फिलहाल आप लॉकडाउन की वजह से घर पर होंगे। कोरोना वायरस से जुड़ी जानकारी को लेकर आपके पास बहुत से वीडियो और मैसेज भी आते होंगे। लेकिन क्या आपने कभी जानने की कोशिश की है कि देश में कोरोना वायरस से जुड़ी ऐसी खबरों में कितनी सच्चाई है? फेक न्यूज के लगातार बढ़ते मामलों के देखते हुए ही सुप्रीम कोर्ट ने प्रमाणिक पोर्टल बनाने की बात भी कही थी। सोशल मीडिया में धड़ल्ले से फेक न्यूज को वायरल किया जा रहा है। फेक न्यूज भी ऐसी हैं कि जो लोगों को सोचने पर मजबूर कर देती हैं और अफवाहों के कई गंभीर परिणाम भी देखने मिल सकते हैं। अगर आपके पास ऐसी ही कोई फोटो, वीडिया या मैसेज आता है तो आपको सबसे पहले उसकी सत्यता की जांच करनी चाहिए। इस आर्टिकल में आप आज जानेंगे कि कैसे कोरोना वायरस फेक न्यूज चेक करें और उनसे बचें।
यह भी पढ़ें: कोरोना वायरस के 80 प्रतिशत मरीजों को पता भी नहीं चलता, वो कब संक्रमित हुए और कब ठीक हो गए
कोरोना वायरस फेक न्यूज (Corona fake news) को कैसे पहचानें ?
जब भी आपके पास से संबंधित कोई न्यूज आती है तो बेहतर है कि आप एक बार कोरोना वायरस फेक न्यूज चेक करें कि इस न्यूज को भेजने वाला कितना सजग व्यक्ति है। हो सकता है कि आपको ये बात अजीब लगे, लेकिन ये सच है। हम आपको यहां पर पॉइंट्स के माध्यम से विभिन्न पहलुओं के बारे में समझा रहे हैं। इसे ध्यान से पढ़ें।
1. कोरोना वायरस फेक न्यूज का सोर्स (Source) क्या है ?
अगर आपके पास सोशल मीडिया के माध्यम से कोरोना से संबंधित कोई भी खबर या वीडियो आता है तो बेहतर होगा कि आप सबसे पहले उसका सोर्स चेक करें। अगर खबर का सोर्स दोस्त का दोस्त है तो कई प्रतिशत संभावना है कि कोरोना वायरस फेक न्यूज आप तक पहुंच चुकी है। कोरोना वायरस से रिलेटेड एक फेक न्यूज सोशल मीडिया पर वायरल है कि कोरोना का इलाज 12वीं की किताब में दिया गया है। लेकिन उसके बारे में लोगों को डॉक्टर्स को जानकारी नहीं। अब आप इस मैजेस को पढ़कर खुद ही समझ जाए कि जो डॉक्टर्स और वैज्ञानिक सालों पढ़ने के बाद बड़ी-बड़ी रिसर्च करते हैं, क्या उनको नहीं पता होगा कि कोरोना बीमारी का इलाज कैसे करना है। मैसेज में साफ लिखा है कि इसे अन्य लोगों तक पहुंचाए यानी अफवाह को आगे बढ़ाएं। ऐसे मैजेस और उनका सोर्स तुरंत देखें। ये महज एक अफवाह भरी खबर है।
2. कोरोना वायरस फेक न्यूज में लोगो (LOGO) पर दें ध्यान
आपने देखा होगा कि जब भी WHO या हेल्थ मिनिस्ट्री की ओर से कोई एजवाइजरी जारी की जाती है तो उस पर लोगो भी दिखता है। आपको ऐसे लोगो की पहचान होना बहुत जरूरी है। अगर डब्लूएचओ, सीडीसी या हेल्थ मिनिस्ट्री की तरफ से कोई एडवाइजरी जारी की जाती है तो बेहतर होगा कि आप आधिकारिक वेबसाइट में जाकर उसके बारे में जानकारी हासिल करें। ऐसा करने से आप कोरोना वायरस फेक न्यूज से बच जाएंगे।
यह भी पढ़ें: क्या हवा से भी फैल सकता है कोरोना वायरस?
3. फैक्ट चैकिंग वेबसाइट
फैक्ट चैकिंग वेबसाइट का यूज करके भी आप कोरोना वायरस फेक न्यूज का पता लगा सकते हैं। अगर आप किसी भी फेक न्यूज की जानकारी सर्च करेंगे तो आपको सर्च करने के दौरान पता चलेगा कि इससे रिलेटेड कोई भी जानकारी कहीं भी नहीं है। यानी न्यूज फेक है। कुछ मीडिया वेबसाइट वायरल न्यूज की सच्चाई के बारे में जानकारी देने का काम करती हैं। बेहतर होगा कि आप कोरोना महामारी के दौरान सही खबरों के साथ लगातार जुड़े रहे।
[covid_19]
4. चेक करें स्पेलिंग
कोई भी ऑथेंटिक जर्नल या ऑथेंटिक खबर में स्पेलिंग की गलती की संभावना न के बराबर रहती है। अगर आपको ऐसी कोई भी न्यूज मिल रही है, जिसपर गलत स्पेलिंग या फिर अधिक एक्स्लामेंट्री साइन दिख रहे हैं तो खबर के फेक होने की संभावना बढ़ जाती है।
5. गूगल रिवर्स इमेज का करें यूज (Google reverse image search)
आपने कई बार देखा होगा कि लोग सोशल मीडिया में कोरोना वायरस फेक न्यूज फैलाने के लिए अलग-अलग तस्वीरों का प्रयोग भी करते हैं। डरावनी तस्वीरों को फैलाकर कुछ लोग दहशत का माहौल पैदा करना चाहते हैं। लेकिन आपके पास ऐसी तस्वीरों को चेक करने का तरीका मौजूद है। आप गूगल रिवर्स इमेज का यूज कर तस्वीर के बारे में जानकारी हासिल की जा सकती है।
यह भी पढ़ें: सोशल डिस्टेंसिंग को नजरअंदाज करने का अंजाम…
कोरोना की अफवाह से बचें और सावधानी रखें
कोरोना की अफवाह से बचना ऐसे समय में बहुत जरूरी है। अगर आप कोरोना की अफवाह से दूर रहेंगे और सावधानी अपनाएंगे तो कोरोना वायरस से बचाव संभव हो सकता है। बेहतर होगा कि सरकार की ओर से या फिर विश्वस्त न्यूज चैनल के माध्यम से सही जानकारी हासिल करें।
- हाथों को थोड़ी-थोड़ी देर में अच्छी तरह से धोएं।
- आवश्यक चीजों के लिए ही बाहर जाएं, कहीं भीड़ न लगाएं।
- आंख, मुंह और नाक को बेवजह न छूएं।
- अगर आप चेहरे पर मास्क लगा रहे हैं तो उससे पहले अपने हाथों को एल्कोहॉल बेस्ड हैंड रब या फिर साबुन और पानी से अच्छी तरह धोएं।
- छींकते या खांसते समय टिश्यू पेपर या कोहनी की मदद से अपने मुंह और नाक को ढककर रखें।
- अगर आपको कोविड-19 के लक्षण जैसे खांसी, बुखार या सांस लेने में समस्या हो रही है, तो जितनी जल्दी हो सके डॉक्टर से मिलें।
- अपने डॉक्टर से इस बीमारी से जुड़ी पूरी जानकारी प्राप्त करें।
यह भी पढ़ें: अगर जल्दी नहीं रुका कोरोना वायरस…
- जब मुंह और नाक पर मास्क का उपयोग करें तो सुनिश्चित करें कि उसमें किसी भी तरह का गैप न रहे।
- एक बार इस्तेमाल करने के बाद मास्क को कभी भी दोबारा इस्तेमाल न करें।
- मास्क को हटाते समय उसे पीछे से हटाएं और उसे इस्तेमाल करने के बाद आगे से न छूएं।
- इस्तेमाल के बाद मास्क को तुरंत एक बंद डस्टबिन में फेंक दें।
हैलो स्वास्थ्य किसी भी तरह की मेडिकल सलाह नहीं दे रहा है। अगर आपको किसी भी तरह की समस्या हो तो आप अपने डॉक्टर से जरूर पूछ लें।
और पढ़ें :-
कोरोना के दौरान सोशल डिस्टेंस ही सबसे पहला बचाव का तरीका
कोविड-19 है जानलेवा बीमारी लेकिन मरीज के रहते हैं बचने के चांसेज, खेलें क्विज
ताली, थाली, घंटी, शंख की ध्वनि और कोरोना वायरस का क्या कनेक्शन? जानें वाइब्रेशन के फायदे
कोराना के संक्रमण से बचाव के लिए बार-बार हाथ धोना है जरूरी, लेकिन स्किन की करें देखभाल
[embed-health-tool-bmi]