कोरोना वायरस खतरा बहुत तेजी से फैल रहा है। जिससे बाचव करने के लिए फिलहाल किसी भी तरह का कोई वैक्सीन या दवा का सफल निर्माण नहीं किया जा सकता है। स्वास्थ्य मंत्रालय की मानें तो कोरोना वायरस का खतरा अगर टालना है तो जितना हो सके सुरक्षा के बेसिक नियमों का ध्यान रख कर उनका पालन करना पड़ेगा। कोरोना वायरस खतरा कैसे कम कर सकते हैं इसके लिए बेसिक सेफ्टी गाइड लाइन टिप्स हम आपको नीचे बता रहे हैंः
कोरोना वायरस खतरा कम करने के सेफ्टी टिप्स
कोरोना वायरस खतरा कम करने के सेफ्टी टिप्स के दौरान खासतौर पर तीन बिंदुओं पर ज्यादा ध्यान चाहिए, जिसमें शामिल हैंः
1. हर 1 घंटे के बाद 20 सेकेंड तक हाथ धोना
लगभग हर 1 घंटे के बाद 20 सेकेंड तक अपने हाथों को अच्छे से धोएं। हाथो को धोने के लिए आप एल्कोहॉल युक्त हैंड वॉश या साबुन का ही इस्तेमाल करें। घर से बाहर जा रहे हैं तो अपने बैग में एल्कोहॉल युक्त हैंड सैनिटाइजर जरूर रखें।
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2. चेहरे की त्वचा को न छूना
ध्यान रखें कि कोरोना वायरस का खतरा मुंह से ही शरीर में प्रवेश करता है। ऐसे में त्वचा को बार-बार अपने हाथ से न छुएं। अगर चेहरे पर कोरोना वायरस फेस मास्क का इस्तेमाल कर रहे हैं, तो पहले हाथों को एल्कोहॉल युक्त हैंड वॉश से धुलें और फेस मास्क पर बनें कान के पीछे फंसाने वाले फंदों को पकड़ कर कानों के पीछे उसे फसाएं। इसी तरह कोरोना वायरस फेस मास्क उतारते समय भी हाथों को धुलें और फेस मास्क को बीच से पकड़ने की बजाए फंदों को पकड़कर उतारें। फेसमास्क नहीं है तो रूमाल, दुप्पटा या किसी भी कपड़े से मुँह और नाक को ढक सकते हैं।
3. खांसते-छींकते समय रूमाल का इस्तेमाल करना
अगर फेस मास्क का इस्तेमाल नहीं किया है, तो खांसते या छींकते समय रूमाल या टिशू पेपर का इस्तेमाल करें। एक टिशू पेपर का इस्तेमाल सिर्फ एक बार के लिए ही करें। हमेशा कॉटन के रूमाल का ही इस्तेमाल करें। अपना रूमाल, टिशू या फेस मास्क किसी अन्य व्यक्ति के साथ शेयर न करें। इस्तेमाल होने के बाद इन्हें सुरक्षित तरीके कैसे बंद कूड़ेदान में ही फेंके।
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कोरोना वायरस खतरा कैसे कम करें?
कोरोना वायरस का खतरा कैसे कम किया जा सकता है, इसके बारे में स्माइल स्टूडियों की न्यूट्रिनिस्टि कविता देवगन द्वारा बनाई गई गाइड लाइन को आप फॉलो कर सकते हैं। न्यूट्रीशिनिस्ट कविता देवगन का कहना है कि सबसे पहले कोरोना वायरस का खतरा कम करने के लिए घबराएं नहीं। यह प्राकृतिक तौर पर अपने आप नहीं होता है। बल्कि, एक संक्रमित व्यक्ति के जरिए किसी अन्य व्यक्ति में फैलता है। इसलिए कोरोना वायरस खतरा कम करने का सबसे सुरक्षित विकल्प है की सुरक्षा के बेसिक नियमों को जानें और उसका पालन करें। जिसके लिए निम्नलिखित बातों को ध्यान में रख सकते हैंः
लौंग का सेवन करें
लौंग के अंदर फाइबर्स, विटामिन्स और मिनरल्स की भरपूर मात्रा होती है। ऐसे में लौंग का इस्तेमाल आप कोरोना वायरस खतरा कम करने के लिए भी कर सकते हैं। जब भी घर से बाहर जाएं तो अपनी जीभ के नीचे एक लौंग जरूर रखें। लौंग (Clove) एक सुगंधित पौधा है, जिसके सूखे फूल की कलियों, पत्तियां और डंठल का इस्तेमाल तेल और दवाई बनाने के लिए किया जाता है। लौंग हर घर में बड़ी ही आसानी से पाया जा सकता है। भारतीय घरों में लौंग का इस्तेमाल खासतौर पर मसाले के रूप में किया जाता है और इसके तेल का इस्तेमाल दांत दर्द के साथ-साथ शरीर के अन्य दर्द के उपचार के लिए भी किया जाता है। लौंग का बोटेनिकल नाम सियाजियम ऐरोमेटिकम (Syzygium Aromaticum) है। लौंग माइरटेसी (Myrtaceae) फैमिली से संबंधित है।
जिंक लोजेंजेस (मीठी गोलियां) का सेवन करें
जिंक लोजेंजेस आपको एक मीठी गोलियों के प्रकार में आसानी से मिल सकता है। आप इसे किसी भी मेडिकल स्टोर से जिंक लोजेंजेस के नाम से खरीद सकते हैं। सामान्यतौर पर इसका इस्तेमाल करने से इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाया जा सकता है। डॉक्टर इसके सेवन की सलाह सर्दी-जुकाम या कोल्ड-फ्लू के दौरान भी देते हैं। जिंक लोजेंजेस के सेवन से आप आसानी से कोरोना वायरस का खतरा कम कर सकते हैं।
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काली मिर्च और दूध का सेवन करें
रात में सोने से पहले एक गिलास गर्म दूध में दो चुटकी काली मिर्च डालकर पीएं। दूध में काली मिर्च मिलाकर पीने से गले के इंफेक्शन को दूर किया जा सकता है और गले व मुंह के बैक्टीरिया को भी आसानी से खत्म किया जा सकता है। साथ ही, दूध में काली मिर्च मिलाकर पीने से इम्यून सिस्टम को भी बूस्ट किया जा सकता है। आप चाहें तो अपनी पसंद से हल्दी भी मिला सकते हैं।
चाय वाली अदरक से करें दिन की शुरूआत
बहुत ज्यादा चाय की आदत सेहत के लिए हानिकारक हो सकती है। लेकिन सुबह उठने पर आप अदरक वाली चाय का सेवन करके कोरोना वायरस खतरा कम कर सकते हैं।
आंवला, गाजर और नींबू का रस भी कम करेगा कोरोना वायरस खतरा
ब्रेक फास्ट या लंच में आप आंवला, गाजर और नींबू के रस का सेवन कर सकते हैं। आप चाहें तो इन्हें मिक्स करके पी सकते हैं या फिर इन्हें अलग-अलग भी पी सकते हैं।
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गुनगुना पानी पीएं
हर 15 मिनट में गुनगुना पानी पीएं। एक बार में सिर्फ दो से तीन घूंट ही पानी पीएं। ध्यान रखें कि कोरोना वायरस खतरा कम करना है, तो शरीर को उचित मात्रा में हाइड्रेड रखना भी जरूरी है। इसलिए हर 15 मिनट में गुनगुने पानी घूंट में पीएं और गले को सूखा न होने दें।
गर्म पानी के गरारे करें
दिन में दो से तीन बार गर्म पानी से गरारे करें। एक बार में चार से पांच बार गरारे करें। गर्म पानी से गरारे करने में गले, मुंह और सांस की नली में पनपन रहे बैक्टीरिया को आसानी से खत्म किया जा सकता है। साथ ही, अगर गले में खराश या बलगम की समस्या है, तो उसके उपचार में भी गर्म पानी से गरारे करना काफी लाभकारी होता है।
भाप लें
दिन भर में दो से तीन बार चेहरे को भाप दें। चेहरे को भाप देने के लिए साफ गर्म पानी का इस्तेमाल करें। इस पानी में किसी भी तरह की कोई दवा या विटामिन्स न मिलाएं।
उंगलियों का करें इस्तेमाल
दरवाजे या खिड़की खोलने के लिए सिर्फ उंगलियों का ही इस्तेमाल करें। बंद मुट्ठी या कोहनी का इस्तेमाल करने से बचें।
दरवाजों और खिड़की की सफाई पर भी दें ध्यान
घर के दरवाजों और खिड़कियों को साफ करने के लिए एल्कोहॉल युक्त क्लीनर का ही इस्तेमाल करें। इसके लिए ऐसे क्लीनर का इस्तेमाल करें जिसमें 40 से 60 फीसदी तक एल्कोहॉल का इस्तेमाल किया गया हो।
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कोरोना वायरस खतरा दूर करना है तो मुस्कुराहट से करें स्वागत
किसी भी परचित या अन्य शख्स से मिलने पर उससे हाई फाइव, हाथ मिलाना या गले न मिलें। सिर्फ नमस्कार या मुस्कुराहट के जरिए ही उनका स्वागत करें। साथ ही, छोटे बच्चों या पालतू पशुओं को भी किस न करें। जब भी किसी बच्चे या पालतू पशु को खिलाएं तो हाथों की सफाई का विशेष ध्यान रखें। नवजात शिशुओं को जानवर से दूर ही रखें।
कोरोना वायरस खतरा कम करने के लिए इन बातों को भी जानें
- अगर आपको बहती नाक की समस्या या खांसी के साथ-साथ कफ की भी समस्या है, तो घबराएं नहीं ये सामान्य सर्दी के लक्षण होते हैं। जो एक हफ्ते के अंदर ठीक हो जाएंगे।
- कोरोना वायरस के लक्षण होने पर व्यक्ति को सिर्फ सूखी खांसी आती है। ऐसे में बहती नाक की स्थिति नहीं होती है।
- घर, ऑफिस या वाहन में एसी का इस्तेमाल बिल्कुल न करें।
- अगर कोरोना वायरस से संक्रमित कोई व्यक्ति छींकता है, तो जमीन पर गिरने से पहले इसे लगभग 10 फीट का समय लगता है ऐसे में इसके वायरस बहुत तेजी के साथ हवा में घुल सकते हैं।
- अगर यह एक धातु की सतह पर गिरता है तो यह कम से कम 12 घंटे तक जीवित रह सकता है। इसलिए अगर आप किसी भी धातु को छूते हैं, तो तुरंत आपने हाथों को एल्कोहॉल युक्त हैंड वॉश से धुलें।
- कपड़े पर कोरोना वायरस 6 से 12 घंटे तक जीवित रह सकता है। इसलिए गंदे कपड़े न पहनें। कपड़े धोने के लिए हमेशा डिटर्जेंट का इस्तेमाल करें।
- पीने के लिए गर्म पानी का ही इस्तेमाल करें। गर्म पानी में कोरोना वायरस के बैक्टीरिया नहीं पनपन सकते हैं। जितना हो सके ठंडे और फ्रीज किए हुए वस्तुओं का सेवन कम से कम करें।
ऐसे पहचाने कोरोना वायरस के लक्षण
- कोरोना वायरस के लक्षण होने पर सबसे पहले गले में संक्रमण होता है। गले में इसका संक्रमण होने पर 3 से 4 दिन तक यह गले में रहता है।
- इसके बाद कोरोना के वायरस नाक के द्रव में मिलता है जो सांस की नली से होते हुए फेफड़ों में प्रवेश करता है, जो लगभग 5 से 6 दिन तक यहां पर रहते हैं।
- इसके बाद संक्रमित व्यक्ति को तेज बुखार और सांस लेने में कठिनाई होने लगती है।
- समय के साथ बहती नाक की समस्या भी सामान्य स्थिति से कई गुना बढ़ जाती है। कोरोना वायरस के संक्रमण होने पर बार-बार नाक साफ करने की स्थिति देखी जाती है।
हैलो स्वास्थ्य किसी भी तरह की कोई भी मेडिकल सलाह नहीं दे रहा है। अगर इससे जुड़ा आपका कोई सवाल है, तो अधिक जानकारी के लिए आप अपने डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं।