एंटी-वायरल रेमडेसिवीर दवा का कोविड-19 के उपचार में सुरक्षा और प्रभावशीलता का मूल्यांकन करने के लिए लगभग 1059 रोगियों पर इसका क्लिनिकल ट्रायल किया गया था। इन मरीजों को दो ग्रुप में बांटा गया। इसमें से 538 कोरोना संक्रमित लोगों को रेमडेसिवीर (Remdesivir Drug) और 521 को प्लेसबो (placebo) दी गई। पाया गया कि रेमडेसिवीर वाले कोरोना संक्रमित मरीज प्लेसबो की तुलना में जल्दी से ठीक हो गए। रेमडेसिवीर का इस्तेमाल करने वाले मरीजों का रिकवरी रेट 31 फीसदी तेज था। हालांकि, 100 प्रतिशत की तुलना में 31 फीसदी रिकवरी रेट कुछ भी नहीं था मगर यह बहुत अहम था। इससे यह साबित हो गया था कि रेमडेसिवीर कोरोना वायरस की रोकथाम कर सकती है।
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विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने भी दिए थे पॉजिटिव संकेत
क्लिनिकल ट्रायल के तीसरे फेज में एंटी-वायरल दवा रेमडेसिवीर के सकारात्मक परिणाम सामने आए थे। जिसकी वजह से लोगों में भी कोरोना के इलाज को लेकर एक उम्मीद जग गई थी। इसके अलावा WHO ने भी रेमडेसिवीर दवा के पॉजिटिव रिजल्ट्स से कोरोना के इलाज पर उम्मीद जगाई थी।
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बीसीजी टीके और हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वाइन पर भी जारी है स्टडी
कोरोना वायरस के ट्रीटमेंट पर रेमडेसिवीर ड्रग के अलावा हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वाइन और बीसीजी वैक्सीन की उपयोगिता और प्रभावशीलता पर भी रिसर्च चल रही है। अभी हाल फिलहाल ही में हुई एक स्टडी से यह बात सामने आई है कि जिन देशों में फेफड़ों के संक्रमण (जैसे टीबी) के उपचार के लिए बीसीजी की वैक्सीन दी जा रही है, उन देशों में कोविड-19 संक्रमण के केसेस कम ही देखने को मिल रहे हैं।
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साथ ही कोरोना संक्रमण के उपचार में हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वाइन ड्रग (Hydrocychloroquine drug) भी प्रभावी है। यह बात भी सामने आई थी जिसे लेकर भी ट्रायल जारी है। दरअसल, हाइड्रोक्सी कोलोरोक्वाइन एंटीमलेरियल दवा है जिसका इस्तेमाल मलेरिया के साथ अन्य स्वास्थ्य स्थितियों जैसे रूमेटाइड अर्थराइटिस (rheumatoid arthritis) और ल्यूपस एरिथेमेटोसस (lupus erythematosus) के इलाज में भी किया जाता है।
कोरोना वायरस के लिए होम्योपैथिक दवा
कोरोना वायरस संक्रमण के उपचार को लेकर तमाम तरह की बाते और अफवाहें सामने आ रही हैं। ऐसी ही बात सामने आ रही है कि कोरोना में होम्योपैथिक दवा प्रभावी है। लेकिन, यह सच नहीं है। अभी तक इस संबंध में कोई भी शोध सामने नहीं आए हैं जिनसे यह साबित हो सके कि होम्योपैथिक दवा से कोरोना वायरस संक्रमण को रोका जा सकता है। हां, इनके सेवन से सर्दी, जुखाम को बस रोका जा सकता है, कोरोना को नहीं। कोविड-19 वायरस के कोई भी लक्षण दिखने पर होम्योपैथिक दवा या घरेलू उपचार न करें। ऐसे में तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना ही बेहतर होगा।