के द्वारा मेडिकली रिव्यूड Dr Sharayu Maknikar
अबूटा एक बेल है, जिसकी पत्तियां ऊपर की तरफ चढ़ती हुईं 30 सेंटीमीटर तक लंबी होती हैं। इसके छोटे-छोटे फल (बैरी) अंगूर के आकार के होते हैं, जो खाने योग्य नही हैं। यह सिसेम्पेलोस (Cissampelos) प्रजाति की बेल है, जिसकी 30-40 प्रजातियां वर्षा वनों में मौजूद हैं। इस औषधि की बेल का रंग गाढ़ा काला और भूरा होता है, जो सख्त होती है। यह पेरू (Peru) ब्राजील, इक्वाडोर (Ecuador) और कम्बोडिया में पाई जाती है। इस जड़ी बूटी का इस्तेमाल कई स्वास्थ्य स्थितियों के उपचार के साथ-साथ घर और बगीचे की सजावट के लिए भी किया जाता है।
इस पौधे को अलग-अलग देशों में अलग-अलग नाम से जाना जाता है। ब्राजील में, जहां इस पौधे को Abutua के रूप में जाना जाता है वहीं पेरू में इसे Abuta या बारबास्को के नाम से जाना जाता है। एक जड़ी-बूटी के तौर पर आमतौर पर पूरे दक्षिण अमेरिका में इसका इस्तेमाल सबसे अधिक किया जाता है। वहां, पर इसका इस्तेमाल खासतौर पर महिलाओं के स्वास्थ्य से जुड़ी सभी तरह की बीमारियों के लिए किया जाता है। यह गर्भपात के खतरे को रोकने और बच्चे के जन्म के बाद गर्भाशय के रक्तस्राव को रोकने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इसके अलावा यह मासिक धर्म के दौरान पेट में होने वाली ऐंठन और प्रसवपूर्व दर्द, मासिक धर्म के दौरान अत्यधिक रक्तस्राव और गर्भाशय रक्तस्राव को रोकने में उपचारी होता है। इसके अलावा इसका इस्तेमाल खराब पाचन की समस्या का उपचार करने, भोजन के बाद उनींदापन की समस्या और कब्ज की समस्या से राहत पाने के लिए भी किया जाता है।
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इस औषधि का इस्तेमाल निम्नलिखित समस्याओं में होता है:
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अन्य समस्याओं में इस औषधि के इस्तेमाल की सलाह दी जा सकती है। इसकी अधिक जानकारी के लिए अपने हर्बलिस्ट या डॉक्टर से सलाह लें।
इस संबंध में पर्याप्त जानकारी उपलब्ध नहीं है। इसकी अधिक जानकारी के लिए अपने हर्बलिस्ट या डॉक्टर से सलाह लें।
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निम्नलिखित परिस्थितियों में इसका इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर या हर्बलिस्ट से सलाह लें:
अन्य दवाइयों के मुकाबले औषधियों के संबंध में रेग्युलेटरी नियम अधिक सख्त नही हैं। इनकी सुरक्षा का आंकलन करने के लिए अतिरिक्त अध्ययनों की आवश्यकता है। अबूटा का इस्तेमाल करने से पहले इसके खतरों की तुलना इसके फायदों से जरूर की जानी चाहिए। इसकी अधिक जानकारी के लिए अपने हर्बलिस्ट या डॉक्टर से सलाह लें।
प्रेग्नेंसी और ब्रेस्टफीडिंग: दोनों ही परिस्थितियों में अबूटा का सेवन करना सुरक्षित है या नहीं, इस संबंध में पर्याप्त जानकारी उपलब्ध नहीं है। अबूटा का इस्तेमाल करने से पहले इसके संभावित फायदों और नुकसान के संबंध में अपने डॉक्टर से सलाह अवश्य लें।
बच्चों: बच्चों में इसका इस्तेमाल सुरक्षित है या नहीं, इस संबंध में अपर्याप्त सुबूत मौजूद हैं।
सर्जरी: तय सर्जरी से कम से कम दो सप्ताह पहले अबूटा का सेवन बंद कर दें।
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यदि आप अबूटा के साइड इफेक्ट्स को लेकर चिंतित हैं तो अपने डॉक्टर या हर्बलिस्ट से सलाह अवश्य लें।
इस औषधि को कभी भी सूर्य की रोशनी या नमी वाली जगह में स्टोर नहीं करना चाहिए। इसे स्टोर करने के लिए कमरे के तापमान सबसे बेहतर होता है। इसे बाथरूम या फ्रीज में स्टोर न करें। ध्यान रखें कि, इस औषधि का इस्तेमाल तभी तक करना चाहिए, जब तक यह डॉक्टर द्वारा निर्देश किया गया हो। औषधि का इस्तेमाल न होने पर इसका इस्तेमाल न करें। अगर यह एक्सपायर हो गया हो, तो इसका सेवन करना तुंरत बंद कर दें। इस्तेमाल न होने पर इस औधषि को कभी भी सीधे कूड़ेदान में न फेंके और न ही इसे किसी खुली नाली या टॉयलेट में फ्लश करें। इससे पर्यावरण को नुकसान हो सकता है। इसके सुरक्षित और उचित निपटारे के लिए इसके पैक पर दिए गए दिशा निर्देशों को पढ़ें और अपने डॉक्टर से इस बारे में उचित सलाह लें।
अबूटा आपकी मौजूदा दवाइयों या मेडिकल कंडिशन के साथ रिएक्शन कर सकता है। इसका उपयोग करने से पहले अपने हर्बलिस्ट से सलाह अवश्य लें।
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उपरोक्त जानकारी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं हो सकती। इसका इस्तेमाल करने से पहले हमेशा अपने डॉक्टर या हर्बलिस्ट से सलाह लें।
मासिक धर्म की समस्याओं में अबूटा की डोज:
1-2 ग्राम अबूटा की छाल का पाउडर टेबलेट्स या कैप्सूल में दिन में दो बार इस्तेमाल किया जा चुका है।
घोल के रूप में अबूटा का इस्तेमाल 4:1 के रेशियो में 2-4 मिलिलीटर प्रतिदिन दिन में दो बार इस्तेमाल किया जा चुका है।
हर मरीज के मामले में अबूटा की डोज अलग हो सकती है। जो डोज आप ले रहे हैं वो आपकी उम्र, हेल्थ और दूसरे अन्य कारकों पर निर्भर करता है। औषधियां हमेशा ही सुरक्षित नहीं होती हैं। अबूटा के उपयुक्त डोज के लिए अपने हर्बलिस्ट या डॉक्टर से सलाह लें।
अबूटा निम्नलिखित रूपों में उपलब्ध हो सकता है:
हैलो हेल्थ किसी भी प्रकार की चिकित्सा सलाह, निदान या इलाज मुहैया नहीं कराता।
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