कैंसर गंभीर एवं जानलेवा बीमारी है… ये तो हमसभी जानते हैं, लेकिन क्या आप ये जानते हैं कि अगर कैंसर का इलाज समय पर शुरू किया जाए तो इस बीमारी को हराया जा सकता है! कैंसर या किसी भी गंभीर बीमारी से लड़ने के लिए उसका इलाज, डॉक्टर द्वारा दिए गए सुझाव और बीमारी से जुड़ी जानकारी रखना बेहद जरूरी है। इसलिए आज इस आर्टिकल में सेग्मेंटल रिसेक्शन (Segmental resection) के बारे में समझेंगे। सेग्मेंटल रिसेक्शन यानी लंग कैंसर का सेग्मेंटल रिसेक्शन (Segmental resection of Lung Cancer) से जुड़ी जानकारी शेयर करेंगे।
लंग कैंसर का सेग्मेंटल रिसेक्शन का क्या अर्थ है?
लंग रिसेक्शन की जरूरत कब पड़ सकती है?
लंग कैंसर का सेग्मेंटल रिसेक्शन कितने तरह का होता है?
लंग कैंसर का सेग्मेंटल रिसेक्शन से पहले क्या डायग्नोसिस की प्रक्रिया क्या होती है?
लंग रिसेक्शन के दौरान क्या किया जाता है?
लंग कैंसर का सेग्मेंटल रिसेक्शन के बाद क्या होता है?
लंग कैंसर का सेग्मेंटल रिसेक्शन होने के बाद क्या-क्या परेशानी हो सकती है?
लंग रिसेक्शन होने के बाद रिकवरी में कितना वक्त लग सकता है?
चलिए अब लंग रिसेक्शन से जुड़े इन सवालों का जवाब जानते हैं।
लंग कैंसर का सेग्मेंटल रिसेक्शन (Segmental resection of Lung Cancer) का क्या अर्थ है?
लंग कैंसर का सेग्मेंटल रिसेक्शन को मेडिकल टर्म में लंग रिसेक्शन (Lung Resection) या पल्मोनरी रिसेक्शन (Pulmonary resection) भी कहा जाता है। लंग रिसेक्शन को अगर सामान्य शब्दों में समझें तो यह एक सर्जिकल प्रोसेस है जिसमें लंग या इसके कैंसरस हिस्से को सर्जरी की सहायता से हटाया जाता है। लंग कैंसर का सेग्मेंटल रिसेक्शन मिनिमली इनवेसिव सर्जरी (Minimally invasive surgery) या ओपन सर्जरी (Open surgery) जिसे थोरेक्टॉमी (Thoracotomy) भी कहते हैं। वैसे दिन प्रतिदिन एडवांस होती मेडिकल साइंस की वजह से अब ज्यादातर लंग रिसेक्शन के लिए मिनिमली इनवेसिव सर्जरी (Minimally invasive surgery) की ही मदद ली जाती है। इस सर्जरी के दौरान बॉडी में 1 इंच तक कट (चीरा) लगाया जाता है। इस सर्जरी के दौरान वीडियो कैमरा एवं स्पेशियलाइज्ड इंस्ट्रूमेंट का इस्तेमाल किया जाता है। सिर्फ इतना ही नहीं सर्जिकल रोबोट (Surgical robot) की सहायता से भी फेफड़े के उस हिस्से को अलग किया जाता है जहां ट्यूमर या कैंसरस सेल्स अपना ठिकाना ढूंढ़ लेते हैं। वैसे कुछ केसेस में ओपन सर्जरी यानी थोरेक्टॉमी की जरूरत पड़ सकती है। अगर लंग कैंसर की ओपन सर्जरी की जा रही है, तो ऐसी स्थिति में 3.5 इंच या 8 सेंटीमीटर तक चीरा लगाया जा सकता है।
लंग रिसेक्शन (Lung Resection) की जरूरत कब पड़ सकती है?
लंग रिसेक्शन की जरूरत फेफड़े का किसी कारण से डैमेज होने की स्थिति में या बीमारी की स्थिति में पड़ सकती है जैसे लंग कैंसर (Lung cancer) या लंग डिजीज (Lung disease)। क्लीवलैंड क्लिनिक (Cleveland Clinic) में पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार लंग कैंसर के सभी पेशेंट्स के लिए सर्जरी एकमात्र विकल्प नहीं है। इसलिए डॉक्टर आवश्यकता अनुसार लंग डिजीज के लिए रिसेक्शन का विकल्प चुन सकते हैं।
लंग रिसेक्शन के दौरान क्या किया जाता है? (Process during Lung Resection)
लंग रिसेक्शन के दौरान जेनरल एनेस्थीसिया दिया जाता है और फिर आवश्यकता अनुसार मिनिमली इनवेसिव सर्जरी (Minimally invasive surgery) या ओपन सर्जरी (Open surgery) की जाती है।
लंग कैंसर का सेग्मेंटल रिसेक्शन के बाद क्या होता है? (After Segmental resection of Lung Cancer)
लंग रिसेक्शन के बाद सर्जन पेशेंट के चेस्ट में ट्यूब इंसर्ट करते हैं। ऐसा करने से एक्सेस फ्लूइड को निकालने में मदद मिलती है और सीने पर पड़ने वाले दवाब को कम करने में मदद मिलती है। चेस्ट में इंसर्ट की गई ट्यूब को सर्जरी के बाद 48 से 72 घंटे के लिए लगाए रखते हैं। हालांकि कुछ केसेस में इस ट्यूब को 72 घंटे से ज्यादा वक्त के लिए भी लगे रहने दिया जा सकता है।
सर्जरी के बाद अस्पताल में कब तक रहना है यह पेशेंट की कंडिशन पर निर्भर करता है। वैसे लंग रिसेक्शन (Lung resection) के बाद प्रायः दो से तीन दिनों तक कम से कम अस्पताल में रहना पड़ता है।
सर्जरी के बाद पेशेंट को सांस लेने में तकलीफ या खांसने में समस्या हो सकती है, तो इसकी ट्रेनिंग डॉक्टर पेशेंट को देते हैं कि कैसे खांसना है या डीप ब्रीदिंग कैसे की जानी चाहिए। वैसे पेशेंट को सांस लेने में कठिनाई ना हो इसलिए ऑक्सिजन (Oxygen) सपोर्ट देते हैं।
लंग रिसेक्शन होने के बाद रिकवरी में कितना वक्त लग सकता है? (Recovery after Segmental resection of Lung Cancer)
लंग रिसेक्शन के बाद पेशेंट को ठीक होने में लगने वाला वक्त अलग-अलग बातों पर निर्भ करता है। जैसे:
किस प्रकार की रिसेक्शन (Resection) की गई है।
पेशेंट की हेल्थ कंडिशन (Health Condition) कैसी है।
मिनिमली इनवेसिव सर्जरी (Minimally invasive surgery) या ओपन सर्जरी (Open surgery) की गई है।
पेशेंट को कोई अन्य मेडिकल कंडिशन (Medical Condition) तो नहीं है।
कैंसर (Cancer) का नाम सुनते ही ज्यादातर मरीज या उनके केयर टेकर परेशान हो जाते हैं। जबकि डॉक्टर्स एवं अलग-अलग रिसर्च रिपोर्ट की मानें तो किसी भी गंभीर बीमारी की जानकारी अगर शुरुआती स्टेज में मिल जाए तो उस बीमारी को हराना आसान होता है। इसलिए शरीर में होने वाले अच्छे बुरे सभी तरह के बदलाव पर ध्यान दें और परेशानी महसूस होने पर डॉक्टर से कंसल्ट करें।
अगर आप लंग कैंसर (Lung Cancer) या लंग कैंसर का सेग्मेंटल रिसेक्शन (Segmental resection of Lung Cancer) से जुड़े किसी तरह के सवाल का जवाब जानना चाहते हैं, तो आप हैलो स्वास्थ्य के फेसबुक पेज पर कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं। हैलो स्वास्थ्य के हेल्थ एक्सपर्ट आपके सवालों का जवाब जल्द से जल्द देने की पूरी कोशिश करेंगे।
स्वस्थ रहने के लिए अपने डेली रूटीन में योगासन शामिल करें। यहां हम आपके साथ योग महत्वपूर्ण जानकारी शेयर कर रहें हैं, जिसकी मदद से आप अपने दिनचर्या में योग को शामिल कर सकते हैं। नीचे दिए इस वीडियो लिंक पर क्लिक कर योगासन से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी जानिए।
डिस्क्लेमर
हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।