के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. हेमाक्षी जत्तानी · डेंटिस्ट्री · Consultant Orthodontist
होरहाउंड एक औषधीय पौधा है। यह मूलतः यूरोप, उत्तरी अमेरिका और सेंट्रल अमेरिका में पाया जाता है। हालांकि होरहाउंड उत्तरी और दक्षिण अमेरिका में प्राकृतिक रूप से फैला हुआ है। इससे एक बदबूदार दुर्ग्ंध आती है। होरहाउंड का वैज्ञानिक नाम मेरुबिअम वुलगारे (Marrubium vulgare) है। यह पुदीना (Mint) परिवार से संबंध रखने वाला पौधा है।
यह दो प्रकार के होता है। पहला व्हाइट होरहाउंड और दूसरा ब्लैक होरहाउंड। पारंपरिक रूप से होरहाउंड की पत्तियों और फूलों का इस्तेमाल सामान्य सर्दी के इलाज के एक कड़वे टॉनिक के रूप में किया जाता है। इसके अतिरिक्त, सर्दी जुकाम में होरहाउंड बॉडी से बलगम को बाहर निकालने वाली दवा के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता है।
आज के जमाने में होरहाउंड का इस्तेमाल एल्कोहॉल, कैंडीज और खांसी के सिरप और ड्रॉप में किया जाता है। इसके अतिरिक्त, इससे निकाले गए अर्क (एक्सट्रैक्ट) का इस्तेमाल आंत के परिजीवियों को मारने के लिए किया जाता है। साथ ही इसका इस्तेमाल एक डियूरेटिक दवा के तौर पर भी किया जाता है।
यह एक पौधा है। जमीन के ऊपर उगने वाले इसके हिस्से को दवा बनाने में प्रयोग किया जाता है। होरहाउंड (पहाड़ी गंधा) को निम्नलिखित स्थितियों में इस्तेमाल किया जाता है:
इसका इस्तेमाल अन्य दिक्कतों में भी किया जा सकता है। इसकी अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर या हर्बालिस्ट से सलाह लें।
इसकी अधिक जानकारी के लिए अपने हर्बालिस्ट या डॉक्टर से बात करें। हालांकि, यह औषधि कैसे कार्य करती है, इस संबंध में पर्याप्त अध्ययन उपलब्ध नही हैं। कुछ ऐसे अध्ययन भी उपलब्ध हैं, जिनमें होरहाउंड में एल्कालोइड्स (alkaloids), फ्लेवानोइड्स (flavonoids), डिटेरपेनेस (diterpenes) (उदारहण के लिए मेरिबिन (marrubiin))और वोलेटाइल तेलों के घटकों के मौजूद होने की पुष्टि हुई है।
इसके अतिरिक्त इसमें मेरुबिन होने से इसका स्वाद कड़वा होता है। इससे साल्विया और गैस्ट्रिक जूस का प्रवाह बढ़ता है, जिससे ऐप्टेटाइट रफ्तार पकड़ती है। इन कारणों से होरहाउंड का लंबे समय से खांसी के इलाज में प्रयोग होने का पता चलता है। साथ ही यह एक कड़वा डाइजेशन टॉनिक भी है। इसमें मौजूद कैमिकल म्यूकस को पतला करने, पेट और आंत की सूजन घटाने का काम करता है।
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निम्नलिखित स्थितियों में इसका इस्तेमाल करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लें:
अन्य दवाइयों के मुकाबले आयुर्वेदिक औषधियों के संबंध में रेग्युलेटरी नियम अधिक सख्त नही हैं। इनकी सुरक्षा का आंकलन करने के लिए अतिरिक्त अध्ययनों की आवश्यकता है। होरहाउंड का इस्तेमाल करने से पहले इसके खतरों की तुलना इसके फायदों से जरूर की जानी चाहिए। इसकी अधिक जानकारी के लिए अपने हर्बालिस्ट या डॉक्टर से सलाह लें।
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प्रेग्नेंसी और ब्रेस्टफीडिंग: प्रेग्नेंसी के दौरान मौखिक रूप से होरहाउंड का सेवन असुरक्षित माना जाता है। होरहाउंड से आपका मासिक धर्म शुरू हो सकता है, जिससे मिसकैरिज भी हो सकता है।
यदि आप गर्भवती या स्तनपान करा रही हैं तो होरहाउंड को त्वचा पर ना लगाएं। इस दौरान इसके सुरक्षित प्रयोग के संबंध में अधिक जानकारी उपलब्ध नही है।
सर्जरी: तय सर्जरी के दो हफ्ता पहले इसका सेवन बंद कर दें।
औषधि के तौर पर मौखिक रूप से इसका सेवन करना सुरक्षित हो सकता है। हालांकि, अधिक मात्रा में होरहाउंड का इस्तेमाल करने से उल्टी हो सकती है। स्किन रिएक्शन में इसे सीधे ही त्वचा पर लगाएं। हालांकि, हर व्यक्ति को यह साइड इफेक्ट्स नहीं होता है। उपरोक्त दुष्प्रभाव के अलावा भी इसके कुछ साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं, जिन्हें ऊपर सूचीबद्ध नहीं किया गया है। यदि आप इसके साइड इफेक्ट्स को लेकर चिंतित हैं तो अपने डॉक्टर या हर्बालिस्ट से सलाह लें।
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यह आपकी मौजूदा दवाइयों के साथ रिएक्शन कर सकता है या दवा का कार्य करने का तरीका परिवर्तित हो सकता है। इसका इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर या हर्बालिस्ट से संपर्क करें।
विशेषकर निम्नलिखित स्थितियों में अपने डॉक्टर से सलाह लें:
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यहां मौजूद जानकारी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं हो सकती। इसका इस्तेमाल करने से पहले हमेशा अपने डॉक्टर या हर्बालिस्ट से सलाह लें।
चाय: डेढ़ चम्मच सूखा होरहाउंड लें। इसे एक कप पानी में उबाला जा सकता है और इसे 10-15 मिनट तक भिगोए रखें। हर्बालिस्ट गले की खराश को कम करने और कफ को ढीला करने के लिए दिन में तीन बार इसे लेने की सलाह देते हैं। तीन टाइम की खुराक में करीब 4.5 ग्राम सूखा होरहाउंड इस्तेमाल होता है।
अर्क : प्रतिदिन 40% अल्कोहोल में 2.1 ml, 1:5 के रेशियो के हिसाब से इसे लेने की सलाह दी जाती है।
बाजार में प्रोडक्ट्स के रूप में मिलने वाले होरहाउंड प्रोडक्ट्स के पैकेज पर छपे दिशा निर्देशों का पालन किया जाना चाहिए। इस औषधि की खुराक हर मरीज के मामले में अलग हो सकती है। जो डोज आप ले रहे हैं वो आपकी उम्र, हेल्थ और दूसरे अन्य कारकों पर निर्भर करता है। औषधियां हमेशा ही सुरक्षित नहीं होती हैं। इसके उपयुक्त डोज के लिए अपने डॉक्टर या हर्बालिस्ट से सलाह लें।
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यह निम्नलिखित रूपों में उपलब्ध हो सकता है:
डिस्क्लेमर
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