बेटामेथासोन वैलेरेट+क्लिओकिनोल क्रीम (Betamethasone Valerte+Clioquinol cream) का इस्तेमाल किस लिए किया जाता है?
बेटामेथासोन वैलेरेट+क्लिओकिनोल क्रीम, दो दवाइयों का कॉम्बिनेशन है। पहला एक्टिव इनग्रीडिएंट बेटामेथासोन है, जो एक मजबूत कोर्टिकोस्टेरॉयड है। इन दोनों क्रीम में केटोमेक्रोगोल 100 (Cetomacrogol 1000), केटोस्टेरायल एल्कॉहोल (cetostearyl alcohol) व्हाइट सॉफ्ट पाराफिन (white soft paraffin), लिक्विड पाराफिन (liquid paraffin), सोडियम एसिड फॉस्फेट (sodium acid phosphate), फॉस्फोरिक एसिड (phosphoric acid), सोडियम हाइड्रोक्साइड (sodium hydroxide), प्यूरिफाइड वॉटर (purified water) जैसे एक्टिव कैमिकल्स होते हैं।
कोर्टिकोस्टेरॉयड त्वचा की जलन और सूजन को कम करता है। दूसरा एक्टिव एनग्रीडिएंट क्लिओकिनोल है, जिसमें एंटीफंगल और एंटीबैक्टीरियल प्रॉपर्टीज हैं। बेटामेथासोन वैलरेट और क्लिओकिनोल क्रीम का एक साथ इस्तेमाल खुजली, सोरायसिस, कीट के काटने और अन्य प्रकार की लालिमा पड़ने जैसी त्वचा की समस्याओं के इलाज में होता है। यह क्रीम सक्रियता से सूजन कम करने के साथ-साथ इंफेक्शन से त्वचा को सुरक्षा प्रदान करती है।
बेटामेथासोन वैलेरेट जैसे कोर्टिकोस्टेरॉयड में इंटी-इंफ्लमेटरी गुण होते हैं। किसी एलर्जी की वजह से त्वचा में सूजन आ जाती है। इसकी वजह से बॉडी में कुछ कैमिकल्स का स्राव होता है, जो त्वचा के आसपास की रक्त वाहिकाओं को फैला देते हैं। कोर्टिकोस्टेरॉयड में एंटी इंफ्लमेटरी गुण होने की वजह से वह इन कैमिकल्स के स्राव को रोक देते हैं।
क्लिओकिनोल क्रीम त्वचा को बैक्टीरिया से संक्रमित होने से रोकते हैं या फंगस को विकसित होने से रोकती हैं और अन्य कार्य भी करती हैं। त्वचा की सूजन की कुछ समस्याओं में संक्रमण का खतरा सबसे ज्यादा रहता है। ऐसे में इस क्रीम का यह गुण त्वचा के इलाज के लिए काफी महत्वपूर्ण है। विशेषकर उन परिस्थितियों में जब आप एटर टाइट कपड़े पहन लेते हैं, जिससे त्वचा के प्रभावित हिस्से में फंगल और बैक्टीरिया के विकास होने की संभावना सबसे ज्यादा होती है।
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बेटामेथासोन वेलरेट+क्लिओकिनोल क्रीम (Betamethasone Valerte+Clioquinol cream) का इस्तेमाल कैसे करना चाहिए?
दिन में एक बार बेटामेथासोन और क्लिओकिनोल क्रीम की पतली लेयर को सावधानीपूर्वक प्रभावित त्वचा पर लगाएं। इस कॉम्बिनेशन को दिन में दो बार भी लगाया जा सकता है। यदि आप प्रभावित त्वचा के ऊपर टाइट कपड़े पहने रहे हैं, तो इसे लगाने से पहले उस हिस्से को अच्छे से साफ कर लें। इसके बाद दूसरे कपड़े पहनने से पहले क्रीम को वहां लगाएं। इस बात का ध्यान रखें कि आप क्रीम लगाने के बाद अपने हांथों को हमेशा साफ करें।
लंबे वक्त तक इस क्रीम का इस्तेमाल करने से संक्रमण इस क्रीम के प्रति प्रतिरोध ताकत बना लेगा। यदि आपको कुछ दिनों के भीतर इससे फायदा ना मिले तो इसकी सूचना अपने डॉक्टर को अवश्य दें। इसके अतिरिक्त, यदि आप इस कॉम्बिनेशन के अलावा भी कोई क्रीम इस्तेमाल कर रहे हैं तो दोनों के बीच कम से कम आधे घंटे का अंतराल रखें। इससे दोनों दवाइयों की प्रभाविकता कम नही होगी।
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बेटामेथासोन वैलरेट+क्लिओकिनोल क्रीम (Betamethasone Valerte+Clioquinol cream) को कैसे स्टोर करना चाहिए?
बेटामेथासोन वैलरेट+क्लिओकिनोल क्रीम को स्टोर करने का सबसे बेहतर तरीका है इसे कमरे के तापमान पर रखना। इसे सूर्य की सीधी किरणों और नमी से दूर रखें। दवा को खराब होने से बचाने के लिए आपको बेटामेथासोन वैलरेट+क्लिओकिनोल क्रीम को बाथरूम या फ्रीजर में नहीं रखना है। बेटामेथासोन वैलरेट+क्लिओकिनोल क्रीम के अलग-अलग ब्रांड्स को अलग तरीकों से स्टोर किया जाता है। इसे रखने से पहले सबसे बेहतर होगा कि आप दवा के पैकेज पर छपे निर्देशों को पढ़ लें या फार्मासिस्ट से पूछें।
सुरक्षा की दृष्टि से सभी दवाइयों को अपने बच्चों और पेट्स से दूर रखें। जब तक कहा ना जाए तब तक सुरक्षा की दृष्टि से आपको बेटामेथासोन वैलरेट+क्लिओकिनोल क्रीम मालेट को टॉयलेट या नाली में नहीं बहाना है। आवश्यकता न रहने या एक्सपायरी की स्थिति में दवा का समुचित तरीके से निस्तारण जरूरी है। सुरक्षित तरीके से इसका निस्तारण करने के लिए अपने फार्मासिस्ट से सलाह लें।
बेटामेथासोन वैलरेट+क्लिओकिनोल क्रीम (Betamethasone Valerte+Clioquinol cream) का इस्तेमाल करने से पहले मुझे क्या पता होना चाहिए?
- बेटामेथासोन वैलरेट+क्लिओकिनोल क्रीम+क्लिओकिनोल क्रीम को सिर्फ त्वचा के प्रभावित हिस्से पर ही लगाएं।
- इस कॉम्बिनेशन को कभी भी एक मॉश्चराइजर के तौर पर इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
- आंख, मुंह या नाक को इस दवा के संपर्क में न आने दें। यदि गलती से यह इनके संपर्क में आ जाती है तो ठंडे पानी से इसे साफ कर दें।
- यदि कोर्टिकोस्टेरॉयड का इस्तेमाल लंबे वक्त तक या त्वचा के बड़े हिस्से, स्किन फोल्ड या एयर टाइट कपड़ों (निप्पल्स) के भीतर किया जाए तो यह बॉडी के अंदर ज्यादा सोख जाते हैं। इससे त्वचा के पतले होने और बॉडी के उन हिस्सों पर एड्रेनेल ग्रंथि द्वारा प्राकृतिक तरीके से हार्मोन का प्रोडक्शन कम होने जैसे साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं। इसे देखते हुए लंबे वक्त तक इस दवा का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। विशेषकर बच्चों में और त्वचा के बड़े हिस्से पर इसका इस्तेमाल करने से बचना चाहिए। सिर्फ डॉक्टर की सलाह पर ही प्रभावित त्वचा पर एयर टाइट कपड़े पहनने चाहिए।
- बिना डॉक्टर की सलाह के लंबे वक्त तक या इंफेक्शन दोबारा होने पर इस दवा का इस्तेमाल ना करें। ऐसा करने से आपकी त्वचा इस दवा के प्रति अतिसंवेदनशील या एलर्जिक बन सकती है।
- यदि इस दवा का उपयोग चेहरे पर होता है तो जब भी संभव हो पांच दिनों से अधिक समय तक के लिए इसे न लगाएं। आपको प्रभावित हिस्से को एयर टाइट कपड़ों से नहीं ढकना है।
- यदि बच्चों में बेटामेथासोन वैलरेट+क्लिओकिनोल क्रीम का इस्तेमाल किया जाता है तो पांच दिनों से ज्यादा या चेहरे पर इसे न लगाएं।
- उपचारित त्वचा को एयर टाइट कपड़ों से न ढकें। बच्चों के डायपर एक एयर टाइट कपड़ों की तरह कार्य करते हैं और इससे बॉडी में दवा के सोखने की संभावना बढ़ जाएगी। जिन बच्चों का इस क्रीम से इलाज किया गया है, उन्हें हफ्ते में कम से कम एक बार डॉक्टर को दिखाना चाहिए।
- इस क्रीम से कपड़े और बाल चिपक सकते हैं। ऐसे में बिना एयर टाइट वाले कॉटन के बैंडेड या एक साफ कपड़े से इसे ढकें।
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बेटामेथासोन वैलरेट+क्लिओकिनोल क्रीम (Betamethasone Valerte+Clioquinol cream) का इस्तेमाल करते वक्त किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
बच्चों: यदि बच्चों में बेटामेथासोन+क्लिओकिनोल क्रीम का इस्तेमाल किया जाता है तो पांच दिनों से ज्यादा या चेहरे पर इसे ना लगाएं। जिन बच्चों का इस क्रीम से इलाज किया गया है, उन्हें हफ्ते में कम से कम एक बार डॉक्टर को दिखाना चाहिए।
सोरायसिस: यदि आपको सोरायसिस के उपचार के लिए इस दवा का इस्तेमाल करने की सलाह दी गई है तो नियमित रूप से डॉक्टर के पास जाएं। चूंकि, कम समय के लिए सोरायसिस के इलाज में कोर्टिकोस्टेरॉयड फायदेमंद हो सकते हैं। कई बार यह सोरायसिस को और गंभीर बना देते हैं और इलाज बंद होने का बाद स्थिति सामान्य के बाद दोबारा सोरायसिस हो सकता है।
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बेटामेथासोन वैलरेट+क्लिओकिनोल क्रीम (Betamethasone Valerte+Clioquinol cream) के साइड इफेक्ट्स क्या हैं?
- खुजली या प्रभावित त्वचा पर जलन
- त्वचा के भीतर सोरायसिस की वजह से गुमड़ा या सूजन
उपरोक्त साइड इफेक्ट्स के अलावा यदि आपको अन्य दुष्प्रभावों का अनुभव होता है तो तुरंत इस दवा का इस्तेमाल बंद कर दें और अपने डॉक्टर को सूचित करें। हालांकि, बेटामेथासोन वैलरेट+क्लिओकिनोल क्रीम के उपरोक्त साइड इफेक्ट्स के अलावा भी दुष्प्रभाव हो सकते हैं, जिन्हें ऊपर सूचीबद्ध नहीं किया गया है। इसका इस्तेमाल करने से पहले अपने डॉक्टर से इसके संभावित फायदों और नुकसान के बारे में अपने डॉक्टर से सलाह अवश्य लें।
बेटामेथासोन वैलरेट+क्लिओकिनोल क्रीम (Betamethasone Valerte+Clioquinol cream) का हेल्थ पर क्या असर पड़ सकता है?
बेटामेथासोन वैलरेट+क्लिओकिनोल क्रीम आपकी मौजूद हेल्थ कंडिशन पर असर डाल सकती है। निम्नलिखित समस्याओं में इसका उपयोग करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह अश्य लें:
- मुंहासे
- मुंह के आसपास लालिमा पड़ना (रैशेस)
- वायरल इंफेक्शन (जैसे हर्पीस, चिकन पॉक्स, कोल्ड सोर्स (cold sores)
- बैक्टीरियल इंफेक्शन
- फंगल इंफेक्शन (जैसे एथलीट फुट (पैरों के अंगूठे के आस पास फंगल इंफेक्शन), केंडिडा से होना वाल फंगल इंफेक्शन )
- गालों पर लालिमा पड़ना
- जब तक डॉक्टर द्वारा कहा ना जाए तब तक जेनेटल्स या एनस के आसपास की सूजी त्वचा पर इसका इस्तेमाल न करें।
- यदि आप इस दवा के कॉम्बिनेशन का इस्तेमाल एयरटाइट कपड़ों या डायपर, नैपी के नीचे कर रहे हैं तो अतिरिक्त सावधानी बरतें। इन परिस्थितियों में अत्यधिक मात्रा में यह दवा बॉडी में सोख सकती है। इससे साइड इफेक्ट्स की संभावना बढ़ जाती है।
- किसी भी नई दवा का इस्तेमाल करने से पहले हमेशा उसके पैकेज पर छपी जरूरी सूचना को अवश्य पढ़ें। साथ ही इसकी सूचना अपने डॉक्टर को अवश्य दें।
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