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मच्छर जनित बीमारियां : चिकनगुनिया
यह एक वायरल डिजीज है जो संक्रमित मच्छरों से मनुष्यों में फैलती है। इसके लक्षणों में बुखार, थकान, जोड़ों में दर्द, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, जोड़ों में सूजन और शरीर में दाने आदि शामिल हैं। ज्यादातर मामलों में, एक सप्ताह के भीतर रोगी की स्थिति में सुधार दिखने लगता है। हालांकि, कभी-कभी जोड़ों के दर्द को सही करने में महीनों या वर्षों तक का समय भी लग सकता है। चिकनगुनिया के लक्षण जीका और डेंगू के समान हो सकते हैं। इसलिए, इसका सटीक निदान जरूरी है क्योंकि लक्षण ओवरलैप हो सकते हैं। इसलिए, लक्षणों को अनदेखा न करें। इसके बजाय, तत्काल चिकित्सा की तलाश करें। उपचार में बहुत सारे तरल पदार्थ लेना, खुद को हाइड्रेटेड रखना, केवल डॉक्टर द्वारा अनुशंसित दवाएं लेना और अच्छी तरह से संतुलित आहार का पालन करना जरूरी है।
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मच्छर जनित बीमारियां : मलेरिया
मलेरिया को परजीवी के कारण होने वाली बीमारी के रूप में भी जाना जा सकता है। यह संक्रमित मच्छरों के काटने से परजीवी मनुष्यों में फैलता है। मलेरिया से पीड़ित व्यक्ति में बुखार, ठंड लगना, मतली, उल्टी, मांसपेशियों में दर्द , थकान, पसीना आना और सिरदर्द जैसे लक्षण देखने को मिलते हैं। मच्छरों से ग्रस्त क्षेत्रों में एहतियाती उपाय के रूप में एंटी-मलेरियल दवाओं का सेवन करें। मच्छरों के प्रजनन को रोकने के लिए घरों के आसपास गंदे पानी को इकट्ठा न होने दें। बचाव के लिए फुल आस्तीन के कपड़े पहनें।
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मच्छर जनित बीमारियां : जीका वायरस
मुख्य रूप से एडीस मच्छरों द्वारा प्रसारित वायरस के कारण व्यक्ति इससे संक्रमित हो सकता है, जो दिन के दौरान काट सकता है। इसके लक्षणों में बुखार, शरीर में दाने, मांसपेशियों व जोड़ों में दर्द, स्वस्थ महसूस न करना और सिरदर्द आदि हो सकते हैं, जो कि मरीज में 2-7 दिनों तक रहते हैं। जीका वायरस संक्रमण गर्भवती महिला को हाेने पर मां और बच्चे दोनों के लिए हानिकारक हो सकता है। गर्भावस्था में कई तरह की जटिलताएं भी हो सकती है। अधकि तरल पदार्थ, निर्धारित दवाएं, आराम करना और पानी पीने से संक्रमित व्यक्ति को इससे आराम मिल सकता है।
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