के द्वारा मेडिकली रिव्यूड Dr Sharayu Maknikar
डिओसमिन (Diosmetin) का एक फ्लेवोन ग्लाकोसाइड (Flavone Glycoside) है, जिसे मोनोमेथोओक्साफ्लेवोन कहा जाता है। यह एक एंटी ऑक्सीडेंट के रूप में कार्य करता है। यह खट्टे फलों और संतरे की स्किन में पाया जाता है। इसका ओरिजिन कड़वाहट है। जैसा कि पहले ही बता दिया गया है कि यह एक फ्लेवोन ग्लाकोसाइड है, जिसे मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री में खट्टे फलों के छिलके से एक डायट्री सप्लिमेंट के रूप में प्रोड्यूस किया जाता है। आम भाषा में यह एक कैमिकल है, जो खट्टे फलों में पाया जाता है। इसका इस्तेमाल दवाइयां बनाने में होता है। आमतौर पर इसका इस्तेमाल आंतरिक बवासीर को नियंत्रित करने और इलाज करने के लिए किया जाता है। यह खून को बहुत पतला करने में भी मदद करता है।
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इस औषधि का इस्तेमाल ग्लूकोमा, हृदय विकार, फेफड़ों या लिवर या किडनी की खराबी के कारण होने की स्थिति में किया जा सकता है। हालांकि, अगर कोई महिला गर्भवती हैं या गर्भावस्था की योजना बना रही हैं या स्तनपान करा रही हैं, तो इसका इस्तेमाल करने से पहले अपने चिकित्सा की सलाह लेना बहुत जरूरी होता है।
डिओसमिन का इस्तेमाल निम्नलिखित समस्याओं में होता है:
यह औषधि कैसे कार्य करती है, इस संबंध में पर्याप्त अध्ययन उपलब्ध नहीं है। इसकी अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर या हर्बलिस्ट से सलाह लें। हालांकि, ऐसा माना जाता है कि यह सूजन को कम करके ब्लीडिंग का इलाज करती है और नसों को सामान्य करती है।
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निम्नलिखित परिस्थितियों में इसका इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर या हर्बलिस्ट से सलाह लें:
अन्य दवाइयों के मुकाबले औषधियों के संबंध में रेग्युलेटरी नियम अधिक सख्त नही हैं। इनकी सुरक्षा का आंकलन करने के लिए अतिरिक्त अध्ययनों की आवश्यकता है। डिओसमिन का इस्तेमाल करने से पहले इसके खतरों की तुलना इसके फायदों से जरूर की जानी चाहिए। इसकी अधिक जानकारी के लिए अपने हर्बलिस्ट या डॉक्टर से सलाह लें।
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ज्यादातर लोगों में तीन महीने की कम अवधि तक इसका इस्तेमाल करना सुरक्षित माना जाता है। बिना डॉक्टर की निगरानी में तीन महीने की अधिक समय की अवधि में इस औधषि का सेवन ना करें।
विशेष सावधानियां और चेतावनी
प्रेग्नेंसी और ब्रेस्टफीडिंग: प्रेग्नेंसी या ब्रेस्टफीडिंग के दौरान इसका इस्तेमाल कितना सुरक्षित है या इसके संभावित क्या साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं, इस संबंध में पर्याप्त जानकारी उपलब्ध नहीं है। सुरक्षा के लिहाज से दोनों ही परिस्थितियों में इसका सेवन करने से बचें।
अन्य दवाओं का इस्तेमालः अगर कोई डॉक्टर द्वारा निर्धारित किसी दवा का सेवन करते हैं या काउंटर से मिलने वाली किसी दवा का इस्तेमाल करते हैं, तो उसके साथ इसका इस्तेमाल करने से पहले अपने डॉक्टर को भी सूचित करें। क्योंकि हार्मोनल गोलियां या अन्य खाद्य पदार्थ इसके साथ इंटरैक्ट कर सकते हैं।
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डिओसमिन से आपको निम्नलिखित साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं:
हालांकि, हर व्यक्ति को यह साइड इफेक्ट्स नहीं होते हैं। उपरोक्त दुष्प्रभाव के अलावा भी इस औषधि के कुछ साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं, जिन्हें ऊपर सूचीबद्ध नहीं किया गया है। यदि आप इसके साइड इफेक्ट्स को लेकर चिंतित हैं तो अपने डॉक्टर या हर्बलिस्ट से सलाह लें।
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यह आपकी मौजूदा दवाइयों के साथ या मेडिकल कंडिशन के साथ रिएक्शन कर सकती है। इसका इस्तेमाल करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह अवश्य लें। इसके साथ ही, इसका इस्तेमाल जिल्द की सूजन और एग्जिमा में नहीं करना चाहिए। इससे गंभीर रिएक्शन हो सकते हैं।
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उपरोक्त जानकारी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं हो सकती। इसका इस्तेमाल करने से पहले हमेशा अपने डॉक्टर या हर्बलिस्ट से सलाह लें।
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इस औषधि को अक्सर हेस्पेरिडिन (Hesperidin) के साथ लिया जाता है। वैज्ञानिक अनुसंधान में निम्नलिखित डोसेज पर शोध किया गया है:
इंटरनल बवासीर: 1350 mg डिओसमिन के साथ 150 mg हेस्पेरिडिन दिन में दो बार चार दिन तक इसके बाद 900 mg डिओसमिन और 100 mg हेस्पेरिडिन दिन में दो बार तीन दिन तक। कुछ अध्ययनों में 600 mg डिओसमिन चार दिन तक दिन में तीन बार इस्तेमाल की गई है। इसके बाद 300 mg दिन में दो बार 10 दिन तक। 11 grams सीयलियम (Psyllium) के साथ प्रतिदिन। हालांकि डिओसमिन का यह कम डोज कारगर प्रतीत नहीं होता है।
बवासीर को दोबारा होने से रोकने के लिए: 450 mg डिओसमिन के साथ 50 mg हेस्पेरेडिन दिन में दो बार तीन महीने तक।
ब्लड फ्लो की दिक्कत की वजह से पैर के घावों के इलाज के लिए: 900 mg डिओसमिन और 100 mg हेस्पेरेडिन रोजाना दो महीने तक।
हर मरीज के मामले में डिओसमिन का डोज अलग हो सकता है। जो डोज आप ले रहे हैं वो आपकी उम्र, हेल्थ और दूसरे अन्य कारकों पर निर्भर करता है। औषधियां हमेशा ही सुरक्षित नही होती हैं। डिओसमिन के उपयुक्त डोज के लिए अपने हर्बलिस्ट या डॉक्टर से सलाह लें।
डिओसमिन निम्नलिखित रूपों में उपलब्ध है:
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