एचसीजी लेवल (HCG Levels) –
गर्भवती महिलाओं में ह्यूमन कोरिओनिक गोनडोट्रोपिन (Human Chorionic Gonadotropin) हार्मोन अत्यधिक होता है। ऐसी गर्भवती महिलाएं जिनमें एक से ज्यादा फीटस होते हैं तो उनमें HCG लेवल और ज्यादा होता है। गर्भवती महिला के ब्लड में ह्यूमन कोरिओनिक गोनडोट्रोपिन हॉर्मोन की बढ़ी हुई मात्रा मल्टिपल प्रेग्नेंसी को दर्शाती है।
अल्ट्रासाउंड स्कैन (Ultrasound scan)-
20 हफ्ते से ज्यादा की गर्भवस्था में अल्ट्रासाउंड की मदद से मल्टिपल प्रेग्नेंसी की जानकारी मिल जाती है।

ब्लड टेस्ट (Blood Test)-
गर्भावस्था के दौरान फीटस से प्रोटीन सिक्रीट होता है, जिसे अल्फा-फिटोप्रोटीन (AFP) कहते हैं। अल्फा-फिटोप्रोटीन शिशु के लिवर से निकलता है और गर्भवती महिला (मां) के ब्लड में मिल जाता है। प्रेग्नेंसी के 15वें हफ्ते और 17वें हफ्ते के दौरान अल्फा-फिटोप्रोटीन की जांच की जाती है। इस दौरान अल्फा-फिटोप्रोटीन की बढ़ी हुई मात्रा गर्भ में एक से अधिक फीटस होने के कारण होता है।
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मल्टिपल प्रेग्नेंसी होने पर डिलिवरी कैसे हो सकती है? (Delivery process for Multiple Pregnancies)
गर्भ में पल रहे शिशु और गर्भवती महिला के हेल्थ के कंडिशन को देखते हुए बेबी की डिलिवरी होती है।
1. वजायनल डिलिवरी (Vaginal delivery)-
किसी भी तरह की शारीरिक परेशानी अगर गर्भवती महिला को नहीं होती है, तो वजायनल डिलिवरी (Vagainl delivery) हो सकती है। यही नहीं बच्चे का सिर भी नीचे की ओर रहने पर वजायनल डिलिवरी में कोई परेशानी नहीं होती है। वजायनल डिलिवरी के दौरान आपको क्या सावधानियां रखनी होंगी इसके बारे में डॉक्टर से पहले ही समझ लें।
2. सी-सेक्शन (C-section)-
समय से पहले बच्चे के जन्म होने की स्थिति में सिजेरियन डिलिवरी (Cesarean Delivery) की जा सकती है। गर्भ में पल रहा शिशु का सिर अगर ऊपर के साइड है तो ऐसी स्थिति में भी सी-सेक्शन किया जाता है। गर्भ में अगर 3 या इससे ज्यादा शिशु के होने की स्थिति में शुरू से ही डॉक्टर सी-सेक्शन (C-section) डिलिवरी की जानकारी दे देते हैं। ऐसे में परेशान न हो और डॉक्टर को सपोर्ट करें।
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मल्टिपल प्रेग्नेंसी (Multiple Pregnancies) में शिशु का जन्म कब हो सकता है?
मल्टिपल प्रेग्नेंसी के दौरान शिशु का जन्म निम्नलिखित समय पर हो सकता है-
सिंगगल्टन (Singleton)- गर्भ में पल रहे एक बच्चे का 38वें हफ्ते में या इसके बाद जन्म हो सकता है।
ट्वंस (Twin)- गर्भ में पल रहे दो शिशु का 36वें हफ्ते में जन्म हो सकता है।
ट्रिप्लेट (Triplet)- गर्भ में पल रहे तीन शिशु का 32वें हफ्ते में जन्म हो सकता है।
क्वाड्रुप्लिट (Quadruplet)- गर्भ में पल रहे चार शिशु का जन्म 30वें हफ्ते में हो सकता है।

मल्टिपल प्रेग्नेंसी की जानकारी मिलने पर परेशान न हों सिर्फ जिन-जिन बातों की डॉक्टर ने सलाह दी है उन्हें जरूर मानें। जो भी दवा दी गई हैं उनका समय पर उपयोग करें। और किसी प्रकार की दवा या डायट का उपयोग डॉक्टर की सलाह के बिना ना करें। डॉक्टर की सलाह से फिजिकल एक्टिविटीज को अपने रूटीन में जरूर शामिल करें। आप प्रीनेटल योगा क्लास भी जॉइन कर सकती हैं। हम आशा करते हैं कि मल्टिपल प्रेग्नेंसी (Multiple Pregnancies) पर आधारित यह आर्टिकल आपके लिए उपयोगी साबित हुआ होगा। प्रेग्नेंसी मल्टिपल हो या सिंगल महिला को अपना ध्यान एक समान ही रखना चाहिए। हालांकि मल्टिपल प्रेग्नेंसी (Multiple Pregnancies) में एहतियात ज्यादा रखना बेहतर होगा। इस दौरान पोषण और फिजिकल फिटनेस का विशेष ध्यान रखना आपको हेल्दी प्रेग्नेंसी की और ले जाएगा।
किसी प्रकार की अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से संपर्क करें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।