कोलन कैंसर तब डेवलप होता है, जब लार्ज इंटेस्टाइन में ट्यूमर ग्रो होते हैं। इसे तीसरा सबसे सामान्य तरह का कैंसर माना जाता है। कोलन डायजेस्टिव ट्रैक्ट का फाइनल पार्ट है। यह कैंसर किसी भी उम्र में हो सकता है, लेकिन बुजुर्गों को यह समस्या अधिक प्रभावित करती है। यह कैंसर आमतौर पर सेल्स के छोटे, बिनाइन क्लंप्स के रूप में शुरू होता है, जिन्हें पॉलीप्स कहा जाता है। समय के साथ इनमें से कुछ पॉलीप्स, कोलन कैंसर बन सकते हैं। कोलन कैंसर के उपचार के लिए कई ट्रीटमेंट ऑप्शंस उपलब्ध हैं। जिसमें सर्जरी, कीमोथेरेपी, टार्गेटेड थेरेपी और इम्यूनोथेरेपी शामिल है। कोलन कैंसर की स्टेजेज के बारे में जानकारी होनी चाहिए। क्योंकि, स्टेजेज के अनुसार कोलन कैंसर का उपचार (Treatment of Colon Cancer by Stage) संभव है। आइए, जानें स्टेजेज के अनुसार कोलन कैंसर का उपचार (Treatment of Colon Cancer by Stage) के बारे में।
स्टेजेज के अनुसार कोलन कैंसर (Colon cancer) का उपचार
कोलन कैंसर का उपचार इसकी स्टेजेज के अनुसार किया जाता है। लेकिन, इसके लिए कई अन्य फैक्टर्स भी बेहद महत्वपूर्ण हैं। कोलन कैंसर से पीड़ित ऐसे लोगों में कैंसर डिस्टेंट साइट्स तक नहीं फैला हो, उनमें मुख्य और पहले उपचार के रूप में सर्जरी का इस्तेमाल किया जाता है। स्टेजेज के अनुसार कोलन कैंसर (Colon cancer) का उपचार इस प्रकार किया जाता है:
स्टेजेज के अनुसार कोलन कैंसर का उपचार: स्टेज 0 कोलन कैंसर (Stage 0 colon cancer)
स्टेज 0 कोलन कैंसर में कैंसर, कोलन की इनर लायनिंग के परे ग्रो नहीं हुआ होता। ऐसे में सर्जरी को इसके लिए एकमात्र उपचार माना जाता है। अधिकतर मामलों में सर्जरी से पॉलिप्स को रिमूव किया जाता है या कोलोनोस्कोप की मदद से उस एरिया को निकाल दिया जाता है। यदि कैंसर इतना बड़ा है कि उसे लोकल एक्ससीजन (Local excision) से हटाया नहीं जा सकता है, तो कोलन (पार्शियल कोलेक्टोमी) के हिस्से को हटाने की आवश्यकता हो सकती है।
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स्टेजेज के अनुसार कोलन कैंसर का उपचार (Treatment of Colon Cancer by Stage): स्टेज 1 कोलन कैंसर (Stage 1 colon cancer)
स्टेज 1 कोलन कैंसर में कैंसर कोलन वॉल की लेयर्स के डीप में ग्रो हो गया होता है। लेकिन, यह कोलन वॉल के बाहर या लिम्फ नोड्स के पास नहीं फैला होता। स्टेज 1 में वो कैंसरस शामिल है, जो पॉलिप्स का पार्ट होते हैं। अगर पॉलिप्स को कोलोनोस्कोपी के दौरान पूरी तरह से रिमूव कर दिया जाए, तो अन्य उपचार की जरूरत नहीं होती। अगर पॉलिप्स में कैंसर हाय ग्रेड का हो या पॉलिप्स के एज पर सेंसर सेल्स हों, तो और सर्जरी की सलाह दी जा सकती है। अगर पॉलिप्स को पूरी तरह से रिमूव न किया जाए या इसे बहुत से टुकड़ों को रिमूव करना हो, तो और अधिक सर्जरीज का इस्तेमाल किया जा सकता है।
जो कैंसरस पॉलिप्स में नहीं होते हैं, तो कोलन के उस सेक्शन को जिसमें कैंसर हो या इसके आसपास के लिम्फ नोड्स को रिमूव करने के लिए पार्शियल कलेक्टोमी सर्जरी की जरूरत हो सकती है। रोगी को आमतौर पर इससे अधिक ट्रीटमेंट की जरूरत नहीं होती है।
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स्टेजेज के अनुसार कोलन कैंसर का उपचार (Treatment of Colon Cancer by Stage): स्टेज 2 कोलन कैंसर (Stage 2 colon cancer)
स्टेज 2 कोलन कैंसर में कैंसर कोलन की वॉल्स और नियरबाय टिश्यूज में ग्रो हो चुका होता है। लेकिन, यह लिम्फ नोड्स तक नहीं फैला होता। इसमें कैंसर युक्त कोलन के सेक्शन के साथ ही आसपास के लिम्फ नोड्स को रिमूव करने के लिए सर्जरी ही उपचार के लिए काफी है। लेकिन, अगर कुछ फैक्टर्स के कारण कैंसर के फिर से होने की संभावना अधिक हो, तो डॉक्टर इसके साथ ही कीमोथेरेपी की सलाह भी दे सकते हैं। यह फैक्टर्स इस प्रकार हैं:
- अगर लैब में नजदीक से देखने पर कैंसर एब्नॉर्मल्स दिखाई दे।
- सर्जन ने कम से कम 12 लिम्फ नोड्स को नहीं हटाया हो।
- कैंसर रिमूव टिश्यू के एज में या एज के पास हो।
- इस कैंसर के कारण कोलन ब्लॉक हो गया हो।
- कैंसर के कारण कोलन की वॉल में होल हो गया हो।
स्टेजेज के अनुसार कोलन कैंसर का उपचार (Treatment of Colon Cancer by Stage) में यह जान लें कि सभी डॉक्टर स्टेज 2 कोलन कैंसर के लिए कीमोथेरेपी की सलाह नहीं देते हैं। अगर रोगी को कीमोथेरेपी दी जानी हो, तो मुख्य ऑप्शन के रूप में 5-एफयु (5-FU) और लुकोवोरिन (Leucovorin), ऑक्सिप्लिप्टिन (Oxaliplatin) या कैपेसिटाबाइन (Capecitabine) और अन्य कॉम्बिनेशन का इस्तेमाल किया जाता है।
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स्टेजेज के अनुसार कोलन कैंसर का उपचार(Treatment of Colon Cancer by Stage): स्टेज 3 कोलन कैंसर (Stage 3 colon cancer)
स्टेज 3 कोलन कैंसर का मतलब है कि कैंसर पास के लिम्फ नोड्स तक फैल गया है, लेकिन वो अभी शरीर के अन्य भागों तक नहीं फैला है। इस स्टेज में कैंसर से प्रभावित कोलन व नियरबाय लिम्फ नोड्स के सेक्शन को सर्जरी के साथ रिमूव किया जाता है। इसके साथ ही इस स्टेज में सर्जरी के बाद कीमोथेरेपी का इस्तेमाल स्टैंडर्ड ट्रीटमेंट में शामिल है। कीमोथेरेपी के लिए या तो FOLFOX यानी (5-एफयु, लुकोवोरिनन और ऑक्सिप्लिप्टिन) या CapeOx यानी केपेसिटाबाइन (Capecitabine) और ऑक्सिप्लिप्टिन (Oxaliplatin) रेजीमेंस का अधिकतर इस्तेमाल किया जाता है। हालांकि, इसके अलावा डॉक्टर कुछ अन्य कॉम्बिनेशन की सलाह भी दे सकते हैं।
कुछ एडवांस्ड कोलन कैंसर (Colon cancer) में जब सर्जरी से इस कैंसर को पूरी तरह से रिमूव नहीं किया जा सकता है, तो रेडिएशन के साथ नियोएडजुवेंट कीमोथेरेपी (Neoadjuvant chemotherapy) की सलाह दी जाती है। ताकि, कैंसर को शरिंक किया जा सके और बाद में सर्जरी से इसे रिमूव किया जा सके। कुछ एडवांस्ड कैंसरस भी हैं, जिन्हें सर्जरी से रिमूव किया जा सकता है। लेकिन, अगर यह नियरबाय ऑर्गन्स से अटैच हो उनमें एडजुवेंट रेडिएशन के लिए कहा जा सकता है। जो लोग सर्जरी के लिए हेल्दी नहीं होते, उन्हें रेडिएशन थेरेपी के साथ कीमोथेरेपी की सलाह भी दी जा सकती है।
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स्टेजेज के अनुसार कोलन कैंसर का उपचार (Treatment of Colon Cancer by Stage): स्टेज 4 कोलन कैंसर (Stage 4 colon cancer)
कोलन कैंसर की इस स्टेज में कैंसर कोलन डिस्टेंट ऑर्गन्स और टिश्यूज तक स्प्रेड हो जाता है। कोलन कैंसर (Colon cancer) लिवर तक फैल चुका होता है। लेकिन यह अन्य अन्य अंगों तक भी फैल सकता है जैसे लंग्स, ब्रेन आदि या डिस्टेंट लिम्फ नोड्स। अधिकतर मामलों में सर्जरी से इसका उपचार नहीं हो पाता है। लेकिन, अगर लीवर या फेफड़ों में कुछ ही एरिया में यह कैंसर फैला है और उन्हें कोलन कैंसर के साथ हटाया जा सकता है, तो सर्जरी आपको लंबे समय तक जीने में मदद कर सकती है। इसका मतलब यह होगा कि पास के लिम्फ नोड्स के साथ-साथ कोलन कैंसर (Colon cancer) वाले हिस्से को हटाने के लिए सर्जरी की जाएगी और इसके साथ ही कैंसर के फैलने वाले क्षेत्रों को हटाने के लिए भी सर्जरी का इस्तेमाल होगा। सर्जरी के बाद रोगी को कीमोथेरेपी दी जा सकती है।
इसके साथ ही कुछ मामलों में अगर कैंसर लीवर तक फैल गया है, तो हैपेटिक आर्टरी इन्फ्यूजन (Hepatic artery infusion) की सलाह भी दी जा सकती है। स्टेजेज के अनुसार कोलन कैंसर का उपचार (Treatment of Colon Cancer by Stage), इस बारे में यह जानकारी बेहद महत्वपूर्ण है।
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अगर मेटास्टेसिस को रिमूव न किया जा सके, तो कीमोथेरेपी को सर्जरी से पहले दिया जा सकता है। जिससे ट्यूमर शरिंक हो जाए और सर्जरी से इसे रिमूव किया जा सके। लिवर में ट्यूमर की स्थिति में इन्हें नष्ट करने के लिए एबलेशन ablation या एम्बालिज्म (embolization) भी अन्य विकल्प हैं। इस स्टेज से पीड़ित अधिकतर लोगों को कीमोथेरेपी और टार्गेटेड थेरेपी दी जा सकती है। ताकि, कैंसर को कंट्रोल किया जा सके। इस दौरान इस्तेमाल होने वाले सबसे सामान्य रेजीमेंस इस प्रकार है:
- FOLFOX: 5-एफयु, लुकोवोरिन और ऑक्सिप्लिप्टिन
- CAPOX केपेसिटाबाइन (Capecitabine) और ऑक्सिप्लिप्टिन (Oxaliplatin)
- FOLFIRI:लुकोवोरिन, 5-एफयु और इरीनोटेकन (Irinotecan)
- CAPEOX या CAPOX: कैपेसिटाबाइन (Capecitabine) और ऑक्सिप्लिप्टिन (Oxaliplatin)
- FOLFOXIRI: लुकोवोरिन, 5-एफयु, और ऑक्सिप्लिप्टिन
- 5-एफयु और लुकोवोरिन, टार्गेटेड ड्रग्स के साथ या इसके बिना
- केपेसिटाबाइन (Capecitabine), टार्गेटेड ड्रग्स के साथ या इसके बिना
- इरीनोटेकन (Irinotecan), टार्गेटेड ड्रग्स के साथ या इसके बिना
- सेटिक्सिमौब (Cetuximab)
- रेगॉर्फेनिब (Regorafenib)
- ट्राइफ्लूरिडिन (Trifluridine) एवं टिपिरासिल (Tipiracil)
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इन रेजीमेंस की चॉइस कई फैक्टर्स पर निर्भर करती है जैसे रोगी का संपूर्ण स्वास्थ्य और प्रीवियस ट्रीटमेंट आदि। अगर किसी रोगी में एक रेजिमेन काम नहीं करता है तो दूसरे को ट्राय किया जा सकता है। यह तो थी जानकारी स्टेजेज के अनुसार कोलन कैंसर का उपचार (Treatment of Colon Cancer by Stage) के बारे में। डॉक्टर्स के अनुसार 45 वर्ष की आयु से अधिक उम्र के लोगों में कोलन कैंसर (Colon cancer) का जोखिम अधिक होता है। ऐसे में 45 या इससे अधिक उम्र के लोग नियमित स्क्रीनिंग कराएं। इसके साथ ही इन लोगों की फैमिली में कोलन कैंसर (Colon cancer) की हिस्ट्री है, उन्हें इसकी जल्दी स्क्रीनिंग पर विचार करना चाहिए। अगर इस बारे में आपके मन में कोई भी सवाल है, तो डॉक्टर से इस बारे में अवश्य जानें।