प्रोस्टेट कैंसर का कारण कभी-कभी आपकी नस्ल हो सकती है। प्रोस्टेट कैंसर एशियाई पुरुषों की तुलना में अफ्रीकी-कैरिबियन और अफ्रीकी मूल के पुरुषों में अधिक आम है। कई मामलों में पाय़ा गया हैअमेरिकी पुरुषों और अफ्रीकी वंश के जमैका पुरुषों में प्रोस्टेट कैंसर होने का ज्यादा खतरा होता है। तो वहीं अन्य जातियों और नस्लों के पुरुषों में इसका खतरा कम होता है।
हार्मोनल लिंक (Hormonal link)
आपके हार्मोन्स में होने वाले बदलाव भी प्रोस्टेट कैंसर का कारण बन सकता है। इस कारण वसा हार्मोन का उत्पादन और हमारी लाइफस्टाइल के मिलने से शरीर में उच्च आहार टेस्टोस्टेरोन के उत्पादन को बढ़ावा मिलता है। जो प्रोस्टेट कैंसर के जोखिम को बढ़ावा दे सकता है।
पारिवारिक इतिहास (Family history)
प्रोस्टेट कैंसर पारिवारिक इतिहास के कारण भी बन सकता है।परिवारिक इतिहास और आनुवंशिकता अलग अलग हो सकती है। पारिवारिक इतिहास वो है, जब एक आदमी जिसके पिता या भाई (पहले रिश्तेदार) को कैंसर है। तो ऐसे में पुरुष रिश्तेदारों में प्रोस्टेट कैंसर के जोखिम बढ़ जाते है।
उम्र (Ages)
वृध्दाअवस्था वाले लोगों में इसका खतरा ज्यादा देखा गया है। जैसे-जैसे आप बूढ़े होते हैं, जोखिम बढ़ता है, और ज्यादातर मामलों का निदान 50 वर्ष से अधिक आयु के पुरुषों में होता है।
और पढ़ें : Prostate Biopsy : प्रोस्टेट बायोप्सी क्या है?
धूम्रपान का अधिक सेवन (Excessive smoking)
कुछ लोग बहुत अधिक मात्रा में धूम्रपान का सेवन करते हैं। आप ये बात जानते ही हैं अधिक धूम्रपान कैंसर और कई बीमारियों का कारण होता है। यदि बात करें प्रोस्टेट कैंसर की तो धूम्रपान के साथ-साथ गलत खान-पान की आदत भी इसका जोखिम बढ़ाते हैं।जो लोग अधिक मात्रा में शराब का सेवन करते हैं उनमें भी यह खतरा हो सकता है। इससे आपके शरीर में फैट भी बढ़ता है शरीर में ज्यादा वसा प्रोस्टेट का कारण बनता है। प्रोस्टेट कैंसर बहुत धीमी गति से बढ़ता है। इसी कारण से इसके लक्षण आपको एक बार में पता नहीं चलते हैं।