के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya
टायरोसिन एक तरह का अमीनो एसिड है, जो शरीर में प्रोटीन को बनाता है। कई प्रोटीन सप्लिमेंट में इसका इस्तेमाल फेनिलकीटोन्यूरिया (पीकेयू) के इलाज के लिए किया जाता है। इसे डिप्रेशन, अटेंशन डिफिसिट डिसऑर्डर (ADD), अटेंशन डिफिसिट हाइपरएक्टिव डिसऑर्डर (ADHD), नार्कोलेप्सी (narcolepsy) और नींद की कमी के बाद सतर्कता में सुधार के लिए भी उपयोग किया जाता है। इसके अलावा ये स्ट्रेस, प्रीमेंसट्रूअल सिंड्रोम (PMS), पार्किंसन रोग, एल्जाइमर, क्रोनिक फेटीग सिंड्रोम(CFS), हृदय रोग, स्ट्रोक, इरेक्टाइल डिसफंक्शन (erectile dysfunction), सेक्स में रूची कम होना और स्कीजोफ्रीनिया के इलाज में भी रिकमेंड किया जाता है।
टायरोसिन को बिल्कुल वैसे इस्तेमाल करें जैसे आपके डॉक्टर ने इसे आपको रिकमेंड किया है। दवा की डोज आपकी मेडिकल कंडिशन और ट्रीटमेंट पर निर्भर करती है। दवा के अच्छे परिणामों के लिए दवा को रोजाना एक ही समय पर लें। यदि दवा को लेने के बाद आप सही महसूस नहीं कर रहे हैं तो हो रही परेशानी को डॉक्टर से शेयर करें।
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टायरोसिन को कमरे के तापमान पर स्टोर करना सबसे बेहतर है। इसे धूप और नमी से दूर रखें। ये दवा बाजार में अलग-अलग ब्रांड में मौजूद हो सकती है और सभी के स्टोर करने के नियम भी अलग हो सकते हैं। इसके लिए सबसे पहले दवा के लेबल पर लिखे जरूरी निर्देशों को पढ़ें। अगर आपको दवा को लेकर किसी तरह का कोई कंफ्यूजन है, तो अपने डॉक्टर या फिर फार्मिस्ट से कंसल्ट करें।
दवा को स्टोर करने को लेकर एक बात का खास ख्याल रखें। सुरक्षा के लिए दवा को बच्चों और जानवरों की पहुंच से दूर रखें।
टायरोसिन को लेने से पहले निम्न बाते अपने डॉक्टर को जरूर बताएं:
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प्रेग्नेंसी या ब्रेस्टफीडिंग के दौरान महिलाओं में टायरोसिन के इस्तेमाल को लेकर अभी पर्याप्त जानकारी नहीं है। टायरोसिन लेने से पहले इसके फायदों और नुकसान के बारे में जानने के लिए डॉक्टर से जरूर सलाह लें।
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ज्यादातर सभी लोगों में टायरोसिन का सेवन सुरक्षित है। हालांकि, कुछ शोध बताते हैं कि इसकी हाई डोज लेने से दिल की धड़कन तेज, हाई ब्लड प्रेशर और स्कीजोफ्रीनिया के लक्षण पहले से ज्यादा हो सकते हैं। इसके अलावा टायरोसिन से निम्नलिखित साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं।
हालांकि, सभी लोगों को ये सारे साइड इफेक्ट्स महसूस नहीं होते हैं। यहां पर कुछ साइड इफेक्ट्स नहीं बताए गए हैं। अगर आपको इन साइड इफेक्ट्स को लेकर किसी तरह की चिंता है तो इस बारे में डॉक्टर या फार्मासिस्ट से संपर्क करें।
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टायरोसिन आपकी मौजूदा ली जा रही दवाओं के साथ रिएक्शन कर सकती है। इससे गंभीर दुष्परिणाम भी होने का खतरा रहता है। इसके साइड इफेक्ट्स से बचने के लिए उन सभी दवाओं की एक लिस्ट तैयार कर लें, जिसका आप सेवन कर रहे हैं। इस लिस्ट में उन दवाओं को भी लिखे जिन्हें आप सीधे मेडिकल स्टोर से खरीदकर ले रहे हैं। इसके अलावा आप जिन हर्बल प्रोडक्ट को ले रहे हैं वो भी इस लिस्ट में शामिल करिए। तैयार हुई लिस्ट को अपने डॉक्टर या फार्मिस्ट को दिखाएं। डॉक्टर की सलाह के बिना किसी भी दवा को शुरू, बंद और डोज में परिवर्तन न करें। अगर आप ठीक महसूस भी कर रहे हैं जब तक डॉक्टर इसकी सलाह न दे खुराक में किसी तरह का कोई बदलाव न करें।
निम्नलिखित दवाओं में से किसी के साथ इस दवा का उपयोग करने से आपको कुछ साइड इफेक्ट्स का खतरा हो सकता है:
टायरोसिन लीवोडोपा के असर को प्रभावित कर सकता है। इन दोनों दवाओं को साथ में न लें।
हमारा शरीर खुद थायरॉइड हॉरमोर्न बनाता है। टायरोसिन को लेने से थायरॉइड हॉर्मोन बनने पहले से ज्यादा हो सकते हैं। टायरोसिन के साथ थायरॉइड हॉर्मोन पिल्स लेने से शरीर में अत्यधिक थायरॉइड हॉर्मोन हो सकते हैं, जिससे कई साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं।
किसी खास डायट या एल्कोहॉल के साथ टायरोसिन का सेवन किया जाए तो इसके परिणाम खतरनाक हो सकते हैं। इसलिए इसे किस तरह के खाद्य पदार्थों के साथ इस्तेमाल किया जा सकता है इसके बारे में अपने डॉक्टर या फार्मासिस्ट से बातचीत करें।
टायरोसिन (Tyrosine) आपकी स्वास्थ्य की स्थिती के अनुसार काम करता है। कई मामलों में यह दवा घातक भी साबित हो सकती है। इसलिए जरूरी है कि इसके इस्तेमाल से पहले अपने स्वास्थ्य की मौजूदा स्थिति और वर्तमान में ली जा रही दवाओं के बारे में डॉक्टर को बताएं। विशेष रूप से:
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यहां पर दी गई जानकारी को डॉक्टर की सलाह का विकल्प न मानें। किसी भी दवा या सप्लिमेंट का इस्तेमाल करने से पहले हमेशा डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
वैज्ञानिक अनुसंधान में निम्नलिखित खुराक का अध्ययन किया गया है:
लंबे समय तक नींद के बिना रहने के बाद सतर्कता में सुधार के लिए: 150 मिलीग्राम/किलोग्राम/दिन
फेनिलकेटोन्युरिया (Phenylketonuria or PKU): प्रति 100 ग्राम प्रोटीन में 6 ग्राम टायरोसिन का समावेश
आपके द्वारा ली जाने वाली खुराक आपकी उम्र, स्वास्थ्य और अन्य कई चीजों पर निर्भर करती है। इसलिए सही खुराक की जानकारी के लिए डॉक्टर से चर्चा करें।
टायरोसिन निम्नलिखित रूपों में उपलब्ध है:
इमरजेंसी या ओवरडोज होने की स्थिति में अपने स्थानीय आपातकालीन सेवाओं को कॉल करें या अपने नजदीकी इमरजेंसी वॉर्ड में जाएं।
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अगर आप टायरोसिन की खुराक लेना भूल जाते हैं, तो याद आने पर जल्द से जल्द अपनी खुराक लें। हालांकि, अगर इसके कुछ ही समय बाद आपको अपनी अगली खुराक लेनी हो, तो इसे न लें और अपनी नियमित खुराक के अनुसार ही इसका सेवन करते रहें।
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