के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya
एसिक्लो प्लस का इस्तेमाल दर्दनाक रूमेटिक स्थिति जैसे ऑस्टियोअर्थराइटिस, रयूमेटाइड अर्थराइटिस और एंक्युलोसिंग स्पोंडिलोसिस (Ankylosing Spondylitis) के इलाज के लिए किया जाता है। कई तरह के अर्थराइटिस में इस्तेमाल की जाने वाली ये दवा शरीर में सूजन और दर्द को उत्पन्न करने वाले केमिकल्स को ब्लॉक करके काम करती है।
दवा को इस्तेमाल करने को लेकर अधिक जानकारी के लिए आप अपने डॉक्टर से सलाह ले सकती हैं।
एसिक्लो प्लस को कमरे के तापमान पर स्टोर करना सबसे बेहतर है। इसे सूरज की सीधी किरणों और नमी से दूर रखना चाहिए। दवा को खराब होने से बचाने के लिए इसे कभी भी फ्रीजर में स्टोर करके नहीं रखना चाहिए। सुरक्षा की दृष्टि से सभी दवाइयों को अपने बच्चों और जानवरों की पहुंच से दूर रखें। जब तक कहा ना जाए तब तक सुरक्षा की दृष्टि से आपको इस दवा को टॉयलेट या नाली में नहीं बहाना चाहिए। अगर आपको दवा की अब आवश्यकता नहीं है या दवा एक्सपायर हो गई है तो उसे समुचित तरीके से निस्तारण जरूरी है। सुरक्षित तरीके से दवा को कैसे निस्तारण करना है इसके बारे में अपने फार्मासिस्ट से सलाह लें।
गर्भावस्था और स्तनपान के दौरान एसिक्लो प्लस का सेवन सुरक्षित नहीं है। यदि आप प्रेग्नेंट हैं या गर्भधारण की योजना बना रही हैं तो हमेशा अपने डॉक्टर को इसकी सूचना दें। इन दोनों ही स्थिति में यह दवा बच्चे के लिए नुकसानदायक साबित हो सकती है।
एसिक्लो से मुझे निम्नलिखित साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं:
उपरोक्त साइड इफेक्ट्स से अलग भी एसिक्लो प्लस के कुछ साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं, जिन्हें यहां बताया नहीं गया है। इसमें से कुछ साइड इफेक्ट्स दुर्लभ मामलों में ही सामने आते हैं, लेकिन गंभीर होते हैं। यदि आप इसके साइड इफेक्ट्स को लेकर चिंतित हैं, तो इसे लेकर अपने डॉक्टर या फार्मासिस्ट से सलाह लें।
यदि आप वर्तमान में कोई दवा ले रहे हैं तो इसकी जानकारी आपके डॉक्टर को होनी चाहिए। हो सकता है जो दवा आप ले रहे हैं उसके साथ एसिक्लो रिएक्ट करे। इससे गंभीर साइड इफेक्ट होने का भी खतरा रहता है। निम्नलिखित दवाओं के साथ एसिक्लो प्लस रिकमेंड नहीं की जाती है:
लिथियम: एसिक्लो प्लस के साथ लिथियम का सेवन करने से मनाही की जाती है। इससे शरीर में लीथियम की मात्रा अधिक हो सकती है, जिससे गंभीर साइड इफेक्ट होने का खतरा भी बढ़ जाता है।
कोर्टिकोस्टेरॉयड: कोर्टिकोस्टेरॉयड दवाओं के साथ एसिक्लो प्लस लेने की सलाह नहीं दी जाती है। इससे जठरांत्र की ब्लीडिंग का खतरा बढ़ सकता है।
एंटीहाइपरटेंसिव दवाइयां: हाई ब्लड प्रेशर की दवाओं के साथ इसका सेवन नहीं करना चाहिए। खासतौर पर बुजुर्गों को तो इसे पूरी तरह एवॉइड करना चाहिए। दवा के साथ पर्याप्त पानी पीएं।
डिजोक्सिन: एसिक्लो प्लस के साथ डिजोक्सिन लेने से शरीर में एसिक्लो डिगोक्सिन की मात्रा अधिक हो जाती है। इससे हृदय पर डिजोक्सिन का प्रभाव बढ़ सकता है। इसलिए इन्हें साथ में लेने की सलाह नहीं दी जाती है।
एल्कोहॉल के साथ एसिक्लो प्लस का सेवन नहीं करना चाहिए। एल्कोहॉल के साथ इस कॉम्बिनेशन का सेवन करने से पेट की ब्लीडिंग का खतरा बढ़ जाता है। अगर आप किसी खास डायट पर हैं तो उसके साथ एसिक्लो प्लस का सेवन करना चाहिए या नहीं इसकी जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से कंसल्ट करें।
निम्नलिखित समस्याओं में एसिक्लो प्लस का सेवन नहीं करना चाहिए:
हृदय रोग- अगर आपको दिल संबंधित कोई बीमारी है तो इस दवा को न लें।
अस्थमा- अस्थमा पेशेंट्स को भी ये दवा लेने से मना किया जाता है।
गुर्दे और लिवर संबंधित परेशानी: गुर्दे और लिवर रोग से ग्रसित लोग भी इसका परहेज करें।
इसके अतिरिक्त, डॉक्टर के सुझाए गए डोज का पालन करें। इसकी अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर या फार्मासिस्ट से सलाह लें।
आपात या ओवरडोज की स्थिति में तुरंत अपने नजदीकी डॉक्टर या आपातकालीन सेवा से संपर्क करें।
एसिक्लो प्लस का डोज मिस हो जाता है तो जल्द से जल्द इसे लें। हालांकि, यदि आपका अगली खुराक का समय नजदीक आ गया है तो भूले हुए डोज को ना खाएं। पहले से तय नियमित डोज को लें। एक बार में दो खुराक ना खाएं।
डिस्क्लेमर
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