यदि आप प्रेग्नेंसी के शुरुआती 12 हफ्तों में भारी वजन उठाती हैं तो इससे गर्भपात का खतरा बढ़ सकता है। अगर आपको पहले से ही वजन उठाने की आदत है तो भी सावधानी बरतनी चाहिए। जैसे-जैसे गर्भावास्था आगे बढ़ती है वैसे-वैसे इसका खतरा और बढ़ जाता है।
पेट का आकार बढ़ने से सेंटर ऑफ ग्रेविटी भी आगे बढ़ जाती है। ऐसी स्थिति में यदि आप भारी वजन उठातीं हैं तो संतुलन बिगड़ने की संभावना रहती है। लगातार पेट का आकार बढ़ने से भी भारी वजन को उठाना या ओब्जेक्ट को अपने करीब लाना थोड़ा मुश्किल होता है क्योंकि पेट इसके बीच आता है।
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प्रेग्नेंसी में भारी सामान उठाना नहीं होता है सुरक्षित, रहें सावधान
यदि आपके हाथों में वजन है और आप दोनों हाथों को पीछे की तरफ फैलाती हैं, तो लोअर बैक में चोट आ सकती है। यदि वास्तव में आपको प्रेग्नेंसी में वजन उठाना है तो इसे अपने करीब पकड़ें और घुटनों को मोड़ें। कमर को मोड़ने से बेहतर है कि आप घुटनों को मोड़ें। अपने सिर के ऊपर वजन ना उठाएं। वहीं, तीसरे ट्राइमेस्टर में फर्श से वजन उठाने से बचें।
वजन उठाते वक्त पेल्विक फ्लोर को सख्त रखें और बेली को आराम से ऊपर की तरफ उठाएं। इस दौरान आपको सामान्य तरीके से सांस लेनी है। यदि आप प्रेग्नेंसी में वजन उठाने तक अपनी सांस को रोके रखतीं है तो यह आपके लिए और ज्यादा हैवी हो जाएगा।