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प्रोटीन पाउडर के फायदे एवं नुकसान: Health Benefits of Protein Powder

प्रोटीन पाउडर के फायदे एवं नुकसान: Health Benefits of Protein Powder

मूल बातें जानें

प्रोटीन पाउडर क्या है?

कई प्रकार के प्रोटीन से भरपूर खाने पीने की चीजों को मिलाकर प्रोटीन पाउडर को बनाया जाता है जैसे- हर्बल, सोयाबीन, मटर, चावल, आलू,अंडे या दूध आदि। इन सभी का एक कॉम्बिनेशन तैयार करने के बाद इसमें शुगर, विटामिन्स और खनिज तत्व मिलाए जाते हैं।

सप्लिमेंट के तौर पे दो तरह के प्रोटीन पाउडर होते है

  • व्हे (whey)
  • केसिन (casein)

व्हे प्रोटीन एक जल्दी से पचने वाला प्रोटीन है वहीं केसिन को पचने में काफ़ी समय लगता है।

ये सप्लीमेंट्स प्रोटीन डाइट के विकल्प के रूप इस्तेमाल किए जाते हैं। ये अतिरिक्त वज़न कम करने में कारगर और मांसपेशियों की मजबूती बढ़ाने में मदद करते हैं। ये अमीनो एसिड के अच्छे स्रोत होते हैं।

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प्रोटीन पाउडर का उपयोग किसलिए किया जाता है?

वर्कआउट के बाद आपको ज्यादा ऊर्जा की जरूरत होती है । एक्सरसाइज के बाद शरीर में ईंधन देने के लिए अधिक प्रोटीन की आवश्यकता होती है क्योंकि इस स्थिति में आपको नार्मल प्रोटीन डाइट से अधिक प्रोटीन की जरूरत होती है ।

यदि आप वर्कआउट करने के दौरान मजबूत मांशपेशियां बनाने की कोशिश कर रहे हैं, तो आपको सामान्य रूप से अधिक प्रोटीन की आवश्यकता होगी।

जब आप किसी चोट से उबर रहे हों तो उसे जल्दी ठीक करने में प्रोटीन पाउडर मदद करता है।

यदि आप शाकाहारी हैं तो आप मांस, चिकन और मछली सहित कई आम प्रोटीन स्रोतों से दूर हो जाते है। ऐसे में प्रोटीन पाउडर आपके शरीर में प्रोटीन की जरूरत को पूरा करता है।

सावधानी और चेतावनी

प्रोटीन पाउडर का उपयोग करने से पहले मुझे क्या पता होना चाहिए?

  • यदि आप प्रेग्नेंट है या बच्चे को दूध पिला रही है तो ऐसे में इस प्रोटीन सप्पलीमेंट को लेने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह ले ।
  • आपको प्रोटीन पाउडर से या उसके किसी सबटेंस से किसी भी प्रकार की एलर्जी तो नही सप्लीमेंट के उपयोग से पहले, जरूरी बातों और निर्देशों पे ध्यान दे। जैसे, पानी की सही मात्रा, विटामिन, खनिज तत्व और फाइबर का सही मात्रा में सेवन।

उपयोग से पहले मुझे किस बात का ध्यान देना चाहिए

  • व्हेय प्रोटीन में ग्लोब्यूलर प्रोटीन मौजूद होता है जो शरीर को नुकसान पहुचा सकता है ।
  • प्रोटीन पाउडर में काफी मात्रा में टॉक्सिक मेटेल्स् या जहरीले पदार्थ होते हैं जो शरीर के लिए खतरनाक हो सकते हैं। इन्हें लेने से सरदर्द, थकान कब्ज और मासपेशियों में दर्द की शिकायत हो सकती है.

व्हे प्रोटीन के बारे में अधिक जानने के लिए खेलिए ये क्विज: 

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प्रोटीन पाउडर खाने के फायदे क्या हैं?

वजन घटाने में मदद करे

158 लोगों पर किए गए एक अध्ययन में पाया गया है कि, प्रोटीन पाउडर लोगों का वजन घटाने में काफी मददगार है। वजन घाटने के दौरान यह शरीर से सिर्फ वसा को कम करता है। इसका हड्डियों या मांसपेशियों पर ज्यादा प्रभाव नहीं होता है।

कैंसर रोधी गुण

इसमें कैंसर के उपचार के गुण भी पाए जाते हैं। हालांकि, यह कैंसर के उपचार में कितना लाभकारी हो सकता है, इस बारे में अभी भी उचित अध्ययन करने की आवश्यकता है।

कोलेस्ट्रॉल में कमी

ब्रिटिश जर्नल ऑफ न्यूट्रिशन में प्रकाशित एक अध्ययन ने 12 सप्ताह के लिए ओवरवेट वाले 70 पुरुषों और महिलाओं को शामिल किया गया। जिन्हें दिन में एक बार प्रोटीन का सेवन करने के लिए दिया गया। जिसमें पाया गया कि अध्ययन में शामिल लोगों में कोलेस्ट्रॉल और एलडीएल कोलेस्ट्रॉल के लेवल में काफी कमी आई।

अस्थमा का उपचार

प्रोटीन अस्थमा वाले बच्चों में प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया में सुधार कर सकता है। इंटरनेशनल जर्नल ऑफ फूड साइंस एंड न्यूट्रीशन में प्रकाशित एक छोटे से अध्ययन में इसका दावा किया गया है। अध्ययन के मुताबिक, अध्ययन में अस्थमा से पीड़ित कुछ बच्चों को शामिल किया गया था, जिन्हें 1 महीने तक रोजाना दिन दो बार 10 ग्राम प्रोटीन सप्लीमेंट का सेवन करने के लिए दिया गया। इसका परिणाम ये रहा कि बच्चों का अस्थमा कम होने के साथ-साथ उनको रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ी।

ब्लड प्रेशर और हृदय रोग के खतरे कम करे

इंटरनेशनल डेयरी जर्नल में प्रकाशित शोध में पाया गया कि पेय पदार्थ के तौर पर प्रोटीन का सेवन करने से उच्च रक्तचाप यानी हाई ब्लड प्रेशर की समस्या को कम किया जा सकता है। साथ ही, यह हृदय रोग और स्ट्रोक के खतरे को भी कम कर सकता है।

मसल्स ग्रोथ में उपयोगी

प्रोटीन मसल्स ग्रोथ के लिए सबसे जरूरी है। कई एथलीट्स और जिम जाने वाले लोग प्रोटीन शेक का यूज करते हैं। 2018 की एक स्टडी के अनुसार प्रोटीन सप्लिमेंट्स मसल्स की साइज और उसकी स्ट्रेंथ को बढ़ाने में मदद करते हैं। जो लोग वेट लिफ्टिंग और रेजिस्टेंस ट्रेनिंग एक्सरसाइज करते हैं उनके लिए ये खास लाभदायक हैं। यह महिला और पुरुष दोनों के लिए असरकारक हैं। हालांकि इनका प्रभाव उम्र पर भी निर्भर करता है। यंगस्टर्स की तुलना में ओल्ड एज के लोगों को प्रोटीन की ज्यादा जरूरत होती है।

पोषक तत्वों की पूर्ति

19 साल या इससे ज्यादा उम्र के पुरुषों को 46 ग्राम प्रोटीन, वहीं इसी एज ग्रुप की महिलाओं को 56 ग्राम प्रोटीन की रोज जरूरत होती है। जो लोग इन मात्रा को डायट से प्राप्त नहीं कर पाते उन्हें सप्लिमेंट्स लेने की सलाह डॉक्टर दे सकते हैं। ऐसा ज्यादातर शाकाहारी लोगों के साथ होता है। एथलीट्स, वेट लिफ्टर्स, बुर्जुगों और क्रोनिक डिजीज से पीड़ित लोगों को प्रोटीन के ज्यादा इंटेक की जरूरत होती है। सप्लिमेंट्स का उपयोग इन सभी के लिए एक अच्छा ऑप्शन साबित हो सकता है, लेकिन इसका उपयोग डॉक्टर की सलाह पर करें तो ठीक होगा।

एचआईवी से पीड़ित लोगों में वजन कम करना

क्लिनिकल एंड इंवेस्टिगेटिव मेडिसिन जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन में पाया गया कि प्रोटीन का सेवन करने से एचआईवी पॉजिटिव रोगियों को वजन घटाने में मदद मिल सकती है।

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साइड इफेक्ट्स

प्रोटीन पाउडर के इस्तेमाल से मुझे क्या साइड इफेक्ट हो सकते है?

  • कुछ प्रोटीन पाउडर में अधिक विषाक्त धातु जैसे सीसा, कैडमियम, आर्सेनिक और पारा आदि होते हैं। इस कारण सिरदर्द, थकान, कब्ज और मांसपेशियों व जोड़ों में दर्द की समस्या हो सकती है।
  • ‘वे’ प्रोटीन में कुछ हॉर्मोन और बायोएक्टिव पेप्टाइड्स होते हैं जो मुंहासों की आशंका बढ़ाते हैं।
  • कुछ व्हेय प्रोटीन सप्लीमेंट में शुगर की मात्रा ज्यादा होने से इसमें कार्बाेहाइड्रेट मौजूद होते हैं जो फैट घटाने के बजाय बढ़ाते हैं। अत्यधिक सेवन से हृदय सम्बंधी खतरा भी जुड़ा हुआ है।
  • पेट सम्बंधी रोग भी हो सकते हैं।
  • पेट में ऐंठन की समस्या हो सकती है।
  • सिरदर्द की समस्या हो सकती है।
  • प्रोटीन पाउडरों का लंबे समय तक सेवन ओस्टियोपोरोसिस (हडि्डयों में कमजोरी) और किडनी सम्बंधी परेशानियां खड़ी हो सकती हैं।
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डोज/ मात्रा

सामान्य खुराक क्या है?

अमेरिकन कॉलेज ऑफ स्पोर्ट्स मेडिसिन और पोषण और आहार विज्ञान अकादमी से द्वारा मानक खुराक:

  • औसत वयस्क को प्रति दिन शरीर के वजन के हिसाब से प्रति किलोग्राम 0.8 ग्राम प्रोटीन की आवश्यकता होती है।
  • रीक्रिएशनल एथलेटिक्स में भाग लेने वाले लोगों को शरीर के प्रत्येक किलोग्राम वजन के लिए 1.1 से 1.4 ग्राम प्रोटीन की आवश्यकता होती है।
  • प्रतियोगी एथलीटों को 1.2 से 1.4 ग्राम की आवश्यकता होती है, और अल्ट्रा-एंड्योरेंस स्पोर्ट्स में शामिल लोगों को 2.0 ग्राम प्रति किलोग्राम वजन की आवश्यकता हो सकती है।
  • मांसपेशियों का निर्माण करने वाले एथलीटों को प्रति दिन 1.5 से 2.0 ग्राम प्रति किलोग्राम की आवश्यकता होती है।

प्रोटीन सप्लीमेंट्स किस रूप में आते हैं?

  • ये प्रोटीन सप्लीमेंट्स पाउडर, शेक या कैप्सूल के रूप में होते हैं।

अगर आपका इससे जुड़ा कोई सवाल है, तो अधिक जानकारी के लिए आप अपने डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं।

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डिस्क्लेमर

हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।

Whey protein. https://www.mayoclinic.org/drugs-supplements-whey-protein/art-20363344. Accessed on 20 April, 2020.

Whey protein. https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC5537849/. Accessed on 20 April, 2020.

Whey Protein. https://medlineplus.gov/druginfo/natural/833.html. Accessed On 28 September, 2020.

Sample records for whey protein supplement. https://www.science.gov/topicpages/w/whey+protein+supplement.html. Accessed On 28 September, 2020.

Protein and Amino Acids. https://www.nal.usda.gov/fnic/protein-and-amino-acids. Accessed On 28 September, 2020.

Current Version

19/10/2021

Nikhil deore द्वारा लिखित

के द्वारा एक्स्पर्टली रिव्यूड डॉ. पूजा दाफळ

Updated by: Nikhil deore


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के द्वारा एक्स्पर्टली रिव्यूड

डॉ. पूजा दाफळ

· Hello Swasthya


Nikhil deore द्वारा लिखित · अपडेटेड 19/10/2021

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