लोबेक्टॉमी के लिए रोगी को एक ब्रीदिंग ट्यूब के साथ वेंटिलेटर पर लेटाया जाता है। इस ट्यूब को गले में इंसर्ट किया जाता है और प्रक्रिया के दौरान और बाद में यूरिन को ड्रेन करने के लिए एक कैथेटर भी प्लेस किया जा सकता है। ऑपरेशन के दौरान आपका ब्लड प्रेशर, हार्ट रेट और ब्रीदिंग को भी मॉनिटर किया जाता है। जानिए विभिन्न प्रकार की लोबेक्टॉमी (Lobectomy) में यह प्रक्रिया कैसे की जाती है?
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ओपन लोबेक्टॉमी (Open Lobectomy)
अगर रोगी ओपन लोबेक्टॉमी से गुजर रहा है. तो उसके शरीर के साइड में उस जगह चीरे लगाए जाते हैं, जहां से टिश्यू को रिमूव किया जाना है। यह कट निप्पल के आसपास छाती के सामने से शुरू होगा। रिब्स को फैलाने के लिए एक इंस्ट्रूमेंट का भी इस्तेमाल किया जाता है। डॉक्टर टिश्यू को रिमूव कर डेट हैं और चीरे को स्टिचेस या स्टेपल्स की मदद से बंद कर सकते हैं।
वीडियो-असिस्टेड थोरकोस्कॉपिक सर्जरी (Video-Assisted Thoracoscopic Surgery) या रोबोट-असिस्टेड थोरकोस्कॉपिक सर्जरी (Robot-Assisted Thoracoscopic Surgery)
अगर आप इन प्रोसीजर से गुजर रहे हैं, तो लोब के एरिया के आसपास तीन या चार छोटे कट्स लगाए जाते हैं। थोरकोस्कॉप (Thoracoscope) एक स्माल ट्यूब है, जिसमें लाइट और छोटा कैमरा होता है। इसे चेस्ट कैविटी में इन्सर्ट किया जा सकता है। इससे सर्जन को प्रभावित एरिया की तस्वीरें मिल जाती हैं। किसी भी सर्जरी के बाद चेस्ट ट्यूब को सर्जरीकल एरिया में प्लेस किया जाता है ताकि कुछ समय के लिए अधिक फ्लूइड और एयर चेस्ट के बाहर ड्रेन हो सके। अंत में कट या घाव को स्टिचेज और स्टेपल से बंद कर दिया जाता है। अब जानिए लोबेक्टॉमी (Lobectomy) के रिस्क्स के बारे में।
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लोबेक्टॉमी (Lobectomy) के रिस्क क्या हो सकते हैं?
लोबेक्टॉमी (Lobectomy) मेजर सर्जिकल प्रोसीजर है और इसमें कॉम्प्लिकेशन्स होना असामान्य नहीं है। आपके डॉक्टर इनके बारे में आपको पहले ही बता सकते हैं। यह रिस्क इस प्रकार हैं:
यह तो थी जानकारी इसके रिस्क्स के बारे। अब जानिए इस सर्जरी से रिकवरी के बारे में।
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लोबेक्टॉमी (Lobectomy) से रिकवरी
लोबेक्टॉमी (Lobectomy) से पहले रोगी की मॉनिटरिंग की जाएगी। इसके साथ ही रेस्पिरेटरी थेरेपिस्ट भी आपकी जांच कर सकते हैं। जटिलताओं को छोड़कर, अधिकांश रोगी लोबेक्टॉमी के प्रकार के आधार पर चार से सात दिनों के बीच अस्पताल में रहते हैं। लेकिन, इससे जल्दी रिकवरी संभव है। अगर आपको इस दौरान कोई भी समस्या होती है, तो तुरंत डॉक्टर से बात करें। अगर इस बारे में आपके मन में कोई भी सवाल है तो उसे भी अपने डॉक्टर से जानना न भूलें।
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