के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. हेमाक्षी जत्तानी · डेंटिस्ट्री · Consultant Orthodontist
बथुआ एक हर्ब है, जो आमरानदेसीई (Amaranthaceae) परिवार से ताल्लुख रखता है। इसका वानस्पातिक नाम चीनोपोडियम एल्बम (Chenopodium album) है। इससे बनाए जाने वाले ऑयल का इस्तेमाल कई दवाओं में किया जाता है। खासतौर पर इसे पेट में होने वाले कीड़ों को मारने के लिए प्रयोग किया जाता है।
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नीचे बताई गई परेशानियों में भी बथुए का तेल उपयोगी होता है:
कई शोध के अनुसार बथुए के तेल में एंटीडायरियल, एंटीइन्फलामेटरी, एंटीऑक्सीडेंट, एंटीरूमेटिक, ड्युरेटिक, लेक्सेटिव और ब्लड को प्युराफाई करने वाले गुण होते हैं। इसमें एंटी-हेलमिनटिक गुण होते हैं जिस वजह से इसका काढ़ा पीने की सलाह दी जाती है। इसके लिए पौधे को पानी में उबालना होता है। बथुए के तेल को मुंह से लेना असुरक्षित माना जाता है। इसलिए इसे खाने में इस्तेमाल नहीं किया जाता है। इसके बारे में अधिक जानकारी पाने के लिए अपने डॉक्टर या हर्बलिस्ट से कंसल्ट करें।
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निम्नलिखित परिस्थितियों में इसका इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर या हर्बलिस्ट से सलाह लें:
अन्य दवाइयों के मुकाबले औषधियों के संबंध में रेग्युलेटरी नियम अधिक सख्त नही हैं। इनकी सुरक्षा का आंकलन करने के लिए अतिरिक्त अध्ययनों की आवश्यकता है। बथुए के तेल का इस्तेमाल करने से पहले इसके खतरों की तुलना इसके फायदों से जरूर की जानी चाहिए। इसकी अधिक जानकारी के लिए अपने हर्बलिस्ट या डॉक्टर से सलाह लें।
बथुए के तेल का इस्तेमाल बिना डॉक्टर के परामर्श के ना करें। इसमें एस्केरिडोल (ascaridole) नामक रसायन होते है जो जहरीला होता है।
अगर आप ऐसी कोई दवा ले रहे हैं जो सूरज की रोशनी के प्रति संवेदनशीलता बढ़ाता है तो इसका इस्तेमाल न करें। नीचे बताई दवाओं के साथ बथुए के तेल का उपयोग नहीं करना चाहिए:
आप इसके अलावा भी कोई दवा ले रहे हैं तो इसकी जानकारी आपके डॉक्टर को जरूर होनी चाहिए। कई दवाओं के साथ इस हर्बल को लेने से घातक परिणाम हो सकते हैं। इसलिए किसी तरह की कोई लापरवाही न बरतें।
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इससे स्किन गले और मुंह में इरिटेशन हो सकती है। बथुए का तेल मुंह से लेना आमतौर पर असुरक्षित माना जाता है। प्रेग्नेंट और ब्रेस्टफीडिंग कराने वाली महिलाओं को इसे लेने से परहेज करना चाहिए। वयस्कों और बच्चों को अगर इसे लेना भी है तो वह चिकित्सक की देख रेख में इसे लें। यदि बथुए के तेल को अकेले लिया जाए तो यह काफी टॉक्सिक होता है जिस वजह से इसके घातक परिणाम भी हो सकते हैं। इससे नर्वस सिस्टम खराब, पैरालाइसिस, किडनी इरिटेशन, साफ दिखाई न देना, मसल ट्विचिंग, हमेशा के लिए सुनाई न देना जैसी परेशानियां हो सकती हैं।इसको अत्यधिक मात्रा में लेने से मौत होने का भी खतरा रहता है।
हालांकि हर किसी को ये साइड इफेक्ट हो ऐसा जरूरी नहीं है, कुछ ऐसे भी साइड इफेक्ट हो सकते हैं, जो ऊपर बताए नहीं गए हैं। अगर आपको इनमें से कोई भी साइड इफेक्ट महसूस हो या आप इनके बारे में और जानना चाहते हैं तो नजदीकी डॉक्टर से संपर्क करें।
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बथुए के तेल की खुराक हर मरीज के लिए अलग हो सकती है। आपके द्वारा ली जाने वाली खुराक आपकी उम्र, स्वास्थ्य और अन्य कई चीजों पर निर्भर करती है। हर्बल सप्लीमेंट हमेशा सुरक्षित नहीं होते हैं। इसलिए सही खुराक की जानकारी के लिए हर्बलिस्ट या डॉक्टर से चर्चा करें।
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हम आशा करते हैं आपको हमारा यह लेख पसंद आया होगा। हैलो हेल्थ के इस आर्टिकल में इस हर्बल से जुड़ी ज्यादातर जानकारियां देने की कोशिश की है, जो आपके काफी काम आ सकती हैं। अगर आपको ऊपर बताई गई कोई सी भी शारीरिक समस्या है तो इस हर्ब का इस्तेमाल आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। बस इस बात का ध्यान रखें कि हर हर्ब सुरक्षित नहीं होती। इसका इस्तेमाल करने से पहले अपने डॉक्टर या हर्बलिस्ट से कंसल्ट करें तभी इसका इस्तेमाल करें। बथुए के तेल से जुड़ी यदि आप अन्य जानकारी चाहते हैं तो आप हमसे कमेंट कर पूछ सकते हैं। आपको हमारा यह लेख कैसा लगा यह भी आप हमें कमेंट कर बता सकते हैं।
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