प्रेग्नेंसी में कोराना वायरस का अधिक प्रभाव दिख सकता है। प्रेग्नेंसी के दौरान महिला के इम्युन सिस्टम डिप्रेस्ड होते हैं। इस कारण से महिला में कुछ लक्षण जैसे कि इंफ्लुएंजा, चिकनपॉक्स आदि आसानी से दिख सकते हैं। क्लीवलैंड क्लिनिक में एक संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉ. स्टीवन गॉर्डन प्रेग्नेंसी में कोरोना वायरस के जोखिम के बारे में कहते हैं कि ऐसी महिलाओं में निमोनिया के लक्षण अधिक दिखने की संभावना रहती है।
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अब तक हो चुकी हैं 425 मौंते
हांगकांग में मंगलवार को कोरोना वायरस की वजह से एक व्यक्ति की मौत की खबर आई है। अब तक कोरोना वायरस से 425 लोगों की मौत हो चुकी है। साथ ही 20,000 से ज्यादा लोगों कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं। सिंगापुर ने भी लोकल कोरोना वायरस ट्रांसमिशन की बात कही है। थाइलैंड में कोरोना वायरस के छह कंफर्म केस आ चुके हैं। भारत में भी कोरोना वायरस से तीन लोग संक्रमित हो चुके हैं। जबकि केरल में 1600 से ज्यादा लोगों को निगरानी में रखा गया है।
नोवल कोरोना वायरस से बचाव सावधानी रखने के बाद ही किया जा सकता है। इसके नए टाइप पर साइंटिस्ट शोध में लग गए हैं। अगर आपको संक्रमण के लक्षण नजर आते हैं तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। अगर किसी भी व्यक्ति को ये संक्रमण हो चुका है तो पूरी संभावना है कि आसपास के व्यक्ति भी इस संक्रमण से प्रभावित हो जाए। बेहतर होगा कि इंफेक्शन का पता चलते ही तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और लोगों से दूरी बना लें।
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प्रेग्नेंसी में कोरोना वायरस के लक्षण ठीक वैसे ही नजर आ सकते हैं जैसे कि एक नॉर्मल व्यक्ति में दिख सकते हैं। अगर आपको भी प्रेग्नेंसी के दौरान फ्लू के लक्षण महसूस हो रहे हैं तो बेहतर होगा कि तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और चेकअप कराएं। आपको क्या सतर्कता रखनी चाहिए, इस बारे में डॉक्टर से जरूर पूछें। प्रेग्नेंसी में कोरोना वायरस से बचने के लिए उन्हीं नियमों का पालन करें जो देश भर में लागू किए जा रहे हैं। साफ-सफाई के साथ ही ऐसे व्यक्ति के संपर्क में बिल्कुल न आएं, जिन्हें सर्दी-जुकाम की समस्या है। आपको बताते चले कि कोरोना वायरस के कारण दुनिया में तेजी से बदलाव हो रहे हैं। कोरोना वायरस से सावधानी ही इससे बचाव का सबसे अच्छा तरीका है।
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