तंबाकू का सेवन हमेशा ही नुकसानदायक होता है, लेकिन यह कोरोना वायरस से फैली महामारी के समय में कहीं ज्यादा नुकसानदायक साबित हो सकता है। कई अध्ययनों के माध्यम से ऐसा कहा जा रहा है कि, सिगरेट, बीड़ी, ई-सिगरेट, हुक्का इत्यादि के सेवन के साथ गुटखा, खैनी, मावा इत्यादि चबाने वाले लोगों में संक्रमण के चपेट में आने की आशंका ज्यादा होती है। ऐसे लोगों को कोविड-19 का खतरा ज्यादा होने के पीछे कई वजहें हो सकती हैं। आइए, इन वजहों के बारे में जानते हैं।
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तंबाकू का सेवन और कोविड-19 के खतरे का संबंध
तंबाकू उत्पादों का सेवन करने वाले लोगों में कोविड-19 का खतरा होने के पीछे निम्नलिखित कारण हो सकते हैं। जैसे-
- अगर आप तंबाकू उत्पादों का सेवन करते हैं तो आप की उंगलियां (जो संक्रमित हो सकती हैं) चेहरा और मुंह को कहीं ज्यादा बार टच करती हैं।
- तंबाकू उत्पाद भी संक्रमित हो सकते हैं और वे सीधे आपके मुंह के संपर्क में आ रहे हैं।
- तंबाकू उत्पादों को शेयर करने का चलन भी आम है। लोग सिगरेट, बीड़ी, हुक्का, ई-सिगरेट इत्यादि को शेयर करके इस्तेमाल करते हैं। एक दूसरे की बनाई खैनी और मावा इत्यादि का उपयोग भी करते हैं, जिससे कोरोना वायरस के संक्रमण फैलने की आशंका बनी रहती है।
- धूम्रपान और तंबाकू सेवन से प्रतिरोधी क्षमता कम होने के चलते फेफड़ों और छाती में संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। जाहिर है कि ध्रूमपान नहीं करने वालों की तुलना में धूम्रपान करने वालों के कोविड-19 संक्रमित होने की आशंका ज्यादा होती है।
- धूम्रपान करने से शरीर में ऐसे एंज्यामस बढ़ने की आशंका होती है, जो फेफड़ों की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचा सकते हैं, जिससे कोरोना वायरस फेफड़े पर आसानी से हमला बोल सकता है।
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धूम्रपान करने वाले लोगों में कोरोना के गंभीर लक्षण हो सकते हैं
धूम्रपान करने वालों में धूम्रपान नहीं करने वालों की तुलना में गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं ज्यादा होती हैं। धूम्रपान करने वालों में क्रॉनिक ऑब्सट्रेक्टिव पल्मोनरी डिजीज (सीओपीडी- फेफड़े की क्षमता कम करने वाली बीमारी), हृदय रोग और अस्थामा जैसी बीमारियां आम तौर पर होती हैं, जो दूसरी बीमारियों का खतरा भी बढ़ा देती हैं। ऐसे में धूम्रपान करने वालों का कोरोना वायरस की चपेट में आना काफी खतरनाक साबित हो सकता है और यह जानलेवा भी हो सकता है। धूम्रपान करने वालों में कोरोना संक्रमित होने पर उनमें निमोनिया होने का खतरा कहीं ज्यादा होता है। अब तक यह जाहिर हुआ है कि कोविड-19 से उन लोगों की मौत ज्यादा हो रही है, जो हाइपर टेंशन, डायबिटीज, सीओपीडी जैसी बीमारियों की चपेट में थे, यह सब बीमारियां ध्रूमपान से जुड़ी हैं।
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तंबाकू का सेवन- तंबाकू उत्पादों का इस्तेमाल करने वाले बन सकते हैं खतरा
गुटखा, खैनी के रूप में तंबाकू चबाने वाले लोग कोरोना संक्रमण को फैला सकते हैं, क्योंकि इन्हें ये तंबाकू चबाकर थूकना होता है। कोविड-19 संक्रमित व्यक्तियों के नाक या मुंह से निकलने वाले कफ, खांसी, थूक के जरिए छोटे ड्राप्लेट्स के जरिए संक्रमण दूसरे स्वस्थ व्यक्ति तक पहुंच सकता है। ये ड्राप्लेट्स कहीं भी ठहर सकते हैं और इसमें मौजूद कोरोना वायरस कुछ घंटे से लेकर कई दिनों तक सतहों या वस्तुओं पर जीवित रह सकता है। इन चीजों को छूने और उसके बाद अपनी आंख, नाक और मुंह को छूने से दूसरे लोग संक्रमित हो सकते हैं।
इन्हीं वजहों से कहा जा रहा है कि किसी भी तरह तंबाकू का सेवन, ध्रूमपान या तंबाकू उत्पाद चबाने से कोविड-19 संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है, इससे दूसरी मुश्किलों के जटिल होने की आशंका भी बढ़ जाती है और संक्रमण फैलने की दर तेज हो सकती है।
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कोविड-19 की वजह से तंबाकू उत्पादों का सेवन छोड़ने में मिल सकती है मदद
इन खतरों के चलते ही, भारत के कई राज्यों ने तंबाकू के उत्पादों के इस्तेमाल और सार्वजनिक जगहों पर थूकने पर आंशिक या पूरी तरह से पाबंदी लगाने का फैसला लिया है। कुछ राज्य और जिलों में तंबाकू उत्पाद के उत्पादन और बिक्री पर भी रोक लगी हुई है। इसके चलते तंबाकू का सेवन करने वाले लोगों को तंबाकू उत्पाद नहीं मिल रहे हैं। अनचाहे संयम के चलते इन लोगों में तंबाकू छोड़ने की उम्मीद भी जगी है। दरअसल, तंबाकू उत्पादों के इस्तेमाल को छोड़ने के लिए इससे बेहतर समय नहीं मिल सकता। तंबाकू का सेवन छोड़ने से ना केवल आप खुद को कोरोना वायरस से संक्रमित होने से बचा सकते हैं, बल्कि अपने परिवार और समाज को भी बचा सकते हैं। तंबाकू उत्पादों के सेवन को छोड़ने से आपकी सेहत बेहतर होगी और हृदय रोग, कैंसर, फेफड़े संबंधी रोग और दूसरी बीमारियों की चपेट में आने का खतरा भी कम होता है।
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तंबाकू का सेवन छोड़ने से मिलने वाले फायदे क्या हैं?
- तंबाकू उत्पादों का सेवन छोड़ने से शरीर में बनने वाले हानिकारक केमिकल का स्तर कम होता है। जिससे आपका मानसिक स्वास्थ्य भी सुधरता है।
- तंबाकू उत्पाद के रूप में सिगरेट स्मोक करने से आपकी आंखों को भी नुकसान पहुंचता है। इसलिए जब आप स्मोकिंग छोड़ने लगते हैं तो आपकी आंखों की रोशनी में फर्क दिखने लगता है।
- तंबाकू उत्पादों का सेवन करने से आपका मुंह कई खतरनाक केमिकल के संपर्क में आता है, जिससे मुंह में अस्वच्छता और संक्रमण का डर हो सकता है। इसलिए, तंबाकू उत्पादों से दूर रहने पर आपका मुंह भी स्वच्छ और स्वस्थ रहता है।
- तंबाकू छोड़ने से त्वचा स्वस्थ होने लगती है और बढ़ती उम्र के लक्षण कम होने लगते हैं।
- धूम्रपान छोड़ने से शरीर का ब्लड प्रेशर सामान्य रहता है, जिससे आपको स्ट्रोक, हार्ट अटैक और अन्य जानलेवा बीमारी से छुटकारा मिलता है।
- धूम्रपान छोड़ने का सबसे बड़ा फायदा आपके फेफड़ों को होता है। इससे फेफड़ों को पहुंचने वाला नुकसान कम हो जाता है और खासतौर से कोरोना वायरस, टीबी, फेफड़ों का इंफेक्शन, खांसी, कैंसर होने की संभावना भी कम हो जाती है।
- तंबाकू उत्पादों का सेवन और धूम्रपान छोड़ने से मसल्स मजबूत होने लगती हैं, क्योंकि शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ती है और खून के जरिए मसल्स को पर्याप्त पोषण मिलने में मदद मिलती है।
- तंबाकू उत्पाद और धूम्रपान छोड़ने से आपकी सेक्स लाइफ भी बेहतर होती है।
ध्यान रखिए, अगर आप तंबाकू उत्पादों का सेवन छोड़ देते हैं, तो इससे न सिर्फ आपको कोविड-19 के खतरे से छुटकारा मिलता है। बल्कि, आप अपने परिवार और जानकारों को भी संक्रमण से बचा पाते हैं। हैलो स्वास्थ्य किसी भी तरह की मेडिकल सलाह नहीं दे रहा है। अगर आपको किसी भी तरह की समस्या हो तो आप अपने डॉक्टर से जरूर पूछ लें।
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