मूल बातें जानिए
ब्रेन नैट्रियूरेटिक पेप्टाइड टेस्ट क्या है?
ब्रेन नैट्रियूरेटिक पेप्टाइड टेस्ट (Brain Natriuretic Peptide Test) आपके रक्त में BNP हार्मोन की मात्रा की जांच करता है। BNP हृदय द्वारा बनाया जाता है और दिखाता है कि आपका दिल कितनी अच्छी तरह से काम कर रहा है। आमतौर पर आपके रक्त में BNP की कम मात्रा पाई जाती है। लेकिन आपके दिल को यदि सामान्य से अधिक काम करना पड़ता है जैसे हार्ट फेलियर की स्थिति में तो हृदय अधिक BNP रिलीज करता है जिससे रक्त में इसकी मात्रा बढ़ जाती है। BNP का स्तर कम हो जाता है यदि हार्ट फेलियर का इलाज सही तरीके से काम करता है।
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ब्रेन नैट्रियूरेटिक पेप्टाइड टेस्ट क्यों किया जाता है?
BNP या NT-proBNP टेस्ट के लिए निम्न स्थितियों में कहा जा सकता है-
- डॉक्टर के क्लिनिक में जब किसी व्यक्ति में हार्ट फेलियर के लक्षण दिखे
- इमरजेंसी रूम में, जब कोई व्यक्ति संकट में होता है और / या उसमें ऐसे लक्षण दिखते हैं जो हार्ट फेलियर का संकेत हो सकता है तो डॉक्टरों को यह निर्धारित करने की आवश्यकता है कि क्या वह व्यक्ति वाकई हार्ट फेलियर से पीड़ित है या कोई अन्य चिकित्सा समस्या है।
- हार्ट फेलियर के लिए चल रहे इलाज के प्रभावों की निगरानी।
- याददाश्त कमजोर होना
- ब्लड में सोडियम की कमी की वजह से हमेशा भ्रम में रहना
- शारीरिक अंगों में सूजन होना
- अत्यधिक वक्त से खांसी की परेशानी होना और खांसने पर ब्लड आना
- हमेशा थकावट और कमजोरी महसूस होना
- जी मिचलाना
- भूख नहीं लगना या खाना खाने की इच्छा न होना
- आराम की स्थिति में सांस तेज चलना। कभी-कभी सोने के दौरान भी ऐसी स्थिति हो सकती है।
- वजन का अत्यधिक बढ़ना
इन ऊपर बताई गई परिस्थितियों में ब्रेन नैट्रियूरेटिक पेप्टाइड टेस्ट की जा सकती है।
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पहले जानने योग्य बातें
ब्रेन नैट्रियूरेटिक पेप्टाइड टेस्ट से पहले मुझे क्या पता होना चाहिए?
यदि हार्ट फेलियर का उपचार सही तरह से काम कर रहा है तो BNP स्तर कम होगा, लेकिन हार्ट फेलियर का इलाज सही तरह से होने पर भी BNP स्तर सामान्य से ऊपर हो सकता है। उपचार का सही असर हो रहा है या नही इसकी जांच के लिए आपका डॉक्टर BNP स्तर के साथ शारीरिक परीक्षण और अन्य टेस्ट करेगा।
जानिए क्या होता है
ब्रेन नैट्रियूरेटिक पेप्टाइड टेस्ट के लिए कैसे तैयारी करें?
इस टेस्ट की तैयारी निम्नलिखित तरह से की जा सकती है। जैसे-
- ब्रेन नैट्रियूरेटिक पेप्टाइड टेस्ट से 8 से 12 घंटे पहले आपको पानी छोड़कर कुछ भी खाने और पीने से मना किया जाता है।
- टेस्ट से पहले डॉक्टर आपको कुछ खास तरह की हार्ट की दवाएं लेने से मना कर सकता है। डॉक्टर के निर्देशों का पालन करें।
- ब्रेन नैट्रियूरेटिक पेप्टाइड टेस्ट से जुड़ी किसी भी चिंता, उसकी जरूरत, जोखिम और परिणामों के बारे में डॉक्टर से चर्चा करें।
इस शारीरिक जांच के साथ-साथ अन्य बॉडी चेकअप से पहले डॉक्टर से अवश्य सलाह लें और जो हेल्थ एक्सपर्ट निर्देश दें उसका पालन करें।
ब्रेन नैट्रियूरेटिक पेप्टाइड टेस्ट के दौरान क्या होता है?
ब्रेन नैट्रियूरेटिक पेप्टाइड टेस्ट में थोड़ी मात्रा में रक्त का नमूना लेकर उसे BNP और NT-pro-BNP की जांच के लिए मशीन में डाला जाता है। टेस्ट में 15 मिनट का समय लगता है, ब्लड सैंपल को टेस्ट के लिए लैब में भेजा जाता है।
ब्रेन नैट्रियूरेटिक पेप्टाइड टेस्ट के बाद क्या होता है?
ब्रेन नैट्रियूरेटिक पेप्टाइड टेस्ट के तुरंत बाद आप अपनी दिनचर्या शुरू कर सकते हैं। डॉक्टर आपके सेहत और अन्य कारकों के आधार पर परिणामों का मूल्यांकन करेगा।
ब्रेन नैट्रियूरेटिक पेप्टाइड टेस्ट से जुड़े किसी सवाल और इसे बेहतर तरीके से समझने के लिए, कृपया अपने डॉक्टर से परामर्श करें।
परिणामों को समझें
ब्रेन नैट्रियूरेटिक पेप्टाइड टेस्ट के परिणामों का क्या मतलब है?
ब्रेन नैट्रियूरेटिक पेप्टाइड टेस्ट रिजल्ट को निम्नलिखित तरह से समझा जा सकता है। जैसे:-
नॉर्मल वैल्यू
नॉ़र्मल वैल्यू यहां दी गई है- जिसे रेफरल रेंज कहते हैं, यह सिर्फ मार्गदर्शक है। यह रेंज लैब से लैब में अलग-अलग होती हैं, और आपके लैब में सामान्य के लिए अलग रेंज हो सकती है। आपकी लैब रिपोर्ट में वह सीमा होनी चाहिए जो आपका लैब उपयोग करता है।
- BNP लेवल 100 pg/mL से कम हार्ट फेलियर का संकेत नही है
- BNP लेवल 100-300 pg/mL इंगित करता है कि हार्ट फेलियर है
- BNP लेवल 300 pg/mL से अधिक थोड़े हार्ट फेलियर का संकेत है
- BNP लेवल 600 pg/mL से अधिक मध्यम हार्ट फेलियर का संकेत है
- BNP लेवल 900 pg/mL से अधिक गंभीर हार्ट फेलियर का संकेत है
हाई वैल्यू
ब्लड में BNP की हाई वैल्यूः
- हाई वैल्यू का मतलब है दिल के अंदर तरल पदार्थ की अधिक मात्रा या दिल के अंदर अधिक दवाब बनाना।
- हार्ट फेलियर की गंभीरता को निर्धारित करने में मदद करने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।
- हार्ट फेलियर की वजह से मृत्यु की अधिक संभावना इसका मतलब हो सकता है।
- किडनी डायलिसिस वाले लोगों में हार्ट फेलियर की संभावना ज्यादा होती है।
कुछ रिसर्च के अनुसार इस शारीरिक जांच की मदद से बीएनपी के स्तर में वृद्धि के कारण हार्ट फेलियर की संभावना को 98 प्रतिशत तक कम किया जा सकता है। यह भी ध्यान रखना आवश्यक है की उम्र ज्यादा होने पर भी BNP लेवल बढ़ सकता है। सामान्य से ज्यादा BNP आने पर डॉक्टर फिर से अन्य ब्लड टेस्ट की सलाह दे सकते हैं।
बढ़े हुए BNP लेवल को कैसे कंट्रोल किया जा सकता है?
इसे निम्नलिखित तरह से कंट्रोल किया जा सकता है। जैसे:-
- स्मोकिंग न करें
- एल्कोहॉल का सेवन न करें या कम से कम करें
- वजन संतुलित रखें
- योग या मेडिटेशन करें
- तनवा से बचें
- कम से कम आधे घंटे रोजाना वर्कआउट करें
- सात से आठ घंटे की नींद रोजाना लें
- दर्द की दवाओं का सेवन कम से कम करें
- ब्लड प्रेशर को कंट्रोल रखें
- डायबिटीज यानि ब्लड शुगर लेवल को संतुलित रखें
इन ऊपर बताई गई टिप्स को फॉलो कर बढ़े हुए बीएनपी लेवल को कंट्रोल करना आसान हो सकता है।
सभी लैब और अस्पताल के आधार परब्रेन नैट्रियूरेटिक पेप्टाइड टेस्ट की सामान्य सीमा अलग-अलग हो सकती है। परीक्षण परिणाम से जुड़े किसी भी सवाल के लिए कृपया अपने डॉक्टर से परामर्श करें।
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