परिभाषा
आर्टेरियल थ्रोम्बोसिस किसे कहते हैं?
आर्टेरियल जिसे ब्लड वेसल्स (रक्त वाहिकाएं) कहते हैं, ये खून को हृदय से सारे शरीर और हृदय की मांसपेशियों तक पहुंचाने का काम करती हैं। जब धमनी में खून जमने लगता है, तो उसे आर्टेरियल थ्रोम्बोसिस कहते हैं। ये बीमारी काफी खतरनाक हो सकती हैं क्योंकि, इस कारण शरीर के बाकि अंगों को खून की कमी होती है।
आर्टेरियल थ्रोम्बोसिस कितनी सामान्य बीमारी है?
आर्टेरियल थ्रोम्बोसिस की अधिक जानकारी के लिए आपके डॉक्टर से बात करें ।
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जानें इसके लक्षण
आर्टेरियल थ्रोम्बोसिस के लक्षण क्या हैं?
आमतौर पर धमनी में खून जमने के कोई खास लक्षण नहीं हैं, जबतक शरीर के किसी अंग में अवरुद्ध पैदा न होने लगे। अगर ऐसा होता है, तो इससे काफी गंभीर परेशानियां हो सकती हैं, जिनमें शामिल हैं:
हार्ट अटैक – जब अचानक से ह्रदय की मांसपेशियों में खून जमता है तो उससे सीने में दर्द, सांस लेने में तकलीफ और चक्कर आना जैसी तकलीफें होती हैं।
स्ट्रोक – जब अचानक से मस्तिष्क में खून का बहाव रुक जाता है, तो इसके मुख्य लक्षण हैं: चेहरे का एक तरफ झुकाव, एक हाथ में कमजोरी आना, बात करेने में तकलीफ होना।
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ट्रांसिएंट इस्केमिक अटैक (tia) or मिनी-स्ट्रोक – जब थोड़ी देर के लिए खून का बहाव रुक जाता है तो यह मिनी स्ट्रोक का लक्षण होता है।
क्रिटिकल लिंब इस्केमिया – जब किसी अंग तक जाने वाला खून का बहाव रुक जाता है, तो उस अंग में दर्द होने लगता है और त्वचा का रंग बदल के साथ वो फीका और नीला पड़ जाता है और उसमें सूजन भी आ सकती है।
ये सभी परिस्थितियां मेडिकल इमरजेंसी हैं। अगर आपके नजदीकी व्यक्ति में इस तरह के लक्षण दिखाई दें, तो उसे तुरंत किसी उपचार की जरुरत होगी। सभी लक्षण ऊपर नहीं दिए गए हैं। अगर आपको किसी लक्षण के बारे में कोई परेशानी है, तो अपने डॉक्टर से परामर्श करें।
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मुझे अपने डॉक्टर को कब दिखाना चाहिए?
अगर ऊपर दिए गए लक्षणों में से कोई लक्षण आपको महसूस हो रहे हैं तो अपने डॉक्टर से जरूर बात करें। हर किसी का शरीर अलग तरह से काम करता है। अपने डॉक्टर के साथ चर्चा करें और कौन सा सुझाव और उपचार आपके लिए ठीक है यह तय करें।
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जानें इसके कारण
आर्टेरियल थ्रोम्बोसिस का क्या कारण है?
आर्टेरियल थ्रोम्बोसिस तब होता है जब धमनी में खून जमना शुरू होता है। इसकी मुख्य वजह है धमनियों में फैट्स जमना। इससे खून या तो गाढ़ा हो जाता है या उसके बहने के लिए जगह कम हो जाती है।
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इसके जोखिमों को जानें
इन वजहों से बढ़ता है आर्टेरियल थ्रोम्बोसिस का खतरा ?
जिन चीजों के कारण जोखिम बढ़ सकती है, उनमे शामिल हैं:
- उम्र का बढ़ना,
- धूम्रपान करना,
- पोषक आहार का सेवन न करना,
- नियमित व्यायाम न करना,
- ज्यादा मोटापा होना,
- ज्यादा मात्रा में शराब पीना।
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आर्टेरियल थ्रोम्बोसिस के साथ ही ये बीमारियां भी शामिल है:
- उच्च रक्तचाप, हाई कोलेस्ट्रॉल और मधुमेह,
- अथेरोस्क्लेरोसिस की फॅमिली हिस्ट्री होना,
- साउथ एशियाई, अफ्रीकन या अफ्रीकन-कैरेबियन वंश का होना।
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निदान और उपचार
नीचे दी गई जानकारी किसी भी चिकित्सा परामर्श का विकल्प नहीं है। इसलिए हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
आर्टेरियल थ्रोम्बोसिस का निदान कैसे करते हैं?
धमनियों में जमे खून के लिए कुछ टेस्ट्स किए जाते हैं, लेकिन ये परीक्षण खून जमने के कारण पर निर्भर करता है।
- इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम (ECG): अस्थिर एंजाइना और दिल के दौरे के संदिग्ध मामलों का निदान इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम (ईसीजी) से किया जाता है। दिल की धड़कन छोटे इलेक्ट्रिकल सिग्नल्स का निर्माण करती है, जिसका ग्राफ कागज पर दिखाई देता है। इससे डॉक्टर को जांच करने में आसानी होती है कि ह्रदय के किस हिस्से में खून का बहाव नहीं हो रहा है या ह्रदय किस तरह काम कर रहा है।
- ब्लड टेस्ट: कभी-कभी ब्लड की जांच प्रोटीन के स्तर के लिए भी कि जाती है जिसे ट्रोपोनिन कहते हैं। यह तब होता हैं जब ह्रदय कि मांसपेशियां काम नहीं करती।
- स्कैन्स: मस्तिष्क स्ट्रोक किस कारण हुआ है या उसके संदिग्ध मामलों का निदान करना है तो कंप्यूटराइज्ड टोमोग्राफी (CT) स्कैन या मैग्नेटिक रेजोनेंस इमेजिंग (MRI) स्कैन का उपयोग किया जाता है।
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आर्टेरियल थ्रोम्बोसिस का उपचार कैसे किया जाता है?
इसमें दो तरह के मुख्य उपचार शामिल हैं:
- मेडिकेशन: मेडिकेशन से खून मूल स्वरुप में आता है अपना बहाव मस्तिष्क और हृदय कि तरफ जारी रखता है।
- सर्जरी: अगर आपकी धमनियों में खून ज्यादा जम रहा है तो, आपको सर्जरी कि जरुरत हो सकती है।
- कोरोनरी एंजियोप्लास्टी: हार्ट अटैक के लिए यह सबसे आम उपचार है। एक धातु ट्यूब जिसे स्टेंट कहा जाता है, धमनी को चौड़ा करके खून का बहाव जारी रखने के लिए अंदर डाला जाता है।
- कोरोनरी आर्टरी बाईपास ग्राफ्ट (CABG): बहुत कम बार यह उपचार हार्ट अटैक होने के बाद किया जाता है। शरीर की किसी एक रक्त कोशिका को ह्रदय में इम्प्लांट किया जाता है जहां खून जमने कि परेशानी हो जाती है।
- कैरोटिड एन्डर्टरेक्टमी: इस बीमारी के लिए एक और सर्जरी कि जाती है जिसे कैरोटिड एन्डर्टरेक्टमी। इस सर्जरी में अगर आपके गर्दन में स्ट्रोक के कारण धमनी में खून ज़माने कि परेशानी है तो सर्जन आपके गर्दन कि धमनी में से फैट्स निकाल के खून का बहाव पूर्ववत कर देते हैं।
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जीवनशैली में बदलाव और घरेलू उपचार
क्या कुछ घरेलू उपचार या जीवन शैली के बदलाव से ये बीमारी ठीक हो सकती है?
नीचे दिए गए कुछ घरेलू नुस्खे और बदलाव आपके आर्टेरियल थ्रोम्बोसिस को ठीक करने में मददगार साबित होंगे:
- स्मोकिंग से परहेज करें
- पोषक आहार लें
- नियमित व्यायाम करें
- संतुलित वजन बनाए रखें
- शराब का सेवन न करें
- नमक का सेवन कम करें
- पूरे दिन में पांच हिस्सा फल व सब्जी और दो हिस्सा मछलियों को हर हफ्ते अपनी डायट में शामिल करें।
- साइकिलिंग या स्वीमिंग कर सकते हैं।
जरूरत पड़ने पर लें एक्सपर्ट की सलाह
आप अपनी लाइफस्टाइल को बदल कर आर्टेरियल थ्रोम्बोसिस से निजात पा सकते हैं। हैलो स्वास्थ्य किसी भी तरह की कोई भी मेडिकल सलाह नहीं दे रहा है, अधिक जानकारी के लिए आप डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं।
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