कोरोना एक मौसमी बीमारी के रूप में आ सकता है सामने
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एलर्जी एंड इंफेक्शियस डिसीज के डायरेक्टर डॉ. एंथोनी फौसीट्रस्टेड कहते हैं कि कोविड-19 सीजनल इंफ्लुएंजा के रूप में वापस आ सकता है। यानी मौसम बदलने के साथ ही कोरोना का संक्रमण बढ़ना भविष्य में कोई बड़ी बात नहीं होगा। उन्होंने शंका जताई कि अगले साल भी कोरोना का संक्रमण वापस आने की उम्मीद है, लेकिन तब तक कोरोना की वैक्सीन यानी टीकाकरण उस चक्र से निपटने के लिए जरूर होना चाहिए। यानी कोरोना वायरस मौसमी बीमारी बन जाएगा। जैसे कि मौसम बदलने पर लोगों को वायरल फीवर होता है या फिर जुकाम, ठीक वैसे ही कोरोना का भविष्य भी हो सकता है।
[covid_19]
यह भी पढ़ें :कोरोना के खिलाफ लड़ाई में देश के इंजीनियर्स ऐसे निभा रहे अहम भूमिका
कोविड-19 मौसमी संक्रमण : गर्मियों में क्या कम होगा कोरोना ?
कोरोना एक मौसमी बीमारी के रूप में सामने आ सकता है, ये फिलहाल तर्क है। वहीं कुछ शोधकर्ता इस विषय में भी बात कर रहे हैं कि अगर भविष्य में कोविड-19 मौसमी संक्रमण बनता है तो क्या कोरोना गर्मियों के मौसम में नहीं फैलेगा ? डेविस चिल्ड्रेन हॉस्पिटल, कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय में बाल रोग प्रमुख (संक्रामक रोग) डॉ. डीन ब्लमबर्ग कहते हैं कि हो सकता है कि हमे कोरोना वायरस से गर्मियों में राहत मिल जाए। डॉ. डीन का कहना है कि अगर ऐसा होता है तो हम लोगों को कोरोना का वैक्सीन बनाने के लिए अधिक समय मिल जाएगा।
यह भी पढ़ें :क्या आप सही तरीके से फॉलो कर रहे हैं सोशल डिस्टेंसिंग, यहां पता करें
वायरस के आरएनए में म्यूटेशन की बात आई सामने
कोरोना वायरस को आरएनए वायरस भी कहा जा सकता है। आरएनए, डीएनए से कम स्टेबल होता है, इसलिए इसमे म्यूटेशन होने की संभावना थोड़ी कम हो जाती है। जांच के दौरान ये बात सामने आई है कि कोरोना का आरएनए धीमी गति से म्यूटेशन कर रहा है। कैलिफोर्निया में स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसिन में बाल रोग प्रमुख (संक्रामक रोग)डॉ. यवोन माल्डोनाडो ने इस बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इस बात के प्रमाण बहुत कम है कि वायरस तेजी से बदलेगा। यानी ये अच्छी खबर है कि वायरस ज्यादा म्यूटेशन नहीं करेगा। वैक्सीन बन जाने के बाद परिस्थितियों को नियंत्रण में किया जा सकता है। अगर कोविड-19 मौसमी संक्रमण के रूप में सामने आता है तो हम लोग मजबूती से इस बीमारी से लड़ने के लिए तैयार होंगे।
अगर आपको कोरोना वायरस के लक्षण नजर आते हैं तो लापरवाही न बरतें। तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और जरूरत होने पर जांच भी करवाएं। खुद के परिवार और अन्य लोगों की सुरक्षा के लिए सजग रहना बहुत जरूरी है। कोरोना वायरस से सावधानी ही फिलहाल इस बीमारी का उपचार है। अधिक जानकारी के लिए सरकार की ओर से जारी की गई एडवाइजरी को ध्यान से पढ़ते रहे।