और पढ़ें- क्या प्रेग्नेंसी में वजन उठाने से बचना चाहिए?
बच्चे का सिर नीचे की तरफ आने पर वजायना में खिंचाव या जलन का तेज अहसास हो सकता है। प्रत्येक कॉन्ट्रैक्शन में शिशु का सिर पेल्विक से नीचे की तरफ आता है। बर्थ केनाल में आने में इसे समय लग सकता है। एक बार शिशु का सिर बाहर आने पर बॉडी अपने आप ही फिसल कर बाहर आ जाएगी।
प्रेग्नेंसी की लेबर स्टेज (Pregnancy labor stage): तीसरी स्टेज
शिशु के जन्म लेने के बाद लेबर की तीसरी स्टेज शुरू होती है। यूटरस की वॉल से प्लेसेंटा अलग होकर वजायना के जरिए बाहर आ जाता है। इस स्टेज को अक्सर ‘डिलिवरी आफ्टर बर्थ’ भी कहा जाता है। यह सबसे कम अवधि की स्टेज होती है। यह कुछ मिनटों से लेकर 20 मिनट तक रह सकती है। इस दौरान आपको कॉन्ट्रैक्शन का अहसास होगा लेकिन, तेज दर्द के मुकाबले हल्का दर्द हो सकता है। यदि एनस और वजायना के बीच छोटा चीरा लगाया गया है तो इस दौरान वहां पर टांके लगाए जाते हैं। यह सब इसी स्टेज में पूरा किया जाता है।
और पढ़ेंः प्रेग्नेंसी में सेक्स: क्या आखिरी तीन महीनों में सेक्स करना हानिकारक है?
प्रेग्नेंसी की लेबर स्टेज (Pregnancy labor stage) के दौरान नैचुरल पेन रिलीवर
महिलाओं के लिए कई विकल्प हैं जो उन्हें प्रेग्नेंसी की लेबर स्टेज (Pregnancy labor stage) के दर्द से राहत के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। वे दवा के उपयोग के बिना दर्द को कम करने पर ध्यान केंद्रित करते हैं। इनमें से कुछ में शामिल हैं: