परिचय
छोटा धतूरा (साइबेरियन कॉक्लबर) क्या है?
छोटा धतूरा (साइबेरियन कॉक्लबर) एक वसंत खरपतवार है (वीड) है। इसका बोटैनिकल नाम Xanthium sibiricum है। यह पौधा डेजी परिवार से ताल्लुक रखता है। यह एशिया, यूरोप और उत्तरी अमेरिका के कुछ हिस्सों में पाया जाता है। यह पौधा जानवरों और मनुष्यों के लिए जहरीला हो सकता है। धतूरे के फल का उपयोग कोल्ड, फ्लू से लेकर ब्रोंकाइटिस के लिए किया जाता है।
छोटा धतूरा को कई अलग-अलग नामों से जैसे कैनडा कोकलेबुर (Canada Cocklebur), कंग एर काओ (Cang Er Cao), कांगेरजी (Cangoerzi), कंगोरजी (Cangoerzi), दिचबुर (Ditchbur), फ्रुक्टस झेन्थी (Fructus Xanthii), नूगोरा-बुर (Noogoora-Bur) और रफ कोकलेबुर (Rough Cocklebur) जाना जाता है।
उपयोग
छोटा धतूरा (साइबीरियन काकलबर) का उपयोग किस लिए किया जाता है?
निम्नलिखित परेशानियों के लिए छोटा धतूरा (साइबेरियन काकलबर) का उपयोग किया जाता है:
- क्रोनिक ब्रोंकाइटिस होने पर धतूरे के फल का सेवन किया जाता है। दरअसल ब्रोंकाइटिस सांस संबंधी परेशानी है। इस बीमारी में संक्रमण के कारण ब्रोंकियल ट्यूब में सूजन आ जाती है। वैसे लोग जिन्हें ब्रोंकाइटिस की समस्या होती है,उनकी कफ में अक्सर गाढ़ा बलगम निकलता है।
- कॉमन कोल्ड होने पर इसका सेवन किया जा सकता है। कॉमन कोल्ड इंफेक्शन से होने वाली परेशानी है। जिसमें माइक्रोओर्गानिज्म रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट के ऊपरी हिस्से पर नकारात्मक प्रभाव डालता है। इसके लक्षण दो दिनों के बाद बढ़ जाते हैं। दरअसल जब इन्फेक्शन का कारण बनने वाले माइक्रोओर्गानिज्म के संपर्क के कारण होता है।
- कब्ज की परेशानी होने पर इसका सेवन किया जा सकता है। लेकिन, अगर घरेलू उपाय करने के बावजूद कब्ज की समस्या ठीक न हो तो अन्य बीमारी का खतरा शुरू हो जाता है। इसलिए कब्ज की परेशानी अगर कुछ दिनों में ठीक न हो तो डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
- डायबिटीज की समस्या होने पर प्रायः लोग खाने-पीने की चीजों को लेकर असमंजस की स्थिति में रहते हैं लेकिन, छोटा धतूरे का सेवन शुगर लेवल को कंट्रोल रखने के लिये किया जा सकता है। ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल रखना बेहद जरूरी है क्योंकि इसके लेवल में न रहने से कई बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है।
- ट्यूबरकुलोसिस के पेशेंट भी इसका सेवन कर सकते हैं। दरअसल टीबी बैक्टीरियल इंफेक्शन के कारण होता है। यह बैक्टेरिया मनुष्य के बॉडी टिशू पर हमला कर उन्हें नष्ट कर देता है। यह बीमारी माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरक्युलॉसिस (Mycobacterium tuberculosis) नाम के बैक्टीरिया की वजह से होती है, जो हवा के जरिए एक से दूसरे लोगों में फैल सकती है। ट्यूबरक्युलॉसिस के बैक्टीरिया उन पर तेजी से हमला करते हैं, जिनका इम्यून सिस्टम कमजोर होता है। इसका खतरा एचआईवी या कैंसर जैसी बीमारियों से पीड़ित रह चुके लोगों में होने की संभावना ज्यादा हो सकती है। टीबी की बीमारी ज्यादातर फेफड़ों में होती हैं। हालांकि यह हड्डियों, लिम्फ ग्रंथियों, आंतों, दिल, दिमाग के साथ-साथ अन्य अंगों पर भी नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।
इन बीमारियों के साथ-साथ निम्नलिखित बीमारियों को भी दूर करने के लिए इसका सेवन किया जाता है। जैसे-
- साइनस इंफेक्शन
- नाक का बहना
- खुजली होना
- हाइव्स
- रयूमेटाइड अर्थराइटिस
- सिरदर्द
- किडनी डिजीज
कैसे काम करता है छोटा धतूरा (साइबेरियन कॉक्लबर)?
कई शोध के अनुसार, छोटा धतूरा (साइबेरियन कॉक्लबर) में कई केमिकल होते हैं। इसमें Atractyloside and carboxyatractyloside नामक केमिकल होते हैं, जो जहरीले हो सकते हैं। इसके अलावा इसमें एंटी-अर्थराइटिस, एंटीबैक्टीरियल, एंटी-कैंसर, एंटीडायबिटीज, एंटी-इन्फलमेटरी, लिवर और इम्यून सिस्टम को दुरुस्त रखने की प्रॉपर्टीज होती हैं। छोटा धतूरा (साइबेरियन काकलबर) कैसे काम करता है, इसके बारे में जानने के लिए अपने डॉक्टर से कंसल्ट करें।
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सावधानियां और चेतावनी
छोटा धतूरा (साइबीरियन काकलबर) का उपयोग करने से पहले मुझे क्या मालूम होना चाहिए?
निम्नलिखित परिस्थितियों में साइबीरियन काकलबर का इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर या हर्बलिस्ट से सलाह लें:
- यदि आप प्रेग्नेंट या ब्रेस्टफीडिंग करा रही हैं। दोनों ही स्थितियों में सिर्फ डॉक्टर की सलाह पर ही दवा खानी चाहिए।
- यदि आप अन्य दवाइयां ले रही हैं। इसमें डॉक्टर की लिखी हुई और गैर लिखी हुई दवाइयां शामिल हैं, जो मार्केट में बिना डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन के खरीद के लिए उपलब्ध हैं।
- यदि आपको छोटा धतूरा के किसी पदार्थ या अन्य दवा या औषधि से एलर्जी है।
- यदि आपको कोई बीमारी, डिसऑर्डर या कोई अन्य मेडिकल कंडिशन है।
- यदि आपको फूड, डाई, प्रिजर्वेटिव्स या जानवरों से अन्य प्रकार की एलर्जी है।
- जिन लोगों में खून की कमी है वो लोग इसका सेवन अवॉइड करें।
अन्य दवाइयों के मुकाबले औषधियों के संबंध में रेग्युलेटरी नियम अधिक सख्त नही हैं। इनकी सुरक्षा का आंकलन करने के लिए अतिरिक्त अध्ययनों की आवश्यकता है। छोटे धतूरा का इस्तेमाल करने से पहले इसके खतरों की तुलना इसके फायदों से जरूर की जानी चाहिए। इसकी अधिक जानकारी के लिए अपने हर्बलिस्ट या डॉक्टर से सलाह लें।
कितना सुरक्षित है छोटा धतूरा (साइबेरियन कॉक्लबर) का उपयोग?
साइबेरियन काकलबर के बीजों का सेवन करना सुरक्षित नहीं है। इसके सेवन से जान भी जा सकती है। इसका फल लेना सुरक्षित है या नहीं इस बारे में कोई पर्याप्त जानकारी नहीं है।
ये लोग बरतें खास सावधानी:
- प्रेग्नेंट और ब्रेस्ट फीडिंग कराने वाली महिलाएं छोटा धतूरा का प्रयोग न करें। इन दोनों स्थिति में इसका सेवन उनके और बच्चे के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक साबित हो सकता है।
- बच्चों को भी छोटा धतूरा का सेवन नहीं कराना चाहिए। रिपोर्ट्स के अनुसार इसका सेवन करने 20 महीने के बच्चे की मौत हो चुकी है।
- डायबिटीज पेशेंट्स इसका सेवन सावधानीपूर्वक डॉक्टर की निगरानी में ही करें।
साइड इफेक्ट्स
छोटा धतूरा (साइबीरियन काकलबर) से मुझे क्या साइड इफेक्टस हो सकते हैं?
हालांकि, हर किसी को ये साइड इफेक्ट हो ऐसा जरूरी नहीं है। कुछ ऐसे भी साइड इफेक्ट हो सकते हैं, जो ऊपर बताए नहीं गए हैं। अगर आपको इनमें से कोई भी साइड इफेक्ट महसूस हों या आप इनके बारे में और जानना चाहते हैं, तो नजदीकी डॉक्टर से संपर्क करें।
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डोसेज
छोटा धतूरा (साइबेरियन कॉक्लबर) को लेने की सही खुराक क्या है?
छोटा धतूरा की खुराक हर मरीज के लिए अलग हो सकती है। आपके द्वारा ली जाने वाली खुराक आपकी उम्र, स्वास्थ्य और अन्य कई चीजों पर निर्भर करती है। हर्बल सप्लिमेंट हमेशा सुरक्षित नहीं होते हैं। इसलिए सही खुराक की जानकारी के लिए हर्बलिस्ट या डॉक्टर से चर्चा करें।
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उपलब्ध
किन रूपों में उपब्ध है छोटा धतूरा (साइबीरियन कॉक्लबर)?
छोटा धतूरा (साइबीरियन कॉक्लबर) निम्नलिखित रूपों में उपलब्ध है:
- फ्रेश साइबेरियन कॉक्लबर
- साइबीरियन कॉक्लबर एक्सट्रैक्ट पाउडर
अगर आप छोटा धतूरा से जुड़े किसी तरह के कोई सवाल का जवाब जानना चाहते हैं तो विशेषज्ञों से समझना बेहतर होगा।
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