यह प्रेग्नेंसी में चिंता व तनाव से गुजरने वाली महिलाओं का समूह हो सकता है। ये ग्रुप्स इन परिस्थितियों में रहने वाली गर्भवती महिलाओं से मिलते हैं। किसी खास समस्याओं के बारे में अपनी भावनाओं और अनुभवों को शेयर करके प्रेग्नेंसी की समस्याओं और डर से बचने में मदद करते हैं।
अगर आप किसी चिंता में हैं तो घरवालों की मदद से उसको मात दे सकती हैं। अपने पार्टनर, परिवार, दोस्तों को अपनी प्रॉब्लम्स बताएं और सपोर्ट के लिए कहें। बच्चे की देखभाल करने के लिए खुद का ख्याल रखना बहुत महत्वपूर्ण है।
कुछ अन्य बदलाव जो प्रेग्नेंसी में चिंता से निपटने में मदद कर सकते हैं। वे इस प्रकार हैं:
व्यायाम सेरोटोनिन के स्तर को बढ़ाने और कोर्टिसोल के स्तर को कम करने का एक प्राकृतिक तरीका है। अपने डॉक्टर से बात कर ऐसे बेस्ट वर्कआउट का पता लगाएं जो प्रेग्नेंसी के दौरान की जाने वाली सुरक्षित एक्सरसाइज हो। गर्भवती महिलाओं के लिए डिजाइन की गई व्यायाम और योगा क्लासेज आपके लिए सहायक हो सकती हैं।
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स्वस्थ आहार का सेवन:
कई आहार प्रेग्नेंसी के दौरान मूड को प्रभावित करने, तनाव को कम करने ,ध्यान केंद्रित करने में मदद करते हैं। कैफीन, चीनी, प्रोसेस्ड कार्बोहाइड्रेट और प्रोटीन की कमी आपके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकती है। एक हेल्दी डायट प्लान के लिए एक रिलाएबल न्यूट्रशनिस्ट से बात करना अधिक फायदेमंद होगा।
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पर्याप्त नींद:
नींद की कमी तनाव को बढ़ाने और दिमाग की क्षमता को प्रभावित कर सकती है। वहीं चिंता आपकी नींद लेने की क्षमता को प्रभावित कर सकती है, नींद की रूटीन को बनाए रखने का प्रयास करें ताकि आप हर दिन एक ही समय पर सोएं और उठें।
प्रेग्नेंसी में चिंता शिशु और मां दोनों के लिए नुकसानदायक हो सकती है। इसलिए इससे निपटने के लिए डॉक्टर की मदद लेना सही होगा।