कोलाइटिस कोलोन में आने वाली सूजन को कहते हैं। कोलोन या फिर लार्ज इंटेस्टाइन एक लम्बी खाली ट्यूब है, जिससे शरीर से निकलने वाला मल एनस (Anus) से बाहर जाता है। कोलोन पेरिटोनियम में पाया जाता है जो कि एब्डोमिनल कैविटी (Abdominal cavity) में स्थित होती है।
और पढ़ें : क्या बच्चे के पेट में दर्द है ? कहीं गैस तो नहीं
अगर आपको ऐसे कोई भी लक्षण दिख रहे हैं तो अपने डॉक्टर से जरूर मिलें। हर किसी का शरीर अलग स्थिति में अलग तरीके से व्यवहार करता है इसलिए अपने शरीर के हिसाब से इलाज के लिए डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
और पढ़ें : Seborrheic dermatitis : सेबोरीक डर्मेटाइटिस क्या है? जाने इसके कारण, लक्षण और उपाय
बहुत बार कोलाइटिस का कारण पता नहीं लगाया जा सकता है। कोलाइटिस के कारण कुछ इस प्रकार हो सकते हैं :
और पढ़ें : पेट दर्द (Stomach Pain) से निपटने के लिए जानें आसान घरेलू उपाय
यहां दी गई जानकारी किसी भी चिकित्सा परामर्श का विकल्प नहीं है। अपने अनुसार सही इलाज के लिए डॉक्टर से जरूर मिलें।
आपके डॉक्टर आपका फिजिकल एग्जामिनेशन करेंगे और आपको होने वाले लक्षणों की जानकारी भी लेंगे :
जैसे कि :
रेक्टम में एक फ्लेक्सिबल ट्यूब (फ्लेक्सिबल सिग्मोइडोस्कोपी या कोलोनोस्कोपी (Flexible sigmoidoscopy or colonoscopy)) डालकर भी आप कोलाइटिस की जांच कर सकते हैं। इस एग्जामिनेशन के दौरान बायोप्सी (Biopsy) भी करवाई जा सकती है। बायोप्सी की मदद से आप जलन का कारण पता लगा सकते हैं। इसके साथ ही आपको कोलाइटिस है या नहीं इसका भी पता लगाया जा सकता है।
और पढ़ें : पेट दर्द के सामान्य कारण क्या हो सकते हैं ?
कोलॉनोस्कोपी को करने में लगभग 30 से 60 मिनट का समय लगता है। परीक्षण के लगभग एक घंटे बाद तक आप बेहोशी की हालत में रहते हैं। परीक्षण के दौरान आपको सिर्फ एक गाउन पहनाया जाता है। इसके बाद आपको बेहोशी की दवा दी जाती है। ताकि परीक्षण के दौरान किसी भी तरह की परेशानी न हो। फिर आपको डॉक्टर एक करवट लेटने को कहेगा। जिसमें से एक पैर का घुटना आपके सीने से चिपका रहेगा। ताकि डॉक्टर आसानी से कोलॉनोस्कोप को आपके रेक्टम के अंदर डाल सके।
और पढ़ें : पेट दर्द (Stomach Pain) से बचने के प्राकृतिक और घरेलू उपाय
स्कोप इतना लंबा होता है कि वो आपके कोलन के अंदर तक पहुंच सके। स्कोप में एक लाइट, एक कैमरा और एक ट्यूब लगा होता है। इसके बाद डॉक्टर कोलन में हवा (कार्बन डाईऑक्साइड) भरता है। जो कोलन को फूला देता है और उसके अंदर के लाइनिंग को साफ तौर से देखने में मदद करता है। कोलॉनोस्कोप पर लगा हुआ कैमरा बाहर लगे मॉनिटर पर कोलन की तस्वीरें भेजता है। जिसे देख कर डॉक्टर बड़ी आंत, कोलन और रेक्टम की स्थिति पता करते हैं। इसके साथ ही डॉक्टर उसी जगह से एक उपकरण स्कोप के जरिए अंदर डालता है जिससे वो टीश्यू सैंपल्स (Biopsies) या पॉलिप्स और अन्य असाधारण टीश्यू को बाहर निकालता है।
ऐसी और भी जांचे है जिनसे कि कोलाइटिस की जांच की जा सकती है जैसे कि :
और पढ़ें : Sepsis : सेप्सिस क्या है? जानें इसके कारण, लक्षण और उपाय के बारे में
कोलाइटिस का इलाज इसके कारण पर निर्भर करता है। अगर कोलाइटिस की स्थिति की पूर्णतः जांच नहीं हुई है तो शुरुआत में आप कुछ जरूरी लक्षणों को रोक कर या फिर दर्द को कम करके इलाज कर सकते हैं।
ज्वलनशील बोवेल की स्थिति को रोकने या कम करने के लिए मरीज के हिसाब से दवाएं दी जा सकती हैं।
अगर संक्रमण (Infection) फैलाने वाले बैक्टीरिया के बारे में नहीं पता है तब आपको एंटीबायोटिक्स नहीं दी जाएंगी।
डायरिया के लिए दी जाने वाली दवाओं का इस्तमाल ध्यान से करना चाहिए खासकर तब जब आपको पहले ही बुखार और एब्डोमेन में दर्द हो। डायरिया की दवा लेने से पहले अपने डॉक्टर या फिर फार्मासिस्ट की सलाह जरूर लें।
कोलाइटिस के ज्यादातर कारणों का इलाज सर्जरी से नहीं किया जा सकता।
और पढ़ें : पेट दर्द (Stomach pain) के ये लक्षण जो सामान्य नहीं हैं
इन बातों को ध्यान में रखने से आप कोलाइटिस से बच सकते हैं या फिर उसपर नियंत्रण पा सकते हैं :
और पढ़ें : पेट दर्द हो या सिर दर्द सोंठ बड़े काम की चीज है जनाब!
कुछ आहार कोलाइटिस के लक्षणों को दूर करने में मदद कर सकते हैं, जैसे:
साथ ही अपनी डायरी में उन फूड्स को नोट कर लें, क्योंकि कुछ फूड्स कोलाइटिस के लक्षणों को बद से बदतर कर देता है।
और पढ़ें : क्या आप महसूस कर रहे हैं पेट में जलन, इंफ्लमेटरी बाउल डिजीज हो सकता है कारण
इसके अलावा डॉक्टर आपको एक डायट प्लान दे सकते हैं, जो कुछ ऐसा होगा :
इसके साथ ही आपको कुछ अन्य सप्लीमेंट्स (Supplements) भी लेने के लिए डॉक्टर कह सकते हैं। अगर आपको अपनी डायट में कोई समस्या आए तो सीधे अपने डॉक्टर के पास जाएं और उनसे बात करें।
हैलो स्वास्थ्य किसी भी तरह की कोई भी मेडिकल सलाह नहीं दे रहा है, अधिक जानकारी के लिए आप डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं।
डिस्क्लेमर
हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।