकी, मूली, फूलगोभी, ब्रोकली, टमाटर, बंदगोभी, सोयाबीन, जौ, चना, पुदीना, हल्दी, काला चना, दालचीनी, फलीदार सब्जियां जैसे बीन्स, सेम फली, शिमला मिर्च, हरी पत्तेदार सब्जियां शामिल की जाती हैं।

आपको जान कर हैरानी होगी कि ये इतना बड़ा फूड मेन्यू फाइबर से भरपूर, लेकिन लो शुगर है। जो कि आपकी जरूरत के मुताबिक है। ये सभी फूड आयटम्स आसानी से डायजेस्ट हो जाते हैं और डायबिटीज की तकलीफ में आपको फायदा पहुंचाते हैं। 

लेकिन कहीं आप ये तो नहीं सोचते कि डायबिटीज को रिवर्स नहीं किया जा सकता? तो ये भी सरासर गलत जानकारी है। ऑनलाइन कंसल्टेशन (E-consultation) से ये बिलकुल मुमकिन है। पर लगन के बगैर तो आज तक कुछ नहीं हुआ, तो थोड़ी मेहनत तो जरूर लगेगी। अपनी सेहत को बेहतर बनाए रखने के लिए और रोग-मुक्त रहने के लिए, कुछ परिश्रम तो करना ही होगा!  

आइए अब थोड़ा डायबिटीज डायट में शामिल उन फूड आयटम्स के बारे में जान लेते हैं, जो मधुमेह (Diabetes) को रिवर्स कर सकते हैं!  

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डायबिटीज डायट (Diabetes diet) में दालचीनी को मत समझिए छोटी-मोटी चीज

डायबिटीज डायट-Diabetes diet

दालचीनी, जिसके स्वाद के साथ-साथ खुशबु भी दिल लुभा देती है! यह डायबिटीज के घरेलू उपाय के तौर पर सबसे अच्छा ऑप्शन माना जाता है। यह शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करती है और खून में डायबिटिक शुगर (Diabetic sugar) को कम करती है। चुटकी भर दालचीनी पाउडर को उबाल कर उसकी चाय बना कर पीने से डायबिटीज को कंट्रोल में रखा जा सकता है। दरअसल दालचीनी में मौजूद 11 प्रतिशत पानी, 81 प्रतिशत कार्बोहाइड्रेट, 4 प्रतिशत प्रोटीन और 1 प्रतिशत फैट शरीर के लिए बहुत ही फायदेमंद माना जाता है।

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डायबिटीज डायट (Diabetes diet) में करेला है सौ गुणों की एक खान! 

डायबिटीज डायट-Diabetes diet

अब आप कहेंगे कि करेला तो कड़वा होता है! लेकिन इसमें मौजूद न्यूट्रिशन शुगर लेवल को कम करने की खूबी रखता है। करेला बॉडी में मौजूद ग्लूकोज मेटाबोलिज्म को न सिर्फ कम करता है, बल्कि बॉडी में इंसुलिन को भी बढ़ाता है। एक्सपर्ट्स की माने, तो रोजाना सुबह एक गिलास करेले का जूस पीना आपके लिए फायदेमंद होगा। साथ ही अपने खाने में करेले से बनी सब्जी शामिल करने से खून भी साफ होगा।

मेथी – छोटे-छोटे दानें, बड़े-बड़े फायदे

डायबिटीज डायट-Diabetes diet

नैशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन (NCBI) की एक रिसर्च में ये बात सामने आई है कि डायबिटीज होने पर मेथी को अपने डायट में जरूर शामिल करना चाहिए। रिसर्च के अनुसार 10 ग्राम मेथी (Fenugreek) को रोज खाने से इसका बॉडी पर कोई नेगेटिव असर नहीं होता और ब्लड शुगर लेवल भी बैलेंस्ड रहता है। मेथी में सॉल्युबल फाइबर (Soluble fibre) ज्यादा होता है, जो बढ़े हुए ब्लड शुगर लेवल को बैलेंस करता है। आप हेल्थ एक्सपर्ट से कंसल्ट कर शुगर की तकलीफ (Diabetes) को ठीक कर सकते हैं। डायबिटीज डायट में इसे एड करें। 

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ग्रीन टी – सेहत की गर्मागर्म चुस्की, डायबिटीज डायट (Diabetes diet) में होना चाहिए इसे

डायबिटीज डायट-Diabetes diet

डायबिटीज डायट फॉलो करने के साथ-साथ ग्रीन टी पीना भी हेल्दी माना जाता है। ग्रीन टी में पॉलीफिनॉल लेवल ज्यादा होता है, जिसमें एंटीऑक्सिडेंट और हाइपो-ग्लाइसेमिक तत्व मौजूद होते हैं। इससे ब्लड शुगर लेवल बैलेंस रहता है और इन्सुलिन का बेहतर तरीके से बॉडी यूज कर पाती है। इसलिए हर रोज मॉर्निंग और इवनिंग में ग्रीन टी पीने से आप खुद फर्क महसूस कर सकेंगे। 

संडे हो या मंडे रोज खाओ ‘अंडे’ 

डायबिटीज डायट-Diabetes diet

नैशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी (NCBI) की एक रिसर्च के दौरान टाइप 2 डायबिटीज के पेशेंट्स को जब डेली 2 अंडे खिलाए गए, तो उस हाई-प्रोटीन डायट की मदद से उनके कोलेस्ट्रॉल और ब्लड शुगर के लेवल में सुधार आया। इसलिए मधुमेह (Diabetes) की तकलीफ में डेली अंडे खाना आपके लिए फायदे का सौदा हो सकता है।

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ना बाबा ना! डायबिटीज डायट (Diabetes diet) से इन्हें तो दूर ही रखना.. 

ये तो हो गई अच्छे खाने की बात! लेकिन कुछ चीजें ऐसी भी हैं, जिनका आपको डायबिटीज डायट (Diabetes diet) में परहेज करना चाहिए। जैसे कि घी और नारियल का तेल, जैसे चिकनाई वाले फूड आइटम्स, गुड़, शक्कर, मिश्री, चीनी, शर्बत, मुरब्बा, शहद, कोल्ड ड्रिंक और जंक फूड। ऐसा इसलिए करें, क्योंकि इनमें शुगर लेवल ज्यादा होता है। इसके अलावा, चावल और आलू से बनी चीजें कम खाएं। सबसे बेस्ट आपके लिए क्या है, पता है? अपने डॉक्टर से कंसल्ट कर डायट प्लान करें, जिससे ये तकलीफ जड़ से खत्म हो पाए। अगर आप कोरोना काल में बाहर निकलने से कतरा रहे हैं, तो आप अपने डॉक्टर से ऑनलाइन कंसल्टेशन (E-consultation)  ले सकते हैं, जिससे आपको जल्द से जल्द इलाज तो मिलेगा ही, साथ ही आप बेहतर खाना खाएंगे। 

हमने बात कर ली सही खाना खाने की और गलत खाने से दूरी बनाने की। लेकिन जैसा कि हमने पहले भी कहा है, डायबिटीज में आपकी लाइफस्टाइल को बेहतर बनाना बेहद जरूरी है, इसलिए आपको कुछ और बातों का ध्यान भी रखना चाहिए, जैसे –  

  • फिजिकल एक्टिविटी पर ज्यादा से ज्यादा जोर दें।
  • रोज कम से कम दो से तीन किलोमीटर पैदल चलें।
  • एक्सरसाइज या योग रोजाना करें।

तो अब आपके समझ में ये बात आई कि आयुर्वेद के मुताबिक खाने-पीने की आदतों पर ध्यान रखकर और डायबिटीज डायट को फॉलो करके आप आसानी से इस तकलीफ से छुटकारा पा सकते हैं! और तो और आयुर्वेद में मौजूद इलाज से ऐसा भी हो सकता है कि आप भविष्य में शायद ये भूल जाएं कि कभी आपको ये तकलीफ थी भी! तो देर किस बात की, जल्द से जल्द अपने डॉक्टर से सलाह लें और हमेशा के लिए अपनी जिंदगी से इस तकलीफ को बाहर का रास्ता दिखा दें! 

किसी भी बीमारी से लड़ना आसान होता है अगर आपकी विल पवार स्ट्रॉन्ग हो। नीचे दिए इस वीडियो लिंक में मिलिए मिसेज पुष्पा तिवारी रहेजा से। मिसेज रहेजा ने कभी न ठीक होने वाली बीमारियों की लिस्ट में शामिल डायबिटीज को मात दी है।

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डिस्क्लेमर

हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।

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Current Version

24/08/2021

Nidhi Sinha द्वारा लिखित

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील

Updated by: Manjari Khare


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के द्वारा मेडिकली रिव्यूड

डॉ. प्रणाली पाटील

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Nidhi Sinha द्वारा लिखित · अपडेटेड 24/08/2021

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