के द्वारा मेडिकली रिव्यूड Dr Sharayu Maknikar
एल प्लांटागो लेनकिओलाटा (L. Plantago lanceolata) या buckhorn plantain (बकहोर्न प्लांटेन) प्लांटेन (plantain) प्रजाति की प्लांटागेनेसिए (Plantaginaceae) की एक फूलों वाले पौधों की प्रजाति है। आमतौ पर इसे रिबोवॉर्ट प्लांटेन (ribwort plantain), नौरोलीफ प्लांटेन (narrowleaf), इंग्लिश प्लांटेन (English plantain) और रिबलीफ (ribleaf) के नाम से जाना जाता है। बकहोर्न प्लांटेन एक सामान्य खरपतवार है, जिसकी खेती की जाती है। बकहोर्न प्लांटेन मूल रूप से यूरेशिया का है, लेकिन इसे उत्तरी अमेरिका और दुनिया के कई हिस्से में उगाया जाता है।
बकहोर्न प्लांटेन के जमीन से ऊपर उगने वाले हिस्से का इस्तेमाल औषधियां बनाने में होता है। बकहोर्न प्लांटेन का इस्तेमाल निम्नलिखित परिस्थितियों में होता है:
कुछ लोग गले की खराश में बकहोर्न प्लांटेन का कुल्ला करते हैं या सूजन, घाव भरने या ब्लीडिंग को रोकने के लिए त्वचा पर लगाते हैं।
यह कैसे कार्य करता है, इस संबंध में पर्याप्त साक्ष्य उपलब्ध नहीं है। इसकी अधिक जानकारी के लिए अपने हर्बलिस्ट या डॉक्टर से सलाह अवश्य लें। हालांकि, ऐसा माना जाता है कि बकहोर्न में टेनिन्स और म्यूकस की तरह पदार्थ होते हैं, जो सूजन और दर्द वाले हिस्से में राहत प्रदान करते हैं।
निम्नलिखित परिस्थितियों में इसका इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर या हर्बलिस्ट से सलाह लें:
अन्य दवाइयों के मुकाबले औषधियों के संबंध में रेग्युलेटरी नियम अधिक सख्त नही हैं। इनकी सुरक्षा का आंकलन करने के लिए अतिरिक्त अध्ययनों की आवश्यकता है। बकहोर्न प्लांटेन का इस्तेमाल करने से पहले इसके खतरों की तुलना इसके फायदों से जरूर की जानी चाहिए। इसकी अधिक जानकारी के लिए अपने हर्बलिस्ट या डॉक्टर से सलाह लें।
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बकहोर्न प्लांटेन का ज्यादातर लोगों में औषधि की मात्रा में मौखिक रूप से या त्वचा पर इस्तेमाल सुरक्षित हो सकता है।
प्रेग्नेंसी और ब्रेस्टफीडिंग: यदि आप गर्भवती हैं तो बकहोर्न प्लांटेन को त्वचा पर लगाना असुरक्षित हो सकता है। ऐसे कई सुबूत हैं प्रेग्नेंसी के दौरान बकहोर्न का इस्तेमाल करने से यह गर्भाशय की मसल टोन को प्रभावित कर सकता है।
ब्रेस्टफीडिंग के दौरान यह कितना सुरक्षित है, इस संबंध में भी अधिक जानकारी मौजूद नहीं है। सुरक्षा के लिहाज से स्तनपान के दौरान बकहोर्न का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
हालांकि, हर व्यक्ति को यह साइड इफेक्ट्स नहीं होते हैं। उपरोक्त दुष्प्रभाव के अलावा भी बकहोर्न प्लांटेन के कुछ साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं, जिन्हें ऊपर सूचीबद्ध नहीं किया गया है। यदि आप इसके साइड इफेक्ट्स को लेकर चिंतित हैं तो अपने डॉक्टर या हर्बलिस्ट से सलाह लें।
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बकहोर्न आपकी मौजूदा दवाइयों या आपकी मेडिकल कंडिशन के साथ रिएक्शन कर सकता है। इसका इस्तेमाल करने से पहले हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें। इसका इस्तेमाल ब्लड क्लॉटिंग को धीमा करने वाली या खून को पतला करने वाली दवाइयां जैसे वॉर्फरिन (कोमाडिन) Warfarin (Coumadin) के साथ नहीं करना चाहिए। इसमें विटामिन-के होता है, जो लोग खून को पतला करने वाली दवाइयों का सेवन कर रहे हैं, उन्हें नियमित मात्रा में विटामिन-के का इस्तेमाल करना चाहिए। इससे दवाइयों की प्रभाविकता घटने का खतरा कम होगा।
उपरोक्त जानकारी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं हो सकती। इसका इस्तेमाल करने से पहले हमेशा अपने डॉक्टर या हर्बलिस्ट से सलाह लें।
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सर्दी और खांसी में बकहोर्न की पत्तियों को चाय के रूप में दिन में तीन से छह बार लिया जा सकता है। हालांकि, हर मरीज के मामले में बकहोर्न प्लांटेन का डोज अलग हो सकता है। जो डोज आप ले रहे हैं वो आपकी उम्र, हेल्थ और दूसरे अन्य कारकों पर निर्भर करता है। औषधियां हमेशा ही सुरक्षित नही होती हैं। बकहोर्न प्लांटेन के उपयुक्त डोज के लिए अपने हर्बलिस्ट या डॉक्टर से सलाह लें।
बकहोर्न प्लांटेन निम्नलिखित रूपों में उपलब्ध है:
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